राजनीतिक चर्चा : गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी के हाथ में होगी विपक्ष की कमान, क्या होगी विपक्ष की रणनीति ? किस करवट बैठेगा ऊंट ?
Political discussion: Samajwadi Party will lead the opposition on Gautam Buddha Nagar Lok Sabha seat, what will be the strategy of the opposition? Which side will the camel sit on?

डॉ देवेन्द्र कुमार शर्मा
Panchayat 24 : लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राष्ट्रीय राजनीति में चर्चाओं का दौर तेज हो गय है। देश के सभी अहम दल गठबंधन के सहारे लोकसभा चुनाव के अखाडे में उतरकर विरोधियों को पठखनी देने का फैसला लगभग कर चुके हैं। बहुत कम राजनीतिक दल ऐसे हैं जो तटस्थ रहकर लोकसभा चुनाव लडेंगे। हालांकि केन्द्र की सत्ता पहले से ही एनडीए गठबंधन के हाथ में है जिसका नेतृत्व भारतीय जनता पार्टी कर रही है। भारी विरोधाभाषों के बावजूद सत्ता विरोधी और भाजपा विरोधियों ने भी सभी मतभेदों को भुलाकर आईएनडीआई गठबंधन करने का फैसला किया है। ऐसे में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट का भविष्य बहुत हद तक इस गठबंधन के भविष्य पर निर्भर करता है। ऐसे में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट को लेकर राजनीतिक चर्चा तेजी से शुरू हो गई है।…. राजनीति के जानकारों की निगाह इस बात पर टिकी हुई है कि विरोधी गठबंधन इस सीट को लेकर क्या रणनीति बनाता है। हालांकि इस रणनीति में बहुत हद तक समाजवादी पार्टी की रणनीति अहम होगी।
गौतम बुद्ध नगर में क्या है विपक्ष की स्थित ?
गौतम बुुद्ध नगर लोकसभा सीट पर भाजपा की पूरी तरह दबदबा है। वर्तमान में इस सीट पर विरोधी दल दूर दूर तक दिखाई नहीं दे रहे हैं। इस सीट के अन्तर्गत कुल पांच विधानसभा नोएडा, दादरी, जेवर, सिकन्द्रबाद और खुर्जा आती है। वर्तमान में सभी विधानसभा सीटों पर भाजपा का ही कब्जा है। हाल ही में हुए नगर निकाय चुनावों में यहां पर दादरी नगरपालिका परिष सीट पर समाजवादी पार्टी ने जरूर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और भाजपा को टक्कर दी, लेकिन भाजपा को पछाड़ नहीं सकी है। हालांकि यह भी सत्य है कि रबूपुरा नगर पंचायत सीट पर समाजवादी पार्टी भाजपा प्रत्याशी के खिलाफ उम्मीदवार तक चुनाव में नहीं उतार सकी। इस सीट के अन्तर्गत गौतम बुद्ध नगर की एक मात्र नगरपालिका दादरी और बुलन्दशहर जिले की सिकन्द्रबाद, गुलावठी और खुर्जा नगरपालिका आती है। चारों नगरपालिकाओं पर भाजपा का कब्जा है। वहीं, इस सीट के अन्तर्गत गौतम बुद्ध नगर जिले की बिलासपुर, दनकौर, रबूपुरा, जेवर और जहांगीरपुर नगरपंचायत सीट आती है। वहीं, बुलन्दशहर जिले की ककोड़ नगरपंचायत भी गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट में शामिल है। इनमें से दनकौर, रबूपुरा और ककोड़ नगर पंचायत पर भाजपा का कब्जा है। वहीं बिलासपुर, जेवर, जहांगीरपुर नगर पंचायत सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की है। इससे स्पष्ट है कि विपक्ष के पास गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर बहुत कुछ नहीं है। इसके बावजूद यदि विपक्ष की स्थिति की बात की जाए तो सत्ता पक्ष के विरोध में समाजवादी पार्टी ही यहां पर विपक्ष के रूप में खड़ी दिखती है। इस बात पर किसी को भी संकोच नहीं है कि भले ही बहुत पीछे है, लेकिन समाजवादी पार्टी ही गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर दूसरे नंबर की पार्टी है। हालांकि एक समय था जब यहां बहुजन समाज पार्टी ने कब्जा जमा लिया था। लेकिन वर्तमान में बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस की हालत यहां बेहद कमजोर है।
आईएनडीआई गठबंधन में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर क्या होगा विपक्ष का फैसला ?
आईएनडीआई गठबंधन में सीट शेयरिंग के फार्मूले पर चर्चा चल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर विपक्ष का क्या फैसला होगा ? इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज है। इसको लेकर दो तरह की खबरें आ रही है। जानकारों की माने तो विपक्षी गठबंधन में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी सबसे मजबूत है। समाजवादी पार्टी की मर्जी इस सीट पर विपक्ष की रणनीति को तय करेगाफ ऐसे में इस सीट पर लोकसभा चुनाव का स्वरूप समाजवादी पार्टी के फैसले पर टिका हुआ है।
समाजवादी पार्टी कुर्बान करेगी गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट ?
पार्टी सूत्रों की माने तो वर्तमान में समाजवादी पार्टी आईएनडीआई गठबंधन में बने रहने को प्राथमिकता दे रही है। ऐसे में उसको पता है कि कुछ सीटें उसको सहयोगी दलों को देनी पड़ेंगी। यदि आईएनडीआई गठबंधन केे सहयोगी दलों को समाजवादी पार्टी के मन मुतबिक सीटें मिलती है तो वह उन सीटों को अपने पास बनाए रखना चाहेगी जहां पर समाजवादी पार्टी पहले और दूसरे स्थान पर रही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट को भी अपने खाते में रखेगी। यदि गठबंधन धर्म निभाते हुए समाजवादी पार्टी को सहयोगी दलों को इच्छा के विपरीत अधिक सीटें छोड़नी पड़ती है तो समाजवादी पार्टी उन सीटों पर फोकस करेगी जहां पर वह पहले और कड़े मुकाबले में दूसरे स्थान पर रही है। इनमें पश्चिम उत्तर प्रदेश की अधिकांश सीटों शामिल होंगी। ऐसे में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट को समाजवादी पार्टी सहयोगी दलों के लिए छोड़ेगी। पार्टी सूत्र भी कुछ इसी तरह के संकेत दे रहे हैं। बता दें कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा ओर बसपा के गठबंधन के बावजूद इस सीट पर भाजपा प्रत्याशी डॉ महेश शर्मा ने गठबंधन प्रत्याशी को लगभग साढ़े तीन लाख वोटों से हराया था। ऐसे में इस बात की संभावना बहुत अधिक हैं कि समाजवादी पार्टी गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट को सहयोगी दलों के लिए छोड़ेगी।
समाजवादी पार्टी बड़ा चेहरा गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर उतारेगी ?
गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर आईएनडीआई गठबंधन के किसी अन्य दल की अपेक्षा समावादी पार्टी सबसे अधिक मजबूत है। ऐसे में टिकट वितरण के दौरान हार जीत की संभावनाओं को देखते हुए शायद ही गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर दाव लगाए। ऐसी स्थिति में इस सीट पर समाजवादी पार्टी को ही अपना उम्मीदवार उतारना होगा। पार्टी सूत्रों की माने तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने इस प्लान पर भी मंथन शुरू कर दिया है। सूत्रों की माने तो यदि गठबंधन में गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट समाजवादी पार्टी के खाते में आती है तो पार्टी यहां पर बड़ी चेहरा उतारेगी। ऐसी स्थिति में पार्टी ने नाम भी तय कर लिया है। यह भी पता चला है कि समाजवादी पार्टी की जिला इकाई से शीर्ष नेतृत्व को अनौपचारिक रिपोर्ट गई है कि पार्टी के टिकट पर गौतम बुद्ध नगर से कई चेहरे चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। लेकिन इनमें से चुनाव जिताने की स्थिति में कोई नहीं है। ऐसे में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व समय आने पर जिला इकाई एवं वरिष्ठ कार्यकर्ताओं से इस बड़े चेहरे के नाम पर चर्चा करके चुनाव मैदान में उतार सकता है। यह चेहरा, बड़ा किसान नेता, बड़ा खिलाड़ी या फिर युवाओं के बीच चर्चित व्यक्ति हो सकता है।