उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव की तारीख में बदलाव, जानिए नया कार्यक्रम और क्यों हुआ मतदान की तारीख में बदलाव ?
Change in the date of Uttar Pradesh Assembly by-election, know the new program and why the voting date was changed?

Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव की तारीखों में चुनाव आयोग ने बदलाव किया है। अब 13 नवंबर के स्थान पर आगामी 20 नवंबर को चुनाव होगा। हालांकि चुनाव परिणाम पूर्व निर्धारित तारीख 23 नवंबर को ही आएंगे। चुनाव आयोग ने चुनाव आयोग ने यह निर्णय चुनाव कई राजनीतिक दलों की मांग पर किया है। उपचुनावों की तारीखों में यह बदलाव केरल और पंजाब राज्यों में भी किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, लोकसभा चुनावों के बाद कई विधानसभा सीट खाली हुई थी। ऐसे में इन सीटों पर उपचुनाव होने थे। चुनाव आयोग ने विधानसभा उपचुनावों को लेकर 18 अक्टूबर को अधिसूचना जारी की थी। 18 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक पर्चा दाखिल करने की तारीख तय की थी। 30 अक्टूबर को नाम वापसी की तारीख थी। जबकि 13 नवंबर को मतदान और 23 अक्टूबर को मतदान होना था। चुनाव आयोग के अनुसार विभिन्न त्योहारों के कारण पंजाब, उत्तर प्रदेश और केरल के चुनाव की तारीख को 13 के बताय 20 कर दिया गया है। चुनाव आयोग के अनुसार आगामी 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा गंगा स्नान है। इनका मानना था इस दिन पश्चिम उत्तर प्रदेश सहित उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर मेला लगता है। लोग गंगा स्नान के लिए जाते हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग मतदान में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। कांग्रेस, भाजपा, बसपा और आरएलडी सहित कई दलों ने चुनाव की तारीख में बदलाव की मांग की थी। राजनीतिक दलों की इस मांग पर विचार करने के बाद चुनाव की तारीखों में बदलाव का फैसला लिया गया है।
विपक्षी दलों ने भाजपा को घेरा
चुनाव आयोग का उपचुनावों की तारीखों में बदलाव का आदेश आने के साथ ही समाजवादी पार्टी एवं आम आदमी पार्टी ने भाजपा को घेरना शुरू कर दिया है। समाजवादी मुखिया अखिलेश यादव ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि टालेंगे तो और भी बुरा हारेंगे! पहले मिल्कीपुर का उपचुनाव टाला, अब बाक़ी सीटों के उपचुनाव की तारीख़, भाजपा इतनी कमजोर कभी न थी। दरअसल बात ये है कि उप्र में ‘महा-बेरोज़गारी’ की वजह से जो लोग पूरे देश में काम-रोज़गार के लिए जाते हैं, वो दिवाली और छठ की छुट्टी लेकर उप्र आए हुए हैं, और उपचुनाव में भाजपा को हराने के लिए वोट डालनेवाले थे। जैसे ही भाजपा को इसकी भनक लगी, उसने उपचुनावों को आगे खिसका दिया, जिससे लोगों की छुट्टी ख़त्म हो जाए और वो बिना वोट डाले ही वापस चले जाएं। ये भाजपा की पुरानी चाल है : हारेंगे तो टालेंगे। वहीं, आम आदमी पार्टी नेता और राज्य सभा सदस्य संजय सिंह ने कहा है कि बड़ी अजीब चीज है कि देश के प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के हिसाब से चुनाव कार्यक्रम बनाए जाते हैं। वहीं, मैनपुरी से समाजवादी पार्टी सांसद डिंपल यादव का कहना है कि चुनाव की तारीख बदलने के पीछे समाजवादी पार्टी के अच्छे काम हैं, जिससे कहीं न कहीं हलचल है।
उत्तर प्रदेश में इन सीटों पर होना है विधानसभा उपचुनाव
उत्तर प्रदेश में कुल 9 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना है। जबकि मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर मामला हाईकोर्ट में लंबित है। खैरजिन 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है इनमें करहल, कटेहरी, गाजियाबाद, खैर, मझवां, कुंदरकी, सीसामऊ, मीरापुर और फूलपुर सीट शामिल हैं। इन सीटों में से कटेहरी, कुंदरकी, करहल और सीसामऊ सपा का कब्जा था। वहीं, खैर, फूलपुर और गाजियाबाद पर भाजपा का कब्जा था, जबकि मीरापुर सीट पर एनडीए की सहयोगी पार्टी आरएलडी और मझवां सीट पर एनडीए की ही एक अन्य निषाद पार्टी का कब्जा था।