शिक्षण संस्थानों में नशीला पदार्थ सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, एमिटी विवि के का छात्र भी नशे के धंधे में शामिल, पांच आरोपी गिरफ्तार
Gang supplying drugs in educational institutions busted, Amity University student also involved in drug trade, five accused arrested

Panchayat 24 : नोएडा पुलिस ने जिले के शिक्षण संस्थानों में नशीले पदार्थ की सप्लाई करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी शहर के अन्य स्थानों पर भी छात्र एवं छात्राओं सहित आम लोगों में नशे की सप्लाई करते थे। गिफ्तार आरोपियों में नोएडा स्थित एमिटी विश्वविद्यालय का एक छात्र भी शामिल है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में नशीला पदार्थ बरामद किया है। इसकी कीमत 15 लाख रूपये है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर कोर्ट में पेश किया। मामला सेक्टर-126 कोतवाली क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
नोएडा जोन के डीसीपी हरीश चन्दर के अनुसार सेक्टर-126 कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि शहर के शिक्षण संस्थानों और रिहायसी क्षेत्रों में नशीले पदार्थों की सप्लाई करने वाले गिरोह के सदस्य शहर में घूम रहे हैं। वह नशीला पदार्थ की सप्लाई करने आए हैं। सूचना पर पुलिस ने पांच लोगों को एमिटी विश्वविद्यालय के कट के पास से गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से पुलिस को भारी मात्रा में देशी व विदेशी मादक पदार्थ जिनमें 12 किग्रा अवैध शिलाँग गांजा, 700 ग्राम, 90 ग्राम चरस, 05 ग्राम विदेशी गांजा ओजी बरामद हुआ है। इसके अतिरिक्त आरोपियों से पुलिस ने 5मोबाइल फोन, 1 लैपटाप तथा मादक पदार्थों की सप्लाई में प्रयोग किये जाने वाली 1 मोटरसाइकिल और 1 स्कूटी भी बरामद की है। पुलिस ने सारे सामान को सीज कर दिया है। आरोपियों की पहचान सागर निवासी नेपाल, निशांत और हर्ष झा निवासी बिहार, सचिन निवासी मैनपुरी और चेतन निवासी दिल्ली के रूप में हुई है। सभी नोएडा तथा आसपास किराए पर रहते थे। गिरफ्तार आरोपियों के मोबाइल फोनों से काफी अधिक संख्या में छात्रों के मोबाइल नंबर व मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लायी से संबंधित चैटस भी प्राप्त हुयी है।
सोशल मीडिया पर ऑन डिमांड होती है नशीले पदार्थों की सप्लाई
दरअसल, इस गिरोह का सरगना सचिन है। वह मध्यप्रदेश से चिन्टू नाम के व्यक्ति से शिलांग गाँजा को मंगाता है जिसकी बाजार में कीमत 90 हजार रूपये प्रति किलो है। सागर दिल्ली यूनिवर्सिटी से पास आउट छात्र है। वह स्नेपचेट, टेलीग्राम और वॉटसअप तथा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अलग-अलग यूनिवर्सिटी व अन्य शैक्षिक संस्थानों के छात्रों से जुडा रहता है। डिमांड के अनुसार मादक पदार्थों की डिलीवरी और सप्लायी कराता है। मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लायी के लिये इस गिरोह ने अपने राइडर रखे हुये है। आरोपी सागर भट्ट व निशान्त मादक पदार्थों की डिलीवरी व सप्लायी हेतु राइडर का भी काम करते है। यह लोग मादक पदार्थों की सप्लायी के लिए पोर्टर एप्प का भी प्रयोग करते है।अपूछताछ पर मादक पदार्थों की सप्लायी करने वाले एक अन्य व्यक्ति अनित सोम का नाम भी प्रकाश में आया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी चिन्टू व अनित सोम की शीघ्र गिरफ्तारी की जायेगी।
एमिटी विश्वविद्यालय से फिर जुड़ा नशे का कारोबार
गिरफ्तार आरोपी चेतन एमिटी यूनिवर्सिटी का होटल मैनेजमेन्ट कोर्स का चतुर्थ वर्ष का छात्र है। वह विदेशी ड्रग्स ओजी और चरस खरीदकर एमिटी यूनिवर्सिटी और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को मादक पदार्थ बेचता है।
नामचीन ई-कॉमर्स कंपनियों के रैपर में नशीले पदार्थों की करते है पैकिंग
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपी पुलिस की नजर में आने से बचने के लिये गाँजा, चरस, ओ.जी. एवं अन्य मादक पदार्थों को फ्लिपकार्ट, अमेजोन और मीसो जैसी कंपनीयों की रैपर पैकिंग में छोटे-छोटे PARCEL के रूप में बेचते है। आरोपियों के कब्जे से ओजी देशी गाँजा है जिसकी मादकता भारतीय गांजे से काफी अधिक होती है। यह काफी डिमांड में रहता है। इसके प्रत्येक पैकेट को आरोपी 7 से 8 हजार रूपये में बेचते है। शिलाँग गांजा पूर्ण रूप से एयर कंडीशनर में उगाया जाता है जिस कारण यह भी काफी डिमांड में रहता है। इसके प्रत्येक पैकेट को आरोपी 4 से 5 हजार रूपये में बेचते है।
पढ़े लिखे नौजवान है सभी आरोपी
गिरफ्तार आरोपी सागर मूलतः नेपाल का रहने वाला है। इसने दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी.कॉम की पढाई की है। आरोपीसचिन मूलतः मैनपुरी व हर्ष मूलतः बिहार का रहने वाला है। इन्होंने ITI संबंधित टैकनिकल कोर्स की पढाई की है। आरोपीयों द्वारा एक अलग कमरा किराये पर लेकर मादक पदार्थों को फ्लिपकार्ट, अमेजोन और मीसो जैसी कंपनीयों की रैपर पैकिंग में छोटे-छोटे पार्सल के रूप में पैक किया जाता था । इस कमरे को पुलिस द्वारा सील किया गया है ।