ग्रेटर नोएडा जोन

सूर्या की रोशनी भी दूर नहीं कर सकी ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट का अंधियारा, कम्‍पनी को ब्‍लैक लिस्‍ट करने की उठी मांग

Even the light of the sun could not remove the darkness of Greater Noida West, there was a demand to blacklist the company

Panchayat24 : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भले ही शहर को विश्‍वस्‍तरीय बनाने का दम भरता हो, लेकिन यह सत्‍य है कि शहर के एक अहम हिस्‍सा ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट अव्‍यवस्‍थाओं से भर पड़ा है। स्‍थाीनय लोग तो अब कहने लगे हैं कि प्राधिकरण ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट के साथ सौतेला व्‍यवहार कर रहा है। इसकी बानगी एक बार फिर दिखाई दी। रात होते ही ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट की सड़कों पर कई स्‍थानों पर अंधकार छा जाता है। ऐसे में लोग क्षेत्र में हुई कई अपराधिक वारदातों को याद कर सहम जाते हैं। प्राधिकरण ने शहर के अंधकार को दूर करने के लिए सूर्या रोशनी कम्‍पनी को कांट्रेक्‍ट दिया था। कांट्रेक्‍ट के अन्‍तर्गत कम्‍पनी को पीली लाइट के स्‍थान पर एलईडी लाइट लगाने तथा कई प्रकार के कार्य करने थे। लेकिन सब कागजों में ही सीमित होकर रह गया है। ऐसे में ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट के लोग अब सूर्या कम्‍पनी को कांट्रेक्‍ट की अनदेखी करने पर ब्‍लैक लिस्‍ट करने की मांग कर रहे हैं।

क्‍या है ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट के लोगों की शिकायत ?

दरअसल, ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट में रहने वाले लोगों का कहना है कि रात होते ही क्षेत्र की अधिकांश सड़कें अंधेरे में डूब जाती है। ऐसी कोई सड़क नहीं हैं जहां पर सारी स्‍ट्रट लाइटें जलती हैं। फिर चाले तिगड़ी से सूरजपुर को एनएच-24 से जोड़ने वाला तक 60 मीटर रोड़ हो या फिर चारमूर्ति को तिलपता से जोड़ने वाला 130 मीटर रोड़ हो, कई स्‍थानों पर शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। स्‍थानीय लोग प्राधिकरण में लगातार इसकी शिकायत कर रहे हैं, लेकिन सूर्या कम्‍पनी खराब स्‍ट्रीट लाइटों को बदलने में कोई रूचि नहीं दिखा रही है।

सूर्या रोशनी कंट्रेक्‍ट की शर्तों को पूरा नहीं कर रही, प्राधिकरण कम्‍पनी पर नहीं कर रहा कार्रवाई

ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट निवासी मनीष कुमार का कहना है कि ग्रेनो प्राधिकरण और सूर्या रोशनी के बीच कॉन्ट्रेक्ट के मुताबिक शिकायत मिलने पर 3 दिन के अंदर कम्‍पनी को लाइटें ठीक करनी होंगी, अन्‍यथा जुर्माने का प्रावधान है। शिकायत के बावजूद  प्राधिकरण द्वारा कई हफ्तों तक खराब स्‍ट्रीट लाइटों को बदला नहीं जा रहा है। मनीष कुमार का कहना है कि ग्रेनो वेस्ट में पीली लाइटों को LED में बदले हुए अभी 3 महीने भी नहीं हुए हैं। आधे से अधिक खराब हो चुकी हैं। कई जगह लगातार 15-20 पोल की लाइट नहीं जल रही हैं। वहीं  स्‍थानों पर दिन में भी स्‍ट्रीट लाइटें जलती रहती हैं। उन्‍होंने बताया कि कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार सूर्या रोशनी को पिली लाइटों के बदले LED लगाने के साथ स्मार्ट पैनल भी लगाने थे जो प्राधिकरण के कमांड सेंटर से संचालित होनी थी। लेकिन सूर्या ने LED लाइट लगाने के बाद अभी तक स्मार्ट पैनल नहीं लगाया है।

शाम होते ही इन स्‍थानों पर फैल जाता है अंधेरा

ग्रेटर नोएडा वेस्‍ट में कई ऐसे स्‍थान हैं जहां पर स्‍ट्रीट लाइट खराब होने के कारण शाम होते ही अंधेरा छा जाता है। इनमें ग्रेनो वेस्ट के चारमूर्ति से हिन्डन ब्रिज तक, हिन्डन ब्रिज की सभी लाइटें, ARTHA SEZ से चारमूर्ति के बीच, गौर सिटी-1 के पास ताज हाईवे, गौर सिटी-2 से तिगड़ी गेट तक ताज हाईवे, 130m रोड पर इटेडा गोलचक्कर और इटेडा गोलचक्कर से शाहबेरी वाली सड़क, गैलेक्सी वेगा से तिलपता की ओर बढ़ते ही 130m वाली सड़क, टेकजोन-7 और सेक्टर10 के बीच की सड़क, D-park के पास 130m सड़क, चारमूर्ति से ऐस एस्पायर वाली सड़क, मिलेनियम स्कूल के पास छोटे Dpark से 130m के dpark को जोड़ने वाली सड़क, न्यू हॉलैंड ट्रैक्टर वाली सड़क, सेक्टर-2 के अंदरूनी सड़क की पूरी लाइटें नहीं जलती है।

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