लग्जरी गाड़ी चोरी करने वाला डॉक्टर अपने दो साथियों सहित गिरफ्तार, 10 कारें बरामद
Doctor who stole luxury car arrested along with his two accomplices, 10 cars recovered
Panchayat24 : नोएडा में पुलिस ने लग्जरी गाडि़यों की चोरी करने वाले एक अन्तर्राज्यीय गिरोह के सरगना सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद सहित दिल्ली एनसीआर से गाडिया चोरी करता था। इनके कब्जे से पुलिसने चोरी की 10 कारें बरामद की हैं। सभी आरोपियों के खिलाफ। कानूनी कार्रवाई कर पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से इन्हें जेल भेज दिया गया। मामला सेक्टर-24 थाना क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
पुलिस के अनुसार सूचना मिल रही थी कि शहर में वाहन चोर पुन: सक्रिय हो गया हे। सूचना पर पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया। पुलिस टीम इन पर नजर लगाए हुए थे। शनिवार तड़के पुलिस क्षेत्र में सेक्टर-54 टी प्वाइंट पर गश्त एवं जांच अभियान चला रही थी। तभी पुलिस को एक कार आती हुई दिखाई दी। पुलिस ने जांच के लिए कार को रूकने का इशारा किया। जांच में पाया कि गाड़ी चोरी की है। पुलिस ने तीनों आरेापियों को हिरासत में ले लिया। इनकी पहचान वाहिद, रविन्द्र और अमन के रूप में हुई है तीनों हापुड़ जिले के रहने वाले हैं।
वाहिद को गाड़ी चोरी में महारथ हासिल था, लोग कहते थे डॉक्टर
पुलिस के अनुसार मूलरूप से मेरठ के किठौर क्षेत्र के राधना गांव का रहने वाला वाहिद युवा अवस्था से ही चोरी के धंधे में उतर गया था। उसने साल 2005 में पहली बार चाहन चोरी की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद उसने पीछे मुड़कर नहीं देखा और वाहन चोरी के धंधे में पूरी तरह उतर गया। उसने एक गिरोह भी बना था। वाहन चोरी की रकम से उने गढ़मुक्तेश्वर में अपना एक मकान भी बना है। वह एक अनपढ़ व्यक्ति है, लेकिन जिस शातिर अंदाज में में वह गाड़ी चोरी करता था, लोग उसे इस धंधे में डॉक्टर के नाम से जानते थे।
वॉटसएप पर डॉगल की मदद से साथियों को करता था कॉल
पुलिस के अनुसार वाहिद ने अपना गिरोह बनाकर गाडि़यांं चोरी करनी शुरू की थी। वह और उसके गिरोह के अधिकांश सदस्य पकड़े गए थे। मार्च में ही वह जेल से बाहर आया था। इसके बाद उसने नए लड़कों को अपने साथ मिलकर अपना गिरोह बनाया था। जल्द ही इसने एक के बाद एक गाडियों की चोरी की झड़ी लगा दी थी। वह आजकल खुद गाडिया चोरी नहीं करता था, बल्कि गिरोह के सदस्यों को निर्देश देकर गाडियां उठवाता था। वह वॉटसएप पर डॉगल की मदद से गिरोह के सदस्यों से कॉलिंग करता था। दिल्ली एनसीआर में वाहिद पर लगभग 50 मुकदमें दर्ज हैं।
गाडियों को ठिकाने लगाने की जिम्मेदारी वाहिद की होती थी
एडिशनल डीसीपी रणविजय सिंह ने बताया कि वाहिद गिरोह के सदस्यों से गाडियां चोरी कराता था। इसके बाद गाडियों को ठिकाने लगाने की जिम्मेवारी इसकी होती थी। गिरफ्तार दोनों आरोपी अमन और रविन्द्र चोरी के वाहन अपने पास रखते भी थे और उन्हें ठिकाने लगाने का भी काम करते थे।
आरोपियों की निशानदेही पर बरामद हुई 10 कारें
रणविजय सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी की 10 कारें भी बरामद की हैं। इनमें 09 सेन्ट्रो ,एक स्विफ्ट वीडीआई कारें शामिल हैं। इसके अतिरिक्त आरोपियों से कार खोलने की 13 चाबियां व कार का लॉक खोलने का लोहे का एक हुक बरामद हुआ। इस इस गिरोह के तीन सदस्य भूरवा उर्फ भूरा, असलम, विनीत को मेरठ से करीब 04 दिन पूर्व गिरफ्तार किया गया है। इनके कब्जे से चोरी की 04 गाडियां बरामद हुई है । गिरफ्तातार रविन्द्र के घर से थाना सेक्टर 20 व थाना सेक्टर 113 की दो स्विफ्ट कारें पूर्व में बरामद की गयी हैं।