गौतम बुद्ध नगर में भ्रष्टाचार पर भाजपा और सपा आमने-सामने : भाजपा को घेरते-घेरते खुद घिर गई सपा, भाजपा पर मिली बढ़त को कायम नहीं रख सकी
BJP and SP face to face on corruption in Gautam Buddha Nagar: While trying to corner BJP, SP itself got cornered, know the whole matter?

Panchayat 24 : भाजपा और सपा के बीच न केवल प्रदेश स्तर पर शह मात का खेल चल रहा है, बल्कि जिला स्तर पर भी सत्ताधारी पार्टी भाजपा और विरोधी दल सपा एक दूसरे पर हावी होने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे हैं। दोनों दलों के बीच ऐसा ही एक मामला गौतम बुद्ध नगर जिले में सामने आया है। भ्रष्टाचार के मामले में समाजवादी पार्टी ने एक बड़े मामले को उठाकर सत्ताधारी पार्टी पर पूरी तरह से दबाव बना लिया था। लेकिन यह दबाव बहुत अधिक समय तक नहीं टिक सका और भ्रष्टाचार पर नैतिकता के अपने ही वालों में सपा घिर गई। अपराध एवं ठगी के मामले में गिरफ्तार आरोपी के तार समाजवादी पार्टी से जुड़ने से समाजवादी पार्टी बैकफुट पर दिख रही है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, गौतम बुद्ध नगर पुलिस द्वारा नैनीताल बैंक में हुई करोड़ों की ठगी के मामले में भाजयुमो के दादरी नगर अध्यक्ष हर्ष बंसल को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि हर्ष बंसल ने अपने सीए भाई शुभम बंसल और अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर कई बैंकों से लगभग 30 करोड़ से अधिक का फ्रॉड किया था। नैनीताल बैंक से इस गिरोह ने 16.95 करोड़ का फ्रॉड करके रकम निकाली थी। हालांकि मामला प्रकाश में आने पर भाजपा जिला इकाई ने हर्ष बंसल से पल्ला झाड़ते हुए निकाय चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त होने के चलते निष्कासन की बात कही। लेकिन सपा ने इसको बड़ा मुद्दा बनाया। यहां तक की समाजवादी पार्टी प्रवक्ता राजकुमार भाटी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर भ्रष्टाचार में शामिल होने और भ्रष्टाचारियों को पनाह देने का आरोप लगाया था। एक्स (ट्वीटर) पर पोस्ट करते हुए अखिलेश यादव ने हर्ष बंसल वाली खबर और उसकी फोटों को पोस्ट करते हुए लिखा ‘भाजपा का राज, बैंक से पैसा साफ’। इस प्रकरण की आड़ में समाजवादी पार्टी ने भाजपा के भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था के नारे पर प्रहार किया। समाजवादी पार्टी ने इस प्रकरण के सहारे भारतीय जनता पार्टी को बैकफुट पर धकेल दिया था। भले ही भाजपा इस मुद्दे पर सफाई देती रही, लेकिन पार्टी के बड़े नेताओं ने चुप्पी साधे रखी। लेकिन समाजवादी पार्टी की भाजपा पर यह बढ़त अधिक दिनों तक नहीं टिक सकी।
दरअसल, गौतम बुद्ध नगर की सेंट्रल नोएडा जोन पुलिस ने 25 हजार के ईनामी सर्फाबाद गांव निवासी पप्पु यादव को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अुनसार पप्पु यादव के ऊपर लगभग डेढ दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं। वह एक शातिर भूमाफिया है। वह फर्जी दस्तावेज तैयार करके धोखाधड़ी से सरकारी जमीन को कब्जा करता था और बेचता था। एक मामले में उसने फरवरी 2024 को दिल्ली की दो महिलाओं से ठगी की थी। उसने सलारपुर गांव में जमीन दिलाने के नाम पर 15.70 लाख रूपये ठगे थे। महिलाओं ने कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज कराया था। पुलिस के अनुसा पप्पु यादव नोएडा का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। उसके ऊपर न केवल फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सरकारी जमीन कब्जा करने और बेचने का आरोप है, बल्कि विरोध करने पर लोगों को जानसे मारने की धमकी भी देता था। पुलिस के अनुसार पप्पु यादव ने कई करोड़ की सरकारी जमीन को फर्जीवाड़ा करके लोगों को बेचा है। पप्पु यादव हिन्ड़न डूब क्षेत्र में सर्फाबाद, सलापरपुर, सेक्टर-142, बिसरख, लखलावनी, सोहरखा और हलद्वानी आदि गांवों की लगभग सौ करोड़ की जमीन का फर्जीवाड़ा करके बेच चुका है। पप्पु यादव का समाजवादी पार्टी से भी संबंध सामने आया है। उसके समाजवादी पार्टी के रार्ष्टीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ फोटो भी वायरल हो रहे है। पप्पु यादव का एक भाई सपा का बड़ा नेता है। पुलिस के अनुसार उसके संरक्षण में ही पप्पु यादव अवैध रूप से जमीनों पर कब्जा एवं खरीद फरोख्त करता है। पर्दे के पीछे रहकर वह संगठित भूमाफिया गिरोह संचालित करता है।अखिलेश यादव पप्पु यादव के नोएडा के सर्फाबाद गांव वाले आवास पर कई बार आ चुके हैं। यह प्रकरण सपा के लिए गले की फांस बन गया है। अर्थात भ्रष्टाचार तथा कानून व्यवस्था को लेकर भाजपा की घेराबंदी करने वाली सपा इस प्रकरण के कारण बैक फुट पर आ गई है।



भ्रष्टाचार, शासन-प्रशासन और और कानून व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी ने बड़े योजनाबद्ध तरीके से गौतम बुद्ध नगर को निशाने पर लिया था। अपनी रणनीति के अनुसार समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक के बाद एक गौतम बुुद्ध नगर के कई प्रकरणों को मुद्दा बनाया था। अपने एक्स (ट्वीटर) हैंडल से भी कई पोस्ट कर सरकार को घेरा था। दरअसल, गौतम बुद्ध नगर को उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश का विकास मॉडल बनाकर देश और दुनिया में पेश कर रही है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा गौतम बुद्ध नगर की घटनाओं को उठाकर जहां प्रदेश सरकार पर लगातार हमले किए जा रहे थे। वहीं, गौतम बुद्ध नगर की कानून एवं प्रशासन व्यवस्था पर सवाल उठाकर प्रदेश सरकार द्वारा यहां के विकास को लेकर किए जा रहे प्रचार एवं प्रसार को भी झूठा साबित करने का प्रयास किया गया। इससे पुलिस एवं प्रशासन काफी असहज थे। लेकिन पप्पु यादव की गिरफ्तारी के बाद समाजवादी पार्टी के हमले एकदम शांत हो गए हैं। अखिलेश यादव के साथ पप्पु यादव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अभी तक भ्रष्टाचार एवं अपराध पर समाजवादी पार्टी के हमलों की धार को कुंद कर दिया है। वहीं, समाजवादी पार्टी की प्रदेश और जिला इकाई द्वारा भाजपा की घेराबंदी भी लगभग टूट गई है। पप्पु यादव की गिरफ्तारी के बाद गौतम बुद्ध नगर को लेकर अखिलेश यादव ने भी कोई नया पोस्ट सोशल मीडिया पर नहीं किया है।