उत्तर प्रदेश

बाइक बोट प्रकरण : आरोपी अनिल कुमार की डेढ करोड़ की सम्‍पत्ति होगी कुर्क

Bike boat case: Property worth 1.5 crores of accused Anil Kumar will be attached

Panchayat24 : देश के बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में जिला मेरठ के सौदीपुर गांव निवासी ललित कुमार की अहम भूमिका थी। पुलिस के अनुसार उसने जानबूझकर लोगों से धोखाधड़ी कर करोड़ो की ठगी की थी। पुलिस केअनुसार आरोपी की 1.5 करोड कीमत की सम्‍पत्ति को कुर्क करने के आदेश दिए गए हैं। पुलिस आयुक्‍त न्‍यायालय गौतम बुद्ध नगर ने 14 (1)  गैंगस्‍टर एक्‍ट के अन्‍तर्गत आरोपी के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं। बता दें कि आर्थिक अपराध शाखा ने एसटीएफ की मदद से बाइक बोट घोटाले में 50 हजार रुपये के इनामी आरोपी ललित कुमार को 21 अक्‍टूबर 2020 को दादरी स्थित नाडर विश्वविद्यालय के करीब से गिरफ्तार कर लिया है। वह मेरठ, नोएडा, दिल्ली व बुलंदशहर में छिप कर रह रहा था।

इस सम्‍पत्ति को किया जाएगा कुर्क

पुलिस कमिश्‍नर आलोक कुमार के अनुसार आरेापी की जिस सम्‍पत्ति को कुर्क किया जाएगा उसमें मेरठ के बक्‍सर स्थित राधा गार्डन कॉलोनी स्थित 291.66 वर्ग गज अर्थात 243.87 वर्ग मीटर आवासीय भूखण्ड शामिल हैं। इसकी वर्तमान में बाजार दर से कीमत  करीब 1 करोड 50 लाख है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल,  साल 2018 में लोगों बाइक बोट योजना शुरू की गई थी। इस योजना से लोगों को रातों रात लखपति और करोड़पति बनने के सपने दिखाए गए। इतना ही नहीं लुभावनी तथा आकर्षक दिखने वली इस योजना के शुरूआती दौर में लोगों ने बड़े पैमाने पर इस योजना में निवेश भी किया। लेकिन एक समय ऐसा आया कि निवेशकों का पैसा डूब गया। इस घोटाले में लोगों की गाढ़ी कमाई के लगभग 42 हजार करोड़ रूपये डूब गए। मामले को ईओडब्‍ल्‍यूबी को इस मामले की जांच सौंपे जाते समय इसकी सीबीआइ्र से भी जांच कराने की सिफारिस की गई थी। हालांकि सीबीआई जांच अब तक शुरू नहीं हुई है। जबकि ईओडब्ल्यू के मेरठ सेक्टर के पांच इंस्पेक्टर इन मामलों की विवेचना कर रहे हैं। ईओडब्ल्यू इस मामले में सैकड़ों बाइक बोट बरामद के रूप में चलने वाली बाक बरामद की हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मामले में बड़े आरोपियों के तौर पर दीप्ती बहल, बिजेंद्र हुड्डा और भूदेव फरार हैं। तीनों पर पांच-पांच लाख का ईनाम शासन से घोषित हो चुका है। इनके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी कराए जा चुके हैं। बिजेंद्र हुड्डा के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी है। जांच अधिकारियों की माने तो लोगों से ठगा गया अधिकांश पैसा बिजेंद्र हुड्डा के पास ही है और वह इसे विदेश पहुंचा चुका है ।

 

 

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