यमुना प्राधिकरण

पहलगाम की निर्मम घटना के विरोध में यीडा ने रद्द किया स्‍थापना दिवस, स्‍थापना दिवस के मौके पर लिया बड़ा फैसला ?

YIDA canceled the foundation day in protest against the brutal incident of Pahalgam, took a big decision on the occasion of foundation day?

Panchayat 24 : कश्‍मीर के पहलगाम में आतंकवादियों द्वारा भारतीय पर्यटकों की निर्मम हत्‍या के विरोध में देश घर में लोगों का आक्रोश दिखाई दे रहा है। देश भर में कई कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है। इस घटना का असर यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के स्‍थापना दिवस पर भी दिखाई दे रहा है। प्राधिकरण ने घटना के विरोध में अपना स्‍थापना दिवस कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है। इस अवसर पर प्राधिकरण की ओर से एक और बड़ा फैसला लिया गया है। इसका असर निकट भविष्‍य में इसका असर प्राधिकरण के कामकाज पर भी दिखाई देगा।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण अपना स्‍थापना 24 अप्रैल 2001 को हुई थी। प्राधिकरण 24 साल पूरे करके 25वें साल में प्रवेश कर चुका है। वर्तमान में प्राधिकरण देश के सबसे तेजी से उभरते प्राधिकरणों में से एक है। प्राधिकरण का कार्य क्षेत्र गौतम बुद्ध नगर सहित बुलन्‍दशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस और आगरा जिलों में फैला हुआ है। यहां देश के सबसे बड़े प्रोजेक्‍ट्स में शामिल जेवर एयरपोर्टज सहित प्रोजेक्‍ट बन रहे हैं। इसके अतिरिक्‍त प्राधिकरण के विश्‍वस्‍तरीय ढांचागत विकास और मूलभूत सुविधाओं के चलते भारत में होने वाले विदेशी पूंजी निवेश के लिए भी यह क्षेत्र आकर्षण का केन्‍द्र बना हुआ है।

जम्‍मु-कश्‍मीर के पहलगाम में  घटी घटना  बहुत दर्दनाक है।आतंकवादियों द्वारा कायराना घटना को अंजाम दिया गया है। पूरा देश घटना को लेकर दुख में डूबा हुआ है। घटना को लेकर देशवासियों के दिल में आक्रोश है। यमुना प्राधिकरण पहलगांव घटना का शिकार हुए सभी लोगों के श्रद्धांजलि अर्पित करता है। प्राधिकरण परिवार दुख की घड़ी में मारे गए लोगों के परिवारों के साथ है। घटना के चलते प्राधिकरण ने स्‍थापना दिवस कार्यक्रम रद्द कर दिया है।

——– डॉ अरूणवीर सिंह, सीईओ, यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण

प्राधिकरण 24 अप्रैल को होने वाले स्‍थापना दिवस को लेकर काफी उत्‍साहित था। इस दिन को मनाने के लिए प्राधिकरण की ओर से विशेष उत्‍साह था। हालांकि स्‍थापना दिवस पर कोई विशेष कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा रहा था। फिर भी प्राधिकरण के 25वें साल में प्रवेश करने पर प्राधिकरण के सभी अधिकारी और कर्मचारी मिलकर इस दिन के अपने तरीके से यादगार बनाने की तैयारियां कर रहे थे। दुर्भाग्‍य से कश्‍मीर के पहलगांव में दो दिन पूर्व आतंकवादियों द्वारा 28 भारतीयों की निर्मम हत्‍या की घटना के बाद प्राधिकरण ने स्‍थापना दिवस पर किसी तरह का सेलिब्रेशन नहीं किया गया। सभी तैयारियों को रद्द कर दिया गया। मंगाएये मिठाईयां और उपहारों को वापस लौटा दिया गया।

वहीं, प्राधिकरण की स्‍थापना दिवस के मौके पर प्राधिकरण ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए यमुन एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने प्राधिकरण के नाम में बदलाव का निर्णय लिया है। प्राधिकरण के 24वें स्‍थापना दिवस के अवसर पर प्राधिकरण को यमुना प्राधिकरण अथवा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के नाम से जाना जाएगा। बता दें कि साल 2001 में प्राधिकरण की स्‍थापना ताज एक्‍सप्रेस-वे के नाम से हुई थी। बाद में साल 2007 में इसका नाम बदलकर यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण कर दिया गया। साल 2025 में एक बार फिर से प्राधिकरण के नाम बदलाव का निर्णय लिए जाने के पीछे दो मुख्‍य कारण माने जा रहे हैं।

पिछले कुछ सालों से देखा जा रहा है कई बार यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास (यीडा) क्षेत्र की पहचान को लेकर कुछ लोगों के बीच भ्रम की स्थिति हैं। यीडा क्षेत्र को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का क्षेत्र कहकर संबोधित किया जाता है। कई बार मीडिया भी इस तरह के भ्रम का शिकार होता है। इससे यहां के प्रोजेक्‍ट्स की स्थिति को लेकर भी भ्रम पैदा होता है। कई बार यीडा को यमुना एक्‍स्‍प्रेस-वे तक सीमित समझा जाता है। जबकि यमुना एक्‍सप्रेस-वे प्राधिकरण का केवल एक प्रोजेक्‍ट है। यह गलत है। ऐसे में भविष्‍य में प्राधिकरण को यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के स्‍थान पर यमुना प्राधिकरण अथवा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के नाम से जाना जाएगा। जल्‍द ही यह प्रस्‍ताव शासन को भी भेजा जाएगा।

— डॉ अरूणवीर सिंह, सीईओ, यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण

पहला, पब्लिक में यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र एवं विस्‍तार को लेकर कई बार पैदा होने वाली भ्रम की स्थिति है। कई बार यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास क्षेत्र को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (यीडा) के हिस्‍से के रूप में प्रस्‍तुत किया जाता है, जबकि यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण एक स्‍वायत्‍त निकाय है। वहीं, कई बार यीडा को केवल यमुना एक्‍सप्रेस-वे तक सीमित करके भी देखा जाता है।

जबकि यमुना एक्‍सप्रेस-वे प्राधिकरण का पीपीपी मॉडल पर तैयार हुआ केवल एक महत्‍वपूर्ण प्रोजेक्‍ट मात्र हैं। इसके मेंटेनेंस और संचालन की जिम्‍मेवारी 36 सालों तक पूर्व में जेपी इंफ्राटेक ओर वर्तमान में सुरक्षा देख रही है। वर्तमान में प्राधिकरण क्षेत्र में ऐसे लगभग दो दर्जन प्रोजेक्‍ट्स पर काम चल रहा है। इनमें जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और प्रस्‍तावित फिल्‍म सिटी प्रमुख प्रोजेट्स हैं। जल्‍द ही दस्‍तावेजों में प्राधिकरण का नाम यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के स्‍थान पर यमुना प्राधिकरण अथवा यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण किए जाने के लिए शासन को प्रस्‍ताव भेजा जाएगा।

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