उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन की उम्मीद बरकरार : गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट को लेकर Panchayat 24 की खबर पर लग सकती है मुहर !
Hope of India alliance remains intact in Uttar Pradesh: Panchayat 24's news regarding Gautam Buddha Nagar Lok Sabha seat may be approved!

Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश में आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर इंडिया गठबंधन की राह कठिन जरूर दिख रही है, लेकिन अभी सबकुछ समाप्त नहीं हुआ है। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन को बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। इस कड़ी में समाजवादी पार्टी ने दो कदम आगे बढ़ाते हुए कांग्रेस पार्टी को उत्तर प्रदेश में 17 सीटों पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया है।इसके बीच गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन को लेकर लिखी गई खबर पर मुहर लग सकती है। जानकारों के अनुसार समाजवादी पार्टी की ओर से गठबंधन को बनाए रखने का यह अंतिम प्रयास है। यदि कांग्रेस समाजवादी पार्टी के इस प्रस्ताव को स्वीकार करती है तो अखिलेश यादव राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल हो सकते है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंंधन में मुख्य रूप से समाजवादी पार्टी, कांग्रेस और राष्ट्रीय लोकदल मजबूती से खड़े दिखाई दे रहे थे। मायावती से इंडिया गठबंधन में आने से इंकार कर दिया था। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के बीच समझौता हो गया था। दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर फैसला भी हो चुका था। समाजवादी पार्टी ने राष्ट्रीय लोकदल को सात सीटें दी थी। पांच सीटों की घोषणा हो चुकी थी। दो सीटों पर पेंच फंसास था। समाजवादी पार्टी चाहती थी कि मुजफ्फरनगर में राष्ट्रीय लोकदल के सिंबल पर समाजवादी पार्टी का प्रत्याशी चुनाव लड़े।
दरअसल, समाजवादी पार्टी हरेन्द्र मलिक को यहां से चुनाव लड़ाना चाहती थी। वहीं, राष्ट्रीय लोकदल के समर्थक एवं कार्यकर्ता मुजफ्फरनगर को अपनी प्रतिष्ठा की सीट मान रहे थे। से दोनों दलों के बीच मतभेद पैदा हुए। एक दम से राजनीतिक समीकरण बदलने शुरू हुए। केन्द्र सरकार की ओर से चौधरी चरण सिंह को भारत दत्न देने के निर्णय के बाद आरएलडी का एनडीए में जाने का रास्ता लगभग साफ हो गया। वहीं, इंडिया गठबंधन की दूसरी पार्टी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच भी सीट शेयरिंग को लेकर मतभेद उभरकर सामने आने लगे। समाजवादी पार्टी ने बिना कांग्रेस से चर्चा किए 16 उम्मीदवारों की प्रथम लिस्ट जारी कर दी।
समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में महज 11 सीटें पर चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया जबकि कांंग्रेस 21 सीटें मांग रही थी। वहीं, कांग्रेस ने भी उत्तर प्रदेश में मायावती को साधने के प्रयास शुरू कर दिए। इसकी जानकारी समाजवादी पार्टी को नहीं दी गई। इसके अतिरिक्त राहुल गांधी की न्याय यात्रा में भी अखिलेश यादव शामिल नहीं हुए। इसके बाद लगने लगा कि उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन पूरी तरह समाप्ति के कगार पर है। सोमवार को अखिलेश यादव ने 11 लोकसभा उम्मीदवारों की दूसरी सूची जारी कर दी। अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन को बाए रखने के लिए एक और प्रयास किया। उन्होंने कांग्रेस को 17 सीटों पर अपने उम्मीदवार उताने का प्रस्ताव दिया है।
इन सीटों पर चुनाव लड़ेगी कांग्रेस
समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के लिए 17 सीटें छोड़ने की बात कही है। जानकारों की माने तो इनमें अमेठी, रायबरेली, बाराबंकी, सीतापुर, कैसरगंज, अमरोहा, वाराणसी, सहारनपुर, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, फतेहपुर सीकरी, कानपुर, हाथरस, झांसी महाराजगंज, बागपत और गौतम बुुद्ध नगर लोकसभा सीटें शामिल हैं।
गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर Panchayat 24 की खबर पर लग सकती है मुहर !
गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन को लेकर Panchayat 24 पूर्व में लिख चुका है कि यह सीट कांग्रेस के खाते में जा सकती है। दरअसल, गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी का वर्चस्व है। आगामी लोकसभा चुनाव में भी विरोधी दल यहां बहुत अच्छी हालत में नहीं दिखते हैं। उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन की ड्राइविंग सीट पर समाजवादी पार्टी सवार है। कांग्रेस बहुत कमजोर दिख रही है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन की असली प्रतिनिधि समाजवादी पार्टी।
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश में अधिक से अधिक सीट जीतकर अपनी हालत में सुधार करना चाहती है। पार्टी जानती है कि गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर दांव खेलकर केवल गठबंधन में अपनी सीटों की संख्या ही बढ़ाएगी। यहां चुनाव जीतने की संभावना बहुत अच्छी नहीं है। ऐसे में पार्टी उत्तर प्रदेश की उन सीटों पर फोकस कर रही है जहां पार्टी पहले या दूसरे स्थान पर ही थी। अथवा बहुत कम अंतर से तीसरे स्थान पर रही थी। ऐसे में गौतम बुद्ध नगर सीट को समाजवादी पार्टी कांग्रेस के लिए छोड़ सकती है। हालांकि कांग्रेस की स्थिति गौतम बुद्ध नगर लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी से खराब रही है। साल 2014 में कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव से ठीक पहले पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गया था। वहीं, साल 2019 के चुनाव में कांग्रेस का उम्मीदवार चुनाव आते आते लगभग निष्क्रिय हो गया था।