चुनावी तैयारी : गौतम बुद्ध नगर भाजपा ने जारी की मंडल प्रभारियों की सूची, रवि जिंदल होंगे बादलपुर प्रभारी, जानिए पार्टी ने किस-किस को सौंपी अहम जिम्मेदारी ?
Election Preparation: Gautam Buddha Nagar BJP released the list of divisional in-charge, Ravi Jindal will be Badalpur in-charge, know to whom the party has handed over important responsibilities?

Panchayat 24 : लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी की गौतम बुद्ध नगर इकाई ने अपने सभी 11 मण्डलों के प्रभारियों की सूची जारी कर दी है। जिलाध्यक्ष गजेन्द्र मावी ने पार्टी मण्डल प्रभारियों की सूची जारी करते हुए कहा है कि सभी नवनियुक्त मण्डल प्रभारी 2024 लोकसभा चुनाव के प्रचार प्रसार में में पार्टी के लिए अहम भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि इनके कंधों पर संगठन को मज़बूत करने की जिम्मेवारी होगी। वह सरकार की उपलब्धियों व जनकल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाएंगे।
भाजपा द्वारा जारी की गई सूची में बादलपुर मण्डल प्रभारी के तौर पर रवि जिंदल को जिम्मेवारी सौंपी गई है। सुनील नागर को बिसरख मण्डल, सुनील शर्मा को जारचा मण्डल, सतीश भाटी को दादरी देहात मण्डल, विजय रावल को दादरी नगर मण्डल, इंदर नागर को सूरजपुर मण्डल, बिजेन्द्र भाटी को ग्रेटर नोएडा मण्डल, इंद्रजीत टाइगर को कासना मण्डल, धर्मेन्द्र भाटी को दनकौर मण्डल, डॉ चन्द्रपाल सिंह को रबूपुरा मण्डल और सरुराज खान को जेवर मण्डल का प्रभारी बनाया गया है। इस सूची में कई अहम चेहरों का नाम शामिल है।
गजेन्द्र मावी ने बताया कि सभी मण्डल प्रभारी बूथ स्तर की तैयारियों का जायजा लेंगे और मजबूती प्रदान करेंगे। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से जनजन को अवगत कराएंगे। इन योजनाओं से लाभ प्राप्त कर रहे लोगों से संपर्क कर उनका अनुभव जानेंगे। इस अनुभव के लाभ पार्टी को होगा।
भाजपा ने अतीत की गलती से सीख ली है
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में किसी भी तरह से लापरवाही बरतना नहीं चाहती है। भाजपा को अटल बिहारी वाजपेयी सरकार का सत्ता से जाने का कड़वा अनुभव है। दरअसल, अटल बिहारी वाजपेयी सरकार शानदार काम करने के बाद भी सत्ता से बेदखल हो गई थी। पार्टी ने शाइनिंग इंडिया का नारा दिया था। तत्कालीन पार्टी नेतृत्व को विश्वास था कि पार्टी सत्ता में वापसी करेगी। बाद में समीक्षा के दौरान पता चला कि सरकार ने अच्छा काम किया लेकिन पार्टी का संगठन सरकार के कामों को आम लोगों तक नहीं पहुंचा सका। इसके बाद पार्टी ने बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत बनाने और बूथ स्तर पर जाकर लोगों से संवाद करके सरकार की योजनाओं के बारे में जानकारी देना और अनुभव प्राप्त करने की परंपरा शुरू हुई। मण्डल प्रभारियों की नियुक्ति भी इसी कड़ी का एक हिस्सा है।