गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेस-वे की योजना में बदलाव का गौतम बुद्ध नगर को हुआ लाभ, जानिए क्या है पूरा मामला ?
Gautam Buddha Nagar benefited from the change in the plan of Ghaziabad-Kanpur Expressway, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश में बनने वाले एक हाईवे की योजना में एनएचएआई ने बदलाव किया है। इस बदलाव का लाभ गौतम बुद्ध नगर के लोगों को मिलेगा। गौतम बुद्ध नगर तथा आसपास के लोग इससे यात्रा करके कम समय में उत्तर प्रदेश तथा देश के अन्य राज्यों में कम समय में पहुंच सकेंगे। बता दें कि पूर्व में इस प्रोजेक्ट की शुरूआत गाजियाबाद एवं हापुड़ से करना चाहता था। लेकिन बदले हुए हालातों में अब यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से गौतम बुद्ध नगर पर केन्द्रित हो गया है। इसकी शुरूआत ग्रेटर नोएडा से होगी। हालांकि गाजियाबाद और हापुड़ से भी इस एक्सप्रेसवे को जोड़ा जाएगा। इससे जहां यात्रा समय में बचत होगी। वहीं, विकास और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, गौतम बुद्ध के जेवर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। एयरपोर्ट विकासकर्ता एवं यमुना एक्सप्रेस-वे सहित उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर प्रदेश एवं देश के सभी बड़े हाईवे और एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाए। इसके लिए गंगा एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर-शामली एक्सप्रेस-वे, पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस-वे, मेरठ एक्सप्रेस-वे दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे, जी टी रोड और दिल्ली लखनऊ एक्सप्रेस-वे सहित निकट भविष्य में प्रस्तावित कई एक्सप्रेस-वे से भी जेवर एयरपोर्ट को प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष जोड़े जाने की योजना है। इस क्रम में एनएचएआई द्वारा प्रस्तावित गाजियबाद-कानपुर एक्सप्रेस-वे की योजना में बड़ा बदलाव किया गया है। अब छ- लेन चौड़ा यह एक्सप्रेस-वे ग्रेटर नोएडा से शुरू होकर कानुपर तक जाएगी। इससे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट कानपुर एयरपोर्ट से सड़क मार्ग से भी जुड़ जाएगा। हालांकि इस एक्सप्रेस-वे को गाजियाबाद एवं हापुड़ से जोड़ने वाला एक 60 किमी लंबा लिंक रोड़ भी बनाया जाएगा। नोएडा-कानपुर एक्सप्रेस-वे के नाम से बनने वाले इस एक्सप्रेस-वे के आसपास औद्योगिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार एनएचएआई के इंजीनियरों ने प्राथमिक चरण का काम पूरा कर लिया है। योजना का डीपीआर तैयार कर ली गई है। मंत्रालय की मंजूरी मिलते ही इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना में बदलाव को मंजूरी मिलने के बाद काम को तेजी से शुरू किया जाएगा।
यहां से होकर गुजरेगा नोएडा-कानपुर एक्सप्रेस-वे
नोएडा-कानपुर एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश के छह जिलों से होकर गुजरेगा। ग्रेटर नोएडा से शुरू होकर बुलंदशहर होते हुए एक्सप्रेसवे कासगंज पहुंचेगा। वहां से एटा, मैनपुरी और कन्नौज से गुजरते हुए कानपुर का तक का सफर तय करेगा। कानपुर से कन्नौज तक वर्तमान जीटी रोड के ऊपर ही इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। कन्नौज से नोएडा तक का हिस्सा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे होगा। नोएडा के सिरसा में यह एक्सप्रेसवे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से भी जुड़ेगा। जेवर एयरपोर्ट के पास वाहनों को चढ़ने और उतरने के लिए लूप का निर्माण किया जाएगा। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे से जड़ने के बाद नोएडा-कानपुर एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने वाले वाहनों की पहुंच आसानी से गाजियाबाद और फरीदाबाद तक हो जाएगी।
जीटी रोड़ से वाहनों का दबाव होगा कम, यात्रा समय में होगी बचत
दरअसल, दिल्ली से कानपुर तक सीधे आने जाने के लिए मुख्य मार्ग जीटी रोड़ ही है। इस पर वाहनों का बहुत अधिक दबाव होता है। व्यस्तता के कारण कई स्थानों पर भीषण जाम भी लगता है। ऐसे में यात्रा में लगने वाला समय भी बढ़ता जाता है। नोएडा-कानुपर एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद यात्रा समय घटकर लगभग पांच घंटे रह जाएगा। वहीं, बड़ी संख्या में वाहन जीटी रोड़ की अपेक्षा नोएडा कानपुर एक्सप्रेस-वे पर आवागमन करेंगे जिससे जीटी रोड़ पर वाहनों का दबाव भी कम होगा। ऐसे में जीटी रोड़ पर लगने वाला जाम भी कम होगा। संभावना जताई जा रही हैं कि नोएडा-जेवर एक्सप्रेस-वे साल 2026 तक बनकर तैयार हो जाएगा।