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भारतीय किसान यूनियन के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता राकेश‍ टिकैत से धक्‍का-मुक्‍की, पगड़ी गिरी, हमले का प्रयास

Bharatiya Kisan Union's national spokesperson Rakesh Tikait was pushed, his turban fell off, an attempt was made to attack him

Panchayat 24 : भारतीय किसान यूनियन नेता और राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता राकेश टिकैत से धक्‍का-मुक्‍की और डंडे से हमले का प्रयास किया गया। इस दौरान उनके सिर से पगड़ी भी जमीन पर गिर गई। घटना के दौरान अफरातफरी मच गई। माहौल पूरी तरह गर्म हो गया। राकेश टिकैत को भीड़ के बीच से निकाला गया। सूचना पाकर पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। घटना के विरोध भारतीय किसान यूनियन ने ट्रेक्‍टर मार्च निकालने की घोषणा की है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअससल, शुक्रवार को मुजफ्फरनगर के टाऊन हॉल मैदान में पहलगाम में आतंकवादियों आंजाम दी गई निर्मम घटना के विरोध में जनआक्रोश यात्रा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। आयोजन में क्षेत्र से बड़ी संख्‍या में लोग शामिल हुए थे। लगभग तीन बजे ही शहर के बाजार बंद हो गए थे। राकेश टिकैत भी भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए थे। राकेश टिकैत जैसे ही बोलने के लिए आगे बढ़े और माइक हाथ में लिया, वैसे भीड़ के बीच से लोगों ने उनका विरोध शुरू कर दिया। विरोध करने वाले लोगों नारेबाजी शुरू कर दी। इससे माहौल पूरी तरह से गर्मा गया। भीड़ ने राकेश टिकैत को घेर लिया और उसने धक्‍का मुक्‍की की। इस बच राकेश टिकैत की पगड़ी भी जमीन पर गिर गई। एक व्‍यक्ति ने झंडे में लगे डंडे से राकेश टिकैत के सिर पर हमला करने का असफल प्रयास किया। हालात तनावपूर्ण हो गए। भारतीय किसान यूनियन ने राकेश टिकैत को घेरे में ले लिया। सूचना पाकर एसपी सिटी सत्‍यनारायण प्रजापत ने हालात को काबू किया और राकेश टिकैत को भीड़ से सुरक्षित बाहर निकाला गया।

राकेश टिकैत का विरोध क्‍यों किया गया ?

दरअसल, पहलगाम की दर्दनाक घटना के बाद भारत ने कुछ कठोर कदम उठाते हुए पाकिस्‍तान जाने वाले सिंधु नदी के जल को रोक दिया था। राकेश टिकैत ने भारत सरकार के इस कदम पर नाराजगी जताते हुए इसको अनुचित कहा था। उनके इस बयान को कुछ लोग पाकिस्‍तान के समर्थन में मान रहे थे। इससे हिन्‍दुवादी संगठन उनसे असहमत थे। जनआक्रोश यात्रा कार्यक्रम में पहुंचते ही राकेश टिकैत के खिलाफ लोगों का गुस्‍सा फूट पड़ा।

क्‍या बोले राकेश टिकैत ?

राकेश टिकैत ने घटना को साजिश बताते हुए कहा कि लोग आतंकवाद के विरोध में एकत्रित हुए थे। भारतीय किसान यूनियन के लोग भी इसमें शामिल होने आए थे। लेकिन जनआक्रोश यात्रा को पूरी तरह से हाईजेक किया गया था। यह किसान आन्‍दोलन को कुचलने की साजिश है। घटना के विरोध में एक ट्रेक्‍टर मार्च निकाला जाएगा। मार्च में सभी वर्ग के लोगों का सहयोग होगा।

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