जिला प्रशासनदादरी विधानसभा

… आखिर दादरी में विद्युत आपूर्ति की समस्‍या ने इतना बड़ा रूप कैसे धरण कर लिया, कौन है जिम्‍मेवार ?

... After all how did the problem of electricity supply in Dadri become so huge, who is responsible?

डॉ देवेन्‍द्र कुमार शर्मा

Panchayat 24 : हर साल गर्मियों का मौसम शुरू होते ही विद्युत आपूर्ति की समस्‍या आम हो गई है। हाईटेक जिला गौतम बुद्ध नगर की दादरी नगरपालिका और आसपास के क्षेत्र में यह समस्‍या कहीं अधिक विकराल रूप ले चुकी है। इस बार मामला अधिक गंभीर हो चला है। क्षेत्र में बिजली आपूर्ति को लेकर त्राहि त्राहि मची हुई है। विद्युत विभाग असहाय और लाचार दिखाई दे रहा है। सवाल उठता है कि पिछले कुछ सालों में ऐसा क्‍या हो गया है कि दादरी नगर और आसपास के क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की समस्‍या काफी प्रयासों के बावजूद विभाग के नियंत्रण से बाहर होती दिखाई दे रही है।

पिछले एक दशक में दादरी अपनी महत्‍वपूर्ण लोकेशन के कारण मध्‍यम और निम्‍न वर्गीय लोगों के बसने के लिए चुनिंदा स्‍थान बन गया। यहां से न केवल नोएडा और ग्रेटर नोएडा, बल्कि गाजियाबाद, दिल्‍ली, फरीदाबाद और दिल्‍ली जैसे स्‍थानों पर रोजगार करने वाले लोग भी बड़ी संख्‍या में यहां आकर बसे हैं। दादरी में इन शहरों की तुलना में संपत्ति की सस्‍ती दरें, बजट में बच्‍चों की शिक्षा और जीवन निर्वहन की चीजे अपेक्षाकृत सस्‍ती थी। इन परिस्थितियों में यहां कॉलोनाइजर वर्ग का उदय हुआ।

दादरी एवं आसपास के गांवों की जमीन पर तेजी से बिना किसी सरकारी योजना के कॉलोनियां बस चुकी हैं। कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाओं का कोई ध्‍यान नहीं रखा गया है। सड़कें, जल आपूर्ति, जल निकासी और विद्युत आपूर्तिजैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। दादरी और उसके आसपास लगभग सैकड़ों अवैध कॉलोनियों का जाल बिछ चुका है। बुनियादी सुविधाओं पर इसका तेजी से दबव बढ़ रहा है। वर्तमान में इन कॉलोनियों में जल निकासी, सड़कों और बिजली के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। नेताओं के दबाव और विभाग के भ्रष्‍ट अधिकारियों ने बिजली कनैक्‍शन घर-घर तक इन अवैध कॉलेनियों में पहुंचा दिए हैं।

दादरी नगर एवं आसपास के क्षेत्रों में तेजी से बढ़ती आबादी के कारण विद्युत आपूर्ति लगातार बढ रही है। इनफ्रास्‍ट्रक्‍चर में उस गति से सुधार नहीं हुआ है। वर्तमान में दादरी नगर एवं आसपास के गांवों की विद्युत आपूर्ति धूम मानिकपुर, चिटेहरा, कूड़ीखेड़ा, प्‍यावली, बिसनूली, कोट, लुहारली एवं एनटीपीसी रोड़ आदि उपकेन्‍द्रों से हो रही है। पिछले साल तक दादरी क्षेत्र में विद्युत विभाग 40 एमवीए की आपूर्ति कर रहा था। क्षेत्र में तेजी से बढ़ती मांग के कारण 15 एमवीए का लोढ़ बढ़ाया गया। वहीं, बिसनूली में 25 एमवीए की अपूर्ति भी शुरू की गई।

वर्तमान में दादरी एवं आसपास के क्षेत्र में लगभग 80 एमवीए की विद्युत आपूर्ति की जा रही है। विकराल होती समस्‍या के कारण यह पर्याप्‍त नहीं है। विभागीय अधिकारियों की माने तो अभी 55 एमवीए की अतिरिक्‍त आपूर्ति की जाए जिसके बाद समस्‍या का निदान हो पाएगा। हालांकि 20-20 एमवीए क्षमता वाले दो उपकेन्‍द्र बादलपुर और दुरियाई में बनने प्रस्‍तावित हैं। इसके बाद भी 15 एमवीए आपूर्ति की मांग की भरपाई करना चुनौती रहेगी। वहीं, जब तक बादलपुर और दुरियाई में दोनों उपकेन्‍द्र बनेंगे विद्युत आपूर्ति की मांग कहीं अधिक बढ़ चुकी होगी। इसके बावजूद दादरी नगर का अपना कोई विद्युत उपकेन्‍द्र नहीं है। चिटेहरा और धूममानिकपुर उपकेन्‍द्रों से ही नगर की विद्युत आपूर्ति हो रही है।

दादरी नगर एवं आसपास के क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति को सुचारू रखने के लिए प्रत्‍येक उपकेन्‍द्र पर संविदा पर नौ लाइनमैन रखे गए हैं। हालांकि एक लाइनमैन उपकेन्‍द्र पर ऑपरेटर का भी काम देखता है। इसके अतिरिक्‍त एक जेई और एक टीजीटो भी तैनात रहते हैं। विद्युत आपूर्ति को सुचारू बनाए रखने में जिस तरह की समस्‍याएं आ रही हैं, लाइनमैनों की संख्‍या कम है। रात भर फाल्‍ट पर काम करते लाइनमैनों को भी कई तरह की समस्‍याओं का सामन करना पड़ता है। साल 2016-17 तक प्रत्‍येक उपकेन्‍द्र पर 16 लाइनमैन संविदाकर्मी काम करते थे। विभाग का यह निर्णय चौंकाने वाला है कि समय के साथ जहां विद्युत आपूर्ति को लेकर चुनौतियां बढ़ी हैं, लाइनमैनों की संख्‍या घटी है। सत्‍य तो यह भी है कि बिजली चोरी ने समस्‍या को जटिल बना दिया है।

दादरी क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति की समस्‍या ने विभागीय भ्रष्‍टाचार की कलई खोल दी है ? पुराने इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर से नई चुनौतियों से लड़ने के विभागीय प्रयास नाकाफी है। इस बात से विभाग के आला अधिकारी अंजान है अथवा जैसा है चलने दो की नीति को आंख मूंदकर स्‍वीकर कर लिया है ? नेताओं ने अवैध कॉलोनियों में वोटबैंक तलाशा, समस्‍या समाधान पर ध्‍यान क्‍यों नहीं दिया गया ? शासन और प्रशासन मान चुका है कि अवैध कॉलोनियां बड़ी मु‍सीबत बन चुकी हैं। आज इनके कारण बिजली आपूर्ति की विकराल समस्‍या सामने खडी हो गई है। भविष्‍य में जल निकासी, जल आपूर्ति और कूड़ा निस्‍तारण जैसी समस्‍याएं भी विकराल रूप लेंगी। क्‍या विद्युत आपूर्ति की समस्‍या किसी बड़ी समस्‍या की ओर एक संकेत भर है ? यदि ऐसा है तो भी दादरी एवं आसपास के क्षेत्र का भविष्‍य धीरे-धीरे अंधकार की ओर बढ़ रहा है। यह क्षेत्र आने वाले दिनों में एक बड़ा स्‍लम (मलीन बस्‍ती) बन जाएगा  ?

Related Articles

Back to top button