अमानवीयता : दो नाबालिग बहनों को घर में जबरन किया बंद, बंधक बनाकर घर पर कराया जा रहा था काम
Inhumanity: Two minor sisters were forcibly locked in the house, work was being done at home by being held hostage
Panchayat24.com : दो सगी नाबालिग बहनों को पिछले लगभग एक साल से बंधक बनाकर घर में रखा गया था। दोनों बहनों से अवामनवीयता बरतते हुए जबरन घर का काम कराया जा रहा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों बहनों को छुड़ाया। पुलिस मामले में कानूनी कार्रवाई कर रही है। मामला नोएडा के थाना सेक्टर-20 कोतवाली क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, मूलरूप से झारखण्ड के गुमला जिले में दो नाबालिग बहनें परविार के साथ रह रही थी। परिवार की आर्थिक हालत ठीक नहीं थी। उनके गांव का ही बसंत नामक एक व्यक्ति उनकी मां से मिला और उसकी बड़ी बेटी को नोएडा में अच्छा काम दिलवाने की बात कही। परिवार की आर्थिक हालत को देखते हुए मां ने बेटी को बसंत के साथ नोएडा भेजने पर सहमति दे दी। बसंत पिछले साल अगस्त 2021 में बड़ी लड़की को लेकर नोएडा आ गया। उसने लड़की को सेक्टर-27 स्थित सी-6 में रहने वाली दम्पत्ति अनुपमा घोष और अनीता घोष यहां काम पर रखवा दिया। इसके बाद बसन्त छोटी लड़की को भी जनवरी 2022 में गुमला से नोएडा लेकर आ गया और उसे भी घोष दम्पत्ति को सौंप दिया। पुलिस के अनुसार दोनों लड़कियों से उनकी इच्छा के विपरीत घर का सारा काम कराया जाता था। दोनों नाबालिग बहनें काम छोड़कर कहीं चली ना जाएं, इसलिए उन्हें घर में ही बंधक बनाकर रखा गया था।
इस संबंध में सूचना मिलने पर पुलिस और एफएक्सबी चाइल्ड हेल्पलाइन के कर्मचारियों की टीम ने संयुक्त रूप से सेक्टर-27 स्थित घोष दम्पत्ति के घर पर छापेमारी की कार्रवाई की। सूचना के अनुसार दोनों नाबालिग बहनें पुलिस को उस घर में ही मिल गई। पूछताछ में दोनोंं बहनों ने सारी सच्चाई बयां कर दी। पुलिस ने दोनों लड़कियों का मेडिकल कराकर सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर सेक्टर-62 स्थित वन स्टॉप सेंटर पर छोड़ा गया है।
जांच में पता चला कि बसंत के खिलाफ गुमला में दोनों नाबालिग लड़कियों को गांव से ले जाने पर मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने झारखण्ड पुलिस को मामले की सूचना दे दी है।