सेंट्रल नोएडा जोन

समाजवादी पार्टी प्रवक्‍ता राजकुमार भाटी को दिया आश्‍वासन गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने किया पूरा, जानिए क्‍या है पूरा मामला ?

Gautam Buddha Nagar police fulfilled the assurance given to social worker spokesperson Rajkumar Bhati, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने समाजवादी पार्टी नेता एवं पार्टी प्रवक्‍ता राजकुमार भाटी से किया हुआ अपना वायदा पूरा कर दिया है। बता दें कि राजकुमार भाटी ने एक मामले को लेकर सेंट्रल नोएडा पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। उन्‍होंने यहां तक कहा था कि पुलिस ने मामला गलत धाराओं में दर्ज कर लिया है। इस प्रकरण को लेकर राजकुमार भाटी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्‍ट करके इस बारे में जानकारी दी थी। हालांकि गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने जल्‍द ही मामले का खुलासा कर आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्‍वासन दिया था। पुलिस के आश्‍वासन से राजकुमार भाटी आश्‍वस्‍त दिखे थे।

क्‍या है पूरा मामला ? 

दरअसल, पिछले कुछ समय से समाजवादी पार्टी गौतम बुद्ध नगर की कानून व्‍यवस्‍था और महिला सुरक्षा को लेकर काफी पैनी नजर रख नही है। पार्टी गौतम बुद्ध नगर की घटनाओं को पेश कर उत्‍तर प्रदेश सरकार को भी घेरती दिख रही है। पार्टी प्रवक्‍ता राजकुमार भाटी से लेकर अखिलेश यादव लगातार गौतम बुद्ध नगर की कानून एवं प्रशासनिक व्‍यवस्‍था की कमियों पर लगातार सोशल मीडिया पर पोस्‍ट करते रहते हैं। इस बीच बीते 11 अगस्‍त को सेंट्रल नोएडा के सेक्‍टर-142 कोतवाली क्षेत्र के मोईयापुर गांव में एक घटना घटी जिसमें हथियारबंद बदमाशों ने परिवार के लोगों को बंधक बनाकर एवं डरा धमकाकर लगभग 3 लाख की नकदी, सोने चांदी के आभूषण और कुछ दस्‍तावेज लूट लिए। आरोपी घटना को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने पीडित पक्ष की तहरीर पर मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी थी।

राजकुमार भाटी घटना के बाद गांव में पहंंचकर पीडित परिजनों से मुलाकात की थी। उन्‍होंने ने पुलिस कार्रवाई पर नाराजगी जताते हुए पुलिस कार्यशैली पर सवाल उठाए थे। राजकुमार भाटी ने कहा था कि पुलिस ने डकैती की घटना को लूट की धाराओं में दर्ज किया है। घटना के बाद पुलिस अभी तक खाली हाथ है। उन्‍होंने कहा था कि घटना के पांच दिन बाद भी पुलिस पीडित परिजनों को बुलाकर केवल पूछताछ ही कर रही है। हालांकि पुलिस द्वारा राजकुमार भाटी से संपर्क कर जल्‍द ही घटना का खुलासा कर आरोपियों की शीघ्र खुलासा करने की बात कही थी। पुलिस के आश्‍वासन के बाद राजकुमार भाटी आश्‍वस्‍त थे।

फेसबुक पर की गई अपनी पोस्‍ट में राजकुमार भाटी ने लिखा था कि योगीआदित्‍यनाथ की सरकार और यूपी पुलिस किस तरह से प्रदेश में अपराधों पर नियंत्रण कर रही है, इसका एक उदाहरण सामने आया हे। हाईटेक सिटी नोएडा के गांव मोहियापुर में 11 अगस्‍त की राज डाका पडा। आठ डाकुओं ने हथियारों के बल पर पूरे परिवार को बंधक बनाकर करीब 5 लाख रूपये की लूट की। नोएडा पुलिस ने मुकदमा डकैती के स्‍थान पर लूट की धाराओं में दर्ज किया। और पुलिस खाली हाथ है। पांच दिन से पुलिस केवल पीडित परिवार को बार बार थाने बुलाकर उन्‍हीं से पूछताछ कर रही है। डाकूओं की तलाश का कोई प्रयास अभी तक दिखाई नहीं दिया है। आज मैंने गांव पहुंचकर पीडित परिवार से मुलाकात की। उन्‍होंने यह पोस्‍ट बीते 16 अगस्‍त को की थी।

पुलिस ने लुटेरों को किया गिरफ्तार, लूट का सामान बरामद

सेंट्रल जोन डीसीपी शक्ति मोहन अवस्‍थी के अनुसार सेक्‍टर-142 कोतवाली पुलिस और स्‍वाट टीम ने संयुक्‍त कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में मोईयापुर गांव में बीते 11 अगस्‍त को लूट की घटना को अंजाम देने वाले एक अंतर्राज्‍यीय गिरोह के चार सदस्‍यों को गिरफ्तार किया है। इस गिरोह ने हथियारों के बल पर परिवार के लोगों को डरा धमकाकर तीन लाख रूपये, आभूषण और जरूरी दस्‍तावेज लूट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने इनके कब्‍जे से लूटे गए सामान में से 1 लाख 12 हजार 600 रूपये की नकदी, एक पिस्‍टल, मैगजीन, 3 तमंचे, वादी का आधार कार्ड एवं पेन कार्ड बरामद किया है।

डीसीपी के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान दीपक (घायल), सचिन उर्फ चतरू निवासी गेझा, कनोज उर्फ शाका निवासी अलीगढ़ और अजीत निवासी हरदोई के रूप में हुई है। सभी आरोपी गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद तथा आसपास के क्षेत्रों में रह रहे थे। वहीं, रेकी करने वाला मुख्‍य आरोपी असामुद्दीन निवासी अलवर अभी फरार है। पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।

ऐसे देते थे वारदात को अंजाम

डीसीपी के अनुसार गिरफ्तार सभी आरोपी एक अन्‍तर्राज्‍यीय गिरोह के सदस्‍य है। आरोपी घरों में रेकी करके हथियारों के बल पर लोगों को डरा धमकाकर कीमती सामान की लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते थे। यह गिरोह पिछले दो सालों से इस प्रकार की वारदातों को अंजाम दे रहे थे। यह गिरोह दिल्ली एनसीआर एवं अन्य राज्यो घूम-घूम कर शहर एवं गावो के किनारे पर बने मकानो की रेकी कर उनमें योजनाबद्ध तरीके से घूसकर परिजनो को हथियार व चाकू के दम पर डरा-धमकाकर लूटपाट की घटना करते है। आरोपी घटना को अंजाम देने के लिए एक कैब की डुप्‍लीकेट नंबर प्‍लेट का प्रयोग करते थे। इस बात का विशेष ध्‍यान रखते थे कि जिस कैब की नंबर प्‍लेट का प्रयोग दूसरी गाड़ी पर कर रहे हैं, वह भी उसी तरह की गाड़ी होनी चाहिए। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी एनसीआर से बाहर निकल जाते है। कुछ समय के बाद वापस फिर से नई वारदात को अंजाम देने की योजना बनाते थे। गिरफ्तार आरोपी लूटपाट से मिलने वाले रूपयो से मौज मस्‍ती करते थे। आरोपियों पर कई मुकदमें भी दर्ज हैं।

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