यमुना एक्सप्रेस-वे पर दो लाख की अवैध शराब से भरा केंटर पकड़ा गया, चालक गिरफ्तार
Canter full of illicit liquor worth two lakhs caught on Yamuna Expressway, driver arrested
Panchayat 24 : जेवर पुलिस ने बीते सोमवार देर रात यमुना एक्सप्रेस-वे पर अवैध शराब से लदे हुए एक केंटर को पकड़ा है। केंटर में लगभग दो लाख कीमत की शराब भरी हुई थी। पुलिस ने केंटर चालक को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार शराब को अवैध तरीके से हरियाणा से बिहार ले जाया जा रहा था। पुलिस दो अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है। आरोपी चालक को पुलिस ने कोर्ट में पेश किया।
क्या है पूरा मामला ?
जानकारी के अनुसार पुलिस को सूचना मिली थी कि यमुना एक्सप्रेस-वे के रास्ते भारी मात्रा में अवैध शराब तस्करी कर ले जाई जा रही है। सूचना पर पुलिस ने जांच एवं तलाशी अभियान शुरू कर दिया। पुलिस ने शिवा ढाबा के पास सोमवार देर शाम दिल्ली से आगरा की ओर आ रहा था। पुलिस ने जांच के लिए केंटर को रोक लिया। तलाशी के दौरान केंटर से हरियाणा ब्राण्ड की 70 पेटी हाफ बोतल और 30 पेटी क्वार्टर पेटी शराब बरामद हुई। पुलिस के अनुसार पकड़ी गई शराब की मार्केट वेल्यू 2 लाख रूपये हैं। गिरफ्तार किए गए चालक की पहचान रिंकू निवासी जिला चूरू राजस्थान के रूप में हुई है।
शराब के मालिक फरार
पुलिस के अनुसार पूछताछ में गिरफ्तार चालक ने बताया कि यह शराब मूलरूप से हरियाणा के चरखी दादरी निवासी गजेन्द्र सिंह और उसके एक अज्ञात पार्टनर की है। बता दें कि पूर्व में भी पुलिस ने इस तरह की शराब की भारी खेप को पकड़ा है। सभी में एक बात कॉमन रही है कि चालक को डिलीवरी करने की जिम्मेवारी होती है। चालक को शराब माफियाओं के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं होती। इन्हें एक स्थान पर डिलीवरी पहुंचाने के बाद इनकी कीमत मिल जाती है। आगे डिलीवरी पहुंचाने की जिम्मेवारी किसी और की होती है।
सॉस, पानी और ग्लूकोज की बोतलों के बीच छिपाकर हो रही थी तस्करी
पुलिस ने बताया कि केंटर में सॉस, ग्लूकोज और पानी की बोतलों के बी छिपाकर शराब की पेटियों को रखा गया था। जांच के दौरान शुरूआती दौर में पुलिस को भी लगा कि सूचना गलत है, लेकिन केंटर की पूरी तलाशी करने के बाद शराब की पेटियां नजर आ गई।
केंटर पर लगी थी फर्जी नम्बर प्लेट
पुलिस के अनुसार केंटर पर फर्जी नम्बर प्लेट लगाकरअवैध शराब की खैप की तस्करी की जा रही थी। जिस केंटर में शराब को पकड़ा गया उस पर यूपी 16 एफटी 5079 नम्बर की नम्बर प्लेट लगी हुई थी, जबकि केंटर का असली नम्बर यूपी 14 सीटी 4520 था।
अवैध शराब के ट्रांसपोटेशन के लिए फर्जी बिल बनाए गए
पुलिस के अनुसार शराब की तस्करी के लिए आरोपियों ने बड़ी चालाकी से फर्जी बिल बनाए गए थे। अवैध शराब को हरियाणा से बिहार ले जा रहा था जिसका मूल बिल, जो वाराणसी उत्तर प्रदेश से समस्तीपुर बिहार के लिए बनाया गया है। इसी सामान का दूसरा बिल मूल बिल जो वेस्ट दिल्ली से वाराणसी के लिए बनाया गया। दोनों बिल षडयंत्र रचकर धोखाधड़ी कर फर्जी तरीके से अन्य सामानों के साथ तैयार कर अवैध शराब के आसान ट्रांसपोटेशन के लिए किया गया।