ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दो अहम फैसले बदल देंगे गली और सड़कों की दशा, जानिए क्या है पूरा मामला ?
Two important decisions of Greater Noida Authority will change the condition of streets and roads, know what is the whole matter?

राजेश बैरागी, वरिष्ठ पत्रकार
Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने क्षेत्र के बाजारों को प्लास्टिक और पोलीथीन मुक्त करने के लिए कपड़े व जूट के थैलों का उपयोग अनिवार्य करने का निर्णय लिया है। इसी प्रकार संवेदनशीलता तथा मानव-पशु सह अस्तित्व को बढ़ावा देने के लिए जलपुरा स्थित गौशाला में आवारा पशुओं को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एक सेवानिवृत्त पशु-चिकित्सक की तैनाती की गई है। इसके लिए बाकायदा एक हेल्पलाइन नंबर 8860006496 भी जारी किया गया है।
ग्रेटर नोएडा शहर को साफ-सुथरा और प्रदूषण मुक्त रखने के लिए प्राधिकरण क्षेत्र के बाजारों में प्लास्टिक तथा पोलीथीन बैग्स के उपयोग पर प्रतिबंध लगा सकता है। आज मंगलवार को अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्री लक्ष्मी वी एस की अध्यक्षता में विभिन्न सामाजिक संगठनों की महिला पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में बाजारों में कपड़े व जूट के थैलों के अनिवार्य उपयोग को लागू करने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्लास्टिक से बनी अन्य वस्तुओ , जैसे डिस्पोजेबल बर्तन, स्ट्रा, चम्मच आदि — के स्थान पर बायोडिग्रेडेबल या पुनः उपयोग योग्य विकल्पों को बढ़ावा दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, शहर में बढ़ती आवारा कुत्तों की संख्या को लेकर भी बैठक में गंभीरता से विचार किया गया। एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने संबंधित विभाग को निर्देशित किया कि मोहल्लों में रहने वाले सभी स्ट्रीट डॉग्स की समयबद्ध नसबंदी की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाए, ताकि जनसुरक्षा एवं स्वच्छता व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके। प्राधिकरण द्वारा लिए गए ये निर्णय ग्रेटर नोएडा को एक स्वच्छ, सुरक्षित और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील शहर बनाने की दिशा में एक सार्थक कदम हैं।
इस बैठक में इंटरनल एनर्जी फाउंडेशन की एमडी जयंती आर अयंगर, इंटरनल एनर्जी फाउंडेशन की एडिशनल सेक्रेटरी सिमरन भाटिया, एडवोकेट मनीष गुप्ता ट्रस्टी इंटरनल एनर्जी फाउंडेशन, एंटी प्लास्टिक वारियर शैल माथुर (TREE), अनुराधा डोगरा वशिष्ठ, एनिमल केयर गिवर, रितु सिंह और विधि शुक्ला आदि मौजूद रहे।
एक अन्य अहम् फैसले के तहत शहर के आवारा जानवरों को चोट लगने, बीमार पड़ने अथवा रेबीज से बचाने के लिए जलपुरा गौशाला में एक सेवानिवृत्त पशु-चिकित्सक डॉ सत्यपाल सिंह राठी की नियुक्ति की गई है। गौशाला महाप्रबंधक आर के भारती ने बताया कि बीमार व चोटिल पशुओं की जानकारी देने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि कुमार एनजी के निर्देश पर जलपुरा गौशाला को आदर्श गौशाला के तौर पर विकसित किया जा रहा है।