दादरी विधानसभा

स्‍कूल बस चालक की लापरवाही ने 1996 की दर्दनाक घटना की यादें कर दी ताजा, अभिभावकों के होश उड़े, जानिए क्‍या है पूरा मामला ?

The negligence of the school bus driver brought back painful memories of 1996, parents were blown away

Panchayat 24 : दिल्‍ली-हावड़ा मार्ग पर तेज रफ्तार स्‍कूल बस द्वारा रेलवे फाटक को टक्‍कर मारकर तोड़ने के बाद जबरन रेलवे लाइन पार करने के की घटना ने साल 1996 में घटी एक दर्दनाक घटना को लोगों के जहन में फिर से ताजा कर दिया। उस समय भी बस चालक की लापरवाही से बस में सवार चार लोगों की मौत हो गई थी। स्‍कूल बस चालक की लापरवाही की खबर सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए और अपने बच्‍चों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई। हालांकि मले को शिक्षा विभाग गंभीरता से ले रहा है। विभाग द्वारा संबंधित स्‍कूल को नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है। जिलाधिकारी सुहास एलवाई के अनुसार मामला गंभीर है। लापरवाहीं के चलते बड़ा हादसा हो सकता था। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, बीते मंगलवार सुबह दिल्‍ली-हावड़ा रेलवे लाइन पर ट्रेन के आने का समय हो रहा था। तभी आमका-कैलाशपुर रेलवे फाटक पर रेलवे कर्मचारी ने फाटक गिरा दिया। लेकिन खेड़ी भनौता गांव स्थित एमसी गोपीचंद स्‍कूल की बस तेज गति से आई। रेलवे कर्मचारी ने बस चालक को रूकने का इशारा किया। लेकिन बस चालक ने अनदेखा करते हुए रेलवे लाइन पार करने के इरादसे से बस की गति को तेज कर दिया। इसी दौरान बस रेलवे फाटक को तोड़ती हुई बीच रेलवे लाइन पर जाकर रूक गई। यह नजारा देखकर वहां मौजूद सभी लोगों की सांसे अटक गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बस में लगभग 40 छात्र सवार थे। गनीमत रही कि बस समय रहते स्‍टार्ट हो गई और रेलवे लाइन से हट सकी। इस घटना के कुछ मिनट बाद ही वहां से ट्रेन गुजरी। इंस्‍पेक्‍टर संजय कुमार वर्मा आरपीएफ ने बताया कि बस को कब्‍जे में लेकर आरोपी चालक आयाराम निवासी कैलाशपुर को गिरफ्तार कर लिया है। आरपीएफ ने आरोपी चालक के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर कोर्ट में पेश किया।

क्‍या है 1996 की दर्दनाक घटना ?

स्‍कूल बस चालक की लापरवाही से बीते मंगलवार को आमका रेलवे फाटक पर घटी घटना ने लोगों के जहन में 1996 में घटी उस दर्दनाक घटना की यादें ताजा कर दी जिसे क्षेत्र के लोग मुश्किल से भूल सके थे। दरअसल, साल 1996 में यामाहा इंडिया कम्‍पनी की बस सुबह के समय खेड़ी और भनौता गांव से स्‍टाॅफ लेकर निकलती थी। रोज की तरह बस कम्‍पनी कर्मचारी तथा भनौता गांव निवासी जितेन्‍द्र सिंह को लेकर निकली थी। रास्‍ते में खोदना खुर्द गांव के एक अन्‍य व्‍यक्ति भी सवार हो गए थे। बस में चालक और परिचालक पहले से ही सवार थे। जब बस इस रेलवे फाटक पर पहुंची तो एक तरफ का फाटक लगा हुआ था जबकि दूसरी तरफ का फाटक खुला हुआ था। बस चालक ने तेजी से रेलवे फाटक पार करने के चक्‍कर में बस को आगे बढ़ा दिया। जब बस रेलवे लाइन के बीचों बीच पहुंची तो उसे पता चला कि सामने वाला फाटक बंद है। चालक ने बस को पीछे हटाने की अपेक्षा फाटक को खुलवाने का प्रयास किया। इस बीच काफी समय बीत गया और रेलवे लाइन पर ट्रेन आ गई। हादसे में बस में सवार जितेन्‍द्र सिंह सहित सभी चारों लोगों की मौत हो गई थी। मृतक जितेन्‍द्र सिंह के भतीजे संदीप तोंगड बताते हैं कि कोहरे के कारण बस चालक स्थिति को अच्‍छी तरह समझ नहीं सका था। वहीं गेटमैन भी बस को आती हुई नहीं देख सका था। जब तक लोगों की समझ में कुछ आता, ट्रेन बस को टक्‍कर मारकर दूर तक खींंच चुकी थी।

अभिभावकों के पैरों तले से निकल गई जमीन

घटना के बारे में जैसे ही छात्रों के अभिभावाकों को पता चला तो उनके होश उड़ गई। बच्‍चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित अभिभावकों ने स्‍कूल में सम्‍पर्क कर जानकारी की। घटना को लेकर अभिभावकों ने स्‍कूल प्रबंधन को जमकर खरी खोटी सुनाई। हालांकि घटना को लेकर स्‍कूल प्रबंधन का कहना है कि जिस समय यह हादसा हुआ उस समय स्‍कूल बस खाली थी। स्‍कूल प्रबंधन से जुड़े हुए सौरभ सिंह ने बताया कि सुबह के समय बस आमका गांव की तरु बच्‍चों को लेने के लिए जा रही थी। बस में कोई भी छात्र नहीं था। हालांकि यह बात स्‍कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को भी बातई, लेकिन उन्‍होंने घटना को बेहद चिंताजनक बताते हुए बच्‍चों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल किए।

प्रशासन के दिशा निर्देशों का खुला उल्‍लंघन

जिले में पुलिस तथा प्रशासन के द्वारा स्‍कूल बसों को लेकर समय समय पर कई तरह के दिशा निर्देश जारी किए जाते रहे हैं। कई तरह की गाइड लाइन जारी की जाती है। इसके अतिरिक्‍त जागरूकता अभियान भी चलाए जाते हैं। इसके बावजूद पुलिस तथा प्रशासन के दिशा निर्देशों का लगातार उल्‍लंघन किया जा रहा है। यह घटना इसका जीता जागता उदाहरण है।

घटना को लेकर जिला प्रशासन सख्‍त, शिक्षा विभाग जारी करेगा नोटिस

जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है। इस तरह की लापरवाही से बड़ी घटना हो सकती है। मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मवीर सिंह का कहना है कि मामला उनके संज्ञान में है। संबंधित स्‍कूल को नोटिस जारी किया जाएगा। जांच के बार उचित कार्रवाई की जाएगी।

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