यमुना प्राधिकरण

राफेल बनाने वाली कंपनी यीडा क्षेत्र में स्‍थापित करेगी एमआरओ, सिविल एविएशन क्षेत्र में युवाओं को बनाएगी दक्ष, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर

Rafale manufacturing company will set up MRO in YIDA area, will make youth skilled in civil aviation sector, employment opportunities will increase

Panchayat 24 : राफेल एयरक्राफ्ट बनाने वाली फ्रांस की कंपनी डसॉल्‍ट यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण क्षेत्र में एमआओ ( मेंटिनेंस, रिपेयरिंग एण्‍ड ओवर हाल) यूनिट स्‍थापित करेगा। यह यूनिट जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अन्‍तर्गत स्‍थापित किया जाएगा। इसके साथ ही युवाओं को सिविल एविएशन इंडस्‍ट्री में करियर बनाने के लिए युवाओं को सिविल एविएशन एवं एरोनॉटिकल तकनीक क्षेत्र में  दक्ष बनाया जाएगा। युवाओं के कौशल विकास के लिए कंपनी एक इंस्‍टीटयूट स्‍थापित करेगी। इससे युवाओं का कौशल विकास के साथ रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, भारत ने रक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए फ्रांस की सुरक्षा उपकरणबनाने वाली कंपनी डसॉल्‍ट के साथ राफेल एयरक्राफ्ट को लेकर समझौता हुआ है। भारत सरकार के साथ हुए समझौते के अनुसार कंपनी राफेल का भारत में ही उत्‍पाद करेगी। इसके अन्‍तर्गत कंपनी भारत में ही एक एमआरओ स्‍थापित करंगी। भारत सरकार ने इसके लिए रक्षा मंत्रालय को निदेश दिए हैं। रक्षा मंत्रालय ने यूपी सरकार के सामने यह प्रस्‍ताव रखा था। यूपी सरकार ने इसके लिए यीडा क्षेत्र को चुना है।

डसॉल्‍ट जेवर में बन रहे नोएड अंतर्राष्‍ट्रीय एयरपोर्ट के अन्‍तर्गत एमआरओ यूनिट स्‍थापित करेगा। भारत में वर्तमान में कुल 698 एयरक्राफ्ट हैं जो साल 2030 तक बढ़कर लगभग 1100 हो जाएंगे। ऐसे में भारत में एमआओ बाजार तेजी से बढ़ेगा। साल 2021 में भारत में यह 1.7 बिलियन का था जो साल 2030 तक बढ़कर 7 बिलियन का हो जाएगा। ऐसे में यहां सिविल एविएशन तकनीक कौशल से दक्ष युवाओं की मांग तेजी से बढ़ेगी। इसको देखते हुए कंपनी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अन्‍तर्गत ही एक स्किल डवेलपमेंट सेंटर स्‍थापित करेगी। यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण इसके लिए जमीन मुहैया कराएगी। यहां युवाओं को सिविल एविएशन तकनीक एवं एरोनॉटिकल तकनीक से जुड़े कोर्स कराए जाएंगे।

 दसवीं पास युवाओं के लिए तीन साल का कोर्स कराया जाएगा। इसमें दो साल का डिप्‍लोमा और एक साल का इंटर्नशिप कोर्स होगा। वहीं, बारहवीं पास युवाओं के लिए बैचलर ऑफ साइंस का कोर्स कराया जाएगा। साथ ही इन कोर्स को करने वाले युवाओं को छ: माह का कुशल श्रमिक सर्टिफिकेट भी मुहैया कराया जाएगा।

डसॉल्‍ट नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अन्‍तर्गत एमआरओ स्‍थापित करेगी। यहां युवाओं को एरोनॉटिक तकनीक में दक्ष बनाने के लिए इंस्‍टीटयूट बनाया जागएा। यहां दसवीं पास एवं बारहवी पास युवाओं को दक्ष बनाया जाएगा। इससे युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

——- डॉ अरूणवीर सिंह, सीईओ, यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण

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