गौतम बुद्ध नगर पुलिस टीम पर हमला, गोली लगने से कांस्टेबल शहीद, दादरी में घटी घटना की यादें हुई ताजा ?
Attack on Gautam Budh Nagar police team, constable martyred after being shot, memories of Dadri incident revived?

Panchayat 24 : गाजियाबाद के मसूरी कोतवाली क्षेत्र के नहाल गांव में वांटेड आरोपी को पकड़ने गई गौतम बुद्ध नगर पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। हमले में एक कांस्टेबल को गोली लगी। गंभीर आलत में कांस्टेबल को उपचार के लिए गाजियाबाद के यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया। चिकित्सकों ने उपचार के दौरान कांस्टेबल को मृत घोषित कर दिया। मसूरी पुलिस ने फेज-3 कोतवाली पुलिस की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है। घटना ने दादरी कोतवाली क्षेत्र में घटी घटना की यादें ताजा कर दी है जब आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला हुआ था। इस घटना में पुलिस उपनिरीक्षक की गोली लगने से मौत हो गई थी।
क्या है पूरा मामला ?
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सेंट्रल नोएडा के कोतवाली फेज-3 पुलिस गाजियाबद के मसूरी कोतवाली क्षेत्र के नहाल गांव निवासी कादिर उर्फ मंटर को गिरफ्तार करने बीते सोमवार को दबिश में गई थी। आरेापी कादिर फेज-3 कोतवाली से लूट, चोरी एवं गैंगस्टर जैसे 16 से अधिक संगीन आरोपों में वांछित चल रहा था। दबिश में नोएडा पुलिस के साथ गाजियाबाद पुलिस भी शामिल थी। पुलिस ने योजनाबद्ध तरीके से आरोपी को कादिर को गिरफ्तार कर लिया था। इस बीच आरोपियों के परिजनों और साथियों ने मिलकर पुलिस टीम पर अचानक हमला कर दिया।
पुलिस टीम पर चारों ओर से पत्थर और गोलियां बरसाई गई। कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। एक गोली कार्रवाई में शामिल फेज-3 कोतवाली के कांस्टेबल सौरभ देशवाल के सिर में आकर लगी। गोली लगते ही सौरभ देशवाल लहूलुहान होकर जमीन पर गिर गया। आनन-फानन में गंभीर हालत में उसको अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी मौत हो गई। घटना की जानकारी पाकर गौतम बुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह भी अस्पताल पहुंच गई। उन्होंने पूरे घटनाक्रम का जायजा लिया। अन्य घायल पुलिसकर्मियों का उपचार चल रहा है। वहीं पुलिस ने आरोपी कादिर को गिरफ्तार कर मसूरी पुलिस को सौंप दिया है। मसूरी पुलिस ने मामले में उपनिरीक्षक सचिन की तहरीर पर मामला दर्ज कर लिया है।
वांछित आरोपी कादिर नहाल गांव का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी के लिए नोएडा पुलिस ने रविवार रात 12 बजे मसूरी पुलिस टीम के साथ नहाल गांव में आई थी। इस दौरान पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। एक गोली नोएडा पुलिस के कांस्टेबल सौरभ को लगी। गंभीर हालत में उसको उपचार के लिए यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। वहीं, वांछित आरोपी कादिर को पुलिस ने घेराबंदी कर दबोच लिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
सुरेन्द्र नाथ तिवारी, डीसीपी ग्रामीण, गाजियाबाद पुलिस कमिश्नरेट
वहीं, घटना में शामिल अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी गाजियाबाद पुलिस टीम की आरोपियों से मुठभेड़ हो गई। एसीपी मसूरी लिपि नगायच ने बताया कि नहाल गांव में आरोपी को गिरफ्तार करने दबिश के लिए पहुंची गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद पुलिस टीमों पर हमला करने वाले आरोपियों की तलाश में मसूरी कोतवालरी पुलिस एवं स्वाट टीम जुटी थी।पुलिस टीमें नहाल गांव के पास जंगल के रास्ते पर अण्डर पास के करीब चैकिंग की रही थी। तभी पुलिस को एक बाइक नजर आई। पुलिस टीम ने बाइक सवारों को रूकने का इशारा किया। बाइक सवारों ने पुलिस टीम पर फायरिंग करते हुए भागने का प्रयास किया। इस दौरान उनकी बाइक फिसलकर गिर गई। पुलिस ने भी आत्मरक्षा के लिए फायरिंग की। पुलिस की गोली से बाइक सवार घायल हो गए। आरोपियों की पहचान नंदू एवं अब्दुल के रूप में हुई है। उनके कब्जे से अवैध हथिार एवं कारतूस बरामद हुए है। आरोपियों को गिरफ्तार कर वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
दादरी में घटी घटना की कड़वी यादें हो गई ताजा
गाजियाबाद के मसूरी कोतवाली क्षेत्र के नहाल गांव में 25 मई देर रात घटी घटना ने लगभग एक दशक पूर्व दादरी में घटी घटना की कड़वी यादों को ताजा कर दिया है। दरअसल, 9 साल पूर्व 25 अप्रैल 2016 को दादरी पुलिस को सूचना मिली थी कि नई आबादी में कुछ वांछित एक मकान में छुपे हुए हैं। इस आरोपियों को दादरी पुलिस को लंबे समय से तलाश थी। सूचना के आधार पर दादरी पुलिस ने भोर के समय आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उस मकान पर दबिश दी। जैसे ही पुलिस टीम ने मकान का दरवाजा खोला, अचानक अंदर से फायरिंग शुरू हो गई। मौका पाकर आरोपी छत के रास्ते फरार हो गए।
फायरिंग शुरू होते ही पुलिस टीम ने अपना बचाव किया और सुरक्षित स्थान पर पहुंच गई। दबिश टीम में शामिल कोट गांव चौकी प्रभारी अख्तर खान का कोई अता पता नहीं था। दबिश में शामिल पुलिसकर्मियों को महसूस हुआ कि अख्तर खान फायरिंग में घिर गए हैं। टीम उनके बचाव के लिए मौके पर पहुंची। आरोपी फरार हो चुके थे। अंधेरे के कारण पुलिस टीम को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। रोशनी करने पर जो दृश्य दादरी पुलिस टीम ने देखा, उनके पैरों तले से जमीन खिसक गई। दरोगा अख्तर खान लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़े हुए थे। आनन फानन में उन्हें उपचार के लिए सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सौरभ के साहस को याद करेगी गौतम बुद्ध नगर पुलिस
गाजियाबाद के नहाल गांव में वांछित आरोपी को गिरफ्तारी के लिए गई टीम में सौरभ देशवाल शामिल थे। सौरभ देशवाल मूलरूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले का रहने वाले थे। उनकी तैनाती वर्तमान में सेंट्रल नोएडा की फेज-3 कोतवाली में थी। वह अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए शहीद हो गए। पुलिस टीम पर हुए हमले के दौरान उन्हेंने अदम्य साहस और वीरता का परिचय देते हुए आरोपी वांछित आरोपी कादिर को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई। कर्तव्य पालन के लिए उन्होंने अपने प्राणों का सर्वोच्च बलिदान दिया।