राजनीति

एनडीए ने सरकार गठन की तैयारियां की तेज, जानिए किस ब्राह्मण और गुर्जर चेहरे को मिल सकती है मंत्रिमण्‍डल में जगह ?

NDA has intensified preparations for government formation, know which Brahmin and Gurjar face can get a place in the cabinet?

Panchayat 24 : लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद भाजपा के नेतृत्‍व में एनडीए ने सरकार बनाने की तैयारियां शुरू कर दी है। शुक्रवार को एनडीए के सभी घटक दलों की एक बैठक हुई। बैठक में नरेन्‍द्र मोदी को सर्वसम्‍मति से एनडीए का नेता चुन लिया। संभवत: 9 जून को नरेन्‍द्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में नरेन्‍द्र मोदी के मंत्रिमण्‍डल में शामिल चेहरों के नामों को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो चुका है।

दरअसल, मंत्रिमण्‍डल में शामिल होने वाले नामों पर विचार करने से पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी कुछ विशेष परिस्थितियों पर जरूर विचार करेंगे। इनमें महिलाओं की मंत्रिमण्‍डल में भागीदारी, क्षेत्रीय हिस्‍सेदारी, जातीय समीकरण और राजीनतिक परिदृश्‍य। राजनीतिक जानकारों की माने तो नरेन्‍द्र मोदी के मंत्रिमण्‍डल में उन राज्‍यों के सांसदों को मंत्री बनाए जाने की अधिक संभावनाएं हैं जिनमें जल्‍दी ही निकट भविष्‍य में चुनाव होंने वाले हैं। ऐसे में महाराष्‍ट्र, दिल्‍ली और हरियाणा को मंत्रिमण्‍डल में तवज्‍जो मिल सकती है। ऐसी स्थिति में उत्‍तर प्रदेश को बड़ा झटका लग सकता है। चूंकि यहां पर न तो बहुज जल्‍दी राज्‍यसभा चुनाव होने हैं। साथ यहां पार्टी का प्रदर्शन भी आशा के अनुरूप नहीं रहा है। पार्टी को यहां 80 में से महज 33 सीटें ही मिली हैं।

किस गुर्जर को मिल सकता है नरेन्‍द्र मोदी 3.0 सरकार में मौका ?

लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर जीत दर्ज करने वाले गुर्जर समाज के उम्‍मीदवारों के बड़े नामों पर विचार करें तो इनमें फरीदाबाद से कृष्‍णपाल गुर्जर और अमरोहा से कंवर सिंह तंवर का नाम सामने आता है। वहीं, राजस्‍थान से पार्टी के गुर्जर प्रत्‍याशी चुनाव नहीं जीत सकें हैं। बता दें कि कृष्‍णपाल गुर्जर ने लगातार तीसरी बार लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। वहीं, कंवर सिंह तंवर ने दूसरी बार उत्‍तर प्रदेश के अमरोहा से जीत दर्ज की है। इन दोनों को मंत्रिमण्‍डल में शामिल होने की संभावनाओं पर विचार करें तो कृष्‍णपाल गुर्जर कंवर सिंह तंवर पर भारी पड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। कृष्‍णपाल गुर्जर के पक्ष में जहां हरियाणा में भाजपा के खिलाफ लहर में जीत दर्ज करना, लगातार तीसरी बार चुनाव जीतना और सबसे अधिक मजबूत पक्ष हरियाणा के विधानसभा चुनावों का करीब होना है। ऐसे में भाजपा कृष्‍णपाल गुर्जर को मंत्रिमण्‍डल में एक बार फिर जगह देकर भाजपा जाति और चुनावी परिदृश्‍य को एक साथ साध सकती है।

ब्राह्मण चेहरे के रूप में महेश शर्मा के लिए मंत्रिमण्‍डल में किया जाएगा शामिल ?

भाजपा का गढ और देश के सबसे अधिक लोकसभा सीटों वाले उत्‍तर प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी ने साल 2014 में यहां 71 सीटें मिली थी। वहीं, साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा की सीटों की संख्‍या घटकर 62 हो गई थी। लेकिन साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को यहां करारी हार का सामना करना पड़ा है। पार्टी को यहां महज 33 सीटें मिली है। पार्टी के कई दिग्‍गज चुनाव हार गए हैं। चुनाव का अंतर भी घटा है। ऐसे में गौतम बुद्ध नगर से भाजपा के उम्‍मीदवार डॉ महेश शर्मा ने न केवल लगातार तीसरी बार जीत दर्ज की है, बल्कि अपने साल 2019 के जीत के अंतर को रिकार्ड स्‍तर पर ले गए हैं। उन्‍हें 5.60 लाख वोटों से जीत मिली है। वह साल 2014 में केन्‍द्र सरकार में संस्‍कृतिक एवं उड्डयन मंत्री भी रह चुके हैं।

राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि उत्‍तर प्रदेश में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बावजूद डॉ महेश शर्मा की बड़ी जीत के कारण उन्‍हें मंत्रिमण्‍डल में जगह मिल सकती है। वहीं, क्षेत्रीय समीकरणों की बात करें तो पश्चिम में वह पार्टी का बड़ा चेहरा भी है। मुजफ्फरनगर से पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री संजीव बालियान चुनाव हार चुके हैं। ऐसे में पश्चिम उत्‍तर प्रदेश से डॉ महेश शर्मा के नाम पर विचार किया जा सकता है।

वहीं, जातीय समीकरणों की बात करें तो डॉ महेश शर्मा को कुछ ब्राह्मण चेहरों से भी कड़ी टक्‍कर मिल सकती है। इनमें उत्‍तर प्रदेश से जतिन प्रसाद और राज्‍यसभा सांसद दिनेश शर्मा का नाम काफी चर्चा में हैं। जतिन प्रसाद कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हैं। पहले वह विधायक का चुनाव जीते। उन्‍हें योगी मंत्रिमण्‍डल में  लोक निर्माण विभाग मंत्रालय दिया गया। अब वह  पीलीभीत से लोकसभा का चुनाव जीतकर संसद पहुंचे हैं। वहीं, उत्‍तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री दिनेश शर्मा को पार्टी ने राज्‍यसभा सांसद बनाया है।

वहीं, दिल्‍ली के विधानसभा चुनाव भी करीब हैं। ऐसे में भाजपा का शीर्ष नेतृत्‍व दिल्‍ली में पूर्वांचल मतदाताओं को साधने के लिए मनोज तिवारी को मंत्रिमण्‍डल में शामिल कर सकता हैं। ऐसे में गौतम बुद्ध नगर से सटा होने के कारण मनोज तिवारी से भी डॉ महेश शर्मा का कड़ा मुकाबला हो सकता है।

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