कार्रवाई : जानिए किस गांव की 45 बीघा जमीन को कराया जागएगा कब्ज मुक्त ?
Action: Know which village's 45 bigha land will be made free from constipation?
Panchayat24.com : जिले में अवैध तरीके से कब्जा की गई गौचर भूमि को कब्जा मुक्त कराया जाएगा। यह निर्णय जिला स्तर पर गौ आश्रय स्थलों पर संरक्षित निराश्रित एवं बेसहारा गौवंश के लिए चारा प्रबंध के लिए हुई बैठक में लिया गया। विकास भवन के सभागार में सम्पन्न हुई बैठक की अध्यक्षता जिला मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने की। बैठक में गांवों में गौचर भूमि को कब्ज मुक्त कराने पर भी निर्णय लिया गया। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी गौतमबुद्धनगर डा० बी० के० श्रीवास्तव एवं शासन द्वारा जिले के गो आश्रय स्थल के लिए नामित नोडल अधिकारी डा० सुनील दत्त, जिला कृषि अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, बिसरख दादरी, जेवर सहित जिले के सभी पशु चिकित्साधिकारी भूसा विक्रेताओं ने भाग लिया।

क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, प्रदेश के मुख्यमंत्री निराश्रित गौवंश के बेहतर प्रबंधन को लेकर लगातार कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के आदेशों के अनुरूप जिले गौवंश के भरण पोषण की बेहतर व्यवस्था के लिए तथा गौवंश स्थलों पर संरक्षित गोवंश के भरण पोषण के लिए चारा व्यापारियों से भूस एवं चारा गौआश्रय स्थलों पर दान करने की अपील की गई।
दानदातों को किया जाएगा सम्मानित
बैठक में निर्णय लिया गया कि जो भी चारा एवं भूसा व्यापारी तथा अन्य इच्छुक दानदाता गौ आश्रय स्थलों के लिए चारा तथा भूसा दान देंगे उन्हें जिला प्रशासन की ओर से प्रशास्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा।
किस गांव में 45 बीघा गौचर भूमि को कराया जाएगा कब्जा मुक्त ?
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने ग्राम पंचायत खण्ड़ेरा में मौजूद 45 बीघा गौचर भूमि को अवैध कब्जे से मुक्त कराया जाएगा। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी ने दादरी उपजिलाधिकारी अतुल गुप्ता को कॉल कर दिशा निर्देश दिए। वहीं खण्ड़ेरा खण्ड़ विकास अधिकारी एवं मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ बी के श्रीवास्तव को गौ आश्रय स्थलों के लिए हरा चारा प्रबंधन के लिए निर्देशित किया।
जिले में बनाए जाएंगे मॉडल गौ आश्रय स्थल, व्यवसायिक गतिविधियां होंगी शुरू
मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह ने कहा कि जिले में मॉडल गौ आश्रय स्थल बनाए जाएंगे। बायोगैस संयंत्र स्थापित कर वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन किया जाएगा। गौमूत्र का व्यवासायिक उपयोग किया जाएगा।