करहल उपचुनाव : एक लड़की का चुनाव में पार्टी चयन की मतदान पूर्व घोषणा जानलेवा हो गई!
Karhal by-election: A girl's pre-poll announcement of party selection in the election turned fatal!

Panchayat 24 : करहल में दलित युवती की मौत का संबंध करहल चुनाव से है ? ऐसा इस लिए कह रहा हूं कि करहल में एक दलित युवती की मौत का आरोप समाजवादी पार्टी के नेता पर लग रहे हैं। युवती का शव अर्धनग्न अवस्था में झाडियों में मिला है। चारों और इस बात की चर्चा हो रही है कि समाजवादी पार्टी के नेता ने महज इस लिए दलित युवती की हत्या कर दी क्यों कि उसने भाजपा को वोट देने की बात कही थी। मृतका के माता पिता का बयान भी इन चर्चाओं की पुष्टि कर रहे हैं। मृतका के माता पिता अपने बयान में स्पष्ट कह रहे हैं कि उनकी बेटी को धमकी दी गई थी।
करहल विधानसभा सीट अखिलेश यादव के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई है। यहां से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी तेजप्रताप सिंह यादव चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, भाजपा के टिकट पर अनुजेश प्रताप सिंह चुनाव में ताल ठोक रहे हैं। चुनाव संपन्न हो चुका है। लेकिन दलित युवती की मौत के बाद बड़ा सवाल छोड़ गया है। मृतका के माता पिता समाजवादी पार्टी नेता प्रशांत और मोहन पर बेटी की हत्या का आरोप लगा रहे हैं। हालांकि पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हे। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। दुष्कर्म के बाद हत्या की भी बात सामने आ रही है। मामले की संवेदनशीलता के चलते पोस्टमार्टम और जांच रिपोर्ट काफी महत्वपूर्ण हो गई है।
इस घटना ने समाजवादी पार्टी को बैक फुट पर धकेल दिया है। कुछ जानकार यहां तक कह रहे हैं कि करहल विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी की हार के रूप में इस घटना का राजनीतिक असर भी सामने आ सकता है। करहल में हुई इस घटना के बाद राजनीति भी शुरू हो गई है। भाजपा समाजवादी पार्टी पर इस घटना को लेकर हमलावर है। वहीं, समाजवादी पार्टी और सहयोगी दलों की ओर से इस घटना पर काई प्रतिक्रिया नहीं आई है। समाजवादी पार्टी को लोकसभा चुनाव में जिस मूल मंत्र ने भारी जीत दिलाई, उस पीडीए में एक पिलर दलित भी है। इसके बावजूद अखिलेश यादव और इंडिया गठबंधन के किसी नेता का बयान अभी तक नहीं आया है।
हर घटना राजनीति में धारणा बनाने और पुरानी धारणाओं को बनाने और बिगाड़ने का काम करती हैं। ऐसे में करहल में हुई घटना अपवाद नहीं हो सकती है ? करहल की घटना के बाद यदि लोगों के जहन में समाजवादी पार्टी के भूतपूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का वह बयान, लड़के हैं, गलतियां हो जाती हैं, यदि एकाएक स्मरण हो जाए तो इसमें कोई अतिश्योक्ति न होगी। ऐसा भी हो सकता है कि उत्तर प्रदेश सरकार की छोटी छोटी गलतियों पर सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाली समाजवादी पार्टी करहल घटना को लेकर खुद जनता की अदालत के कटघरे में खड़ी दिखाई दे। क्योंकि सत्ता पक्ष हो या फिर विपक्ष जनता सभी का हिसाब किताब अपने पास रखी है और समय आने पर सूद सहित हिसाब चुकाती है।