स्पोर्ट्स

क्रिकेट विश्‍वकप फाइनल 2023 में भारत ने नहीं लिया इतिहास से कोई भी अनुभव, कर डाली बड़ी गलतियां

India did not take any experience from history in Cricket World Cup Final 2023, made big mistakes

Panchayat 24 : भारत और आस्‍ट्रेलियां के बीच अहमदाबाद के नरेन्‍द्र मोदी क्रिकेट स्‍टेडियम पर खेले गए फाइनल मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा। भारत की इस हार ने देश के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों को दुख पहुंचा है। इस हार के बाद क्रिकेट प्रेमी भारतीय क्रिकेट टीम ने मैदान पर कुछ रणनीतिक ग‍लतियां की जिसको लेकर सोशल मीडिया पर आलोचना भी हो रही है। चलिए बात करते हैं हैं उन गलतियों की जिनके चलते भारत क्रिकेट विश्‍वकप का फाइनल मैच आस्‍ट्रलियां से 6 विकेट से हार गया।

यह भी देखें :- भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास से नहीं लिया अनुभव तो पड़ेगा भारी

रविचन्‍द्र अश्विन को टीम से बाहर रखना पड़ा भारी

भारत ने अपने सबसे अनुभवनी गेंदबाज रविचन्‍द्रन अश्विन को टीम से लगातार बाहर रखा। फाइनल जैसे अहम मैच में अनुभवी खिलाडि़यों की भूमिका अहम होती है। लेकिन कप्‍तान रोहित शर्मा ने स्पिन गेंदबाज के रूप में रविन्‍द्र जड़ेजा और कुलदीप यादव पर ही भरोसा जताया। फाइलन मैच के लिए आस्‍ट्रेलियाई खिलाड़ी कुलदीप यादव और रविन्‍द्र जड़ेजा के खिलाफ पूरी तैयारी से उतरे। मैच में कुलदीप यादव और रविन्‍द्र जड़ेजा आस्‍ट्रलियाई खिलाडियों के सामने साधारण साबित हुए।

भारतीय क्रिकेट टीम ने इतिहास से कोई भी सबक नहीं लिया

भारतीय क्रिकेट टीम ने विश्‍वकप 2023 में लगातार 10 मैच जीतकर क्रिकेट प्रेमियों का काफी तारीफ बटोरी। इस बीच टीम के कप्‍तान, कोच और टीम मैनेजमेंट इतिहास से सीख लेना भूल गया। दरअल, साल 2003 में हुई विश्‍वकप के फाइनल में भारत और आस्‍ट्रेलिया की भिड़ंत हुई थी। इस मैच में भारत ने केवल एक स्‍थापित स्पिनर हरभजन को ही अंतिम एकादश में रखा जबकि टीम के सबसे अधिक अनुभवी स्पिनर अनिल कुंबले को टीम से बाहर रखा। उनके स्‍थान पर दिनेश मोंगिया को टीम में रखा। दिनेश मोगिया का प्रदर्शन मैच के दौरान गेंद और बल्‍ले दोनों से बेहद खराब रहा। भारतीय टीम भली भांति जानती थी कि आस्‍ट्रेलिया टीम को स्पिन के सहारे बांधकर रखा जा सकता है। यह बात साबित भी हुई जब हरभजन सिंह को छोड़कर कोई भी गेंदबाज अपनी छाप नहीं छोड़ सका। पूरे मैच में आस्‍ट्रेलिया ने महज दो विकेट गंवाए जो हरभजन सिंह की झोली में गए। उस दौरान अनिल कुंबले को टीम से बाहर रखने की जमकर आलोचना भी हुई थी। भारतीय कोच और कप्‍तान भारतीय टीम के स्पिन विभाग को मजबूत करने से चूक गए।

कप्‍तान रोहित शर्मा अपने विकेट की कीमत नहीं समझ सके

हालांकि क्रिकेट विश्‍वकप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के कप्‍तान रोहित शर्मा ने दबंग अंदाज में ताबड़तोड़ तरीके से बल्‍लेबाजी की है। दर्शकों ने इसको सराहा भी है। लेकिन फाइनल मैच में रोहित शर्मा की यह रणनीति टीम पर भारी पड़ गई। दरअसल, फाइनल मैच में रोहित शर्मा अपने चिरपरिचित अंदाज में बल्‍लेबाजी कर रहे थे। इसी बीच शुभमन गिल का विकेट पारी के शुरूआती दौर में ही गिर गया। इसके बावजूद रोहित शर्मा ताबड़तोड़ बल्‍लेबाजी कर रहे थे। दरअसल, आस्‍ट्रलियाई खिलाड़ी भी यही चाहते थे। ऐसे में रोहित शर्मा से गलतियां होने की गुंजाइश अधिक थी। आस्‍ट्रेलियाई कप्‍तान ने मैक्‍सवेल को गेंदबाजी थमाई। रोहित शर्मा ने लगातार मैक्‍सवेल पर प्रहार कर तीन गेंदों में दस रन बना लिया। इसके बाद उन्‍हें परिस्थतियों को देखते हुए अपने विकेट की कीमत समझनी चाहिए थी। लेकिन वह मैक्‍सवेल की गेंद पर छक्‍का लगाने के चक्‍कर में आस्‍ट्रलियाई जाल में फंसकर कैच आउट हो गए। शुभमन गिल के आउट होने के बाद रोहित शर्मा को संभलकर खेलना चाहिए था। लेकिन उन्‍होंने लगातार जोखिम उठाकर शाट लगाने जारी रखे। रोहित शर्मा के लापरवाही भरे अंदाज से आउट होने के बाद आने वाले बल्‍लेबाजों के लिए परिस्थितियां कठिन बनती चली गई।

सुर्य कुमार यादव बड़े मैच का दबाव झेलने में नाकाम रहे

विश्‍वकप के लिए चुनी गई टीम में हार्दिक पाण्‍डया के स्‍थान पर सूर्य कुमार यादव को टीम में रखा गया। विश्‍वकप में खेले गए मैचों में केवल एक मैच में ही सूर्य कुमार यादव ने 49 रनों का स्‍कोर किया। अधिकांश समय पर उन्‍हें खेलने का अधिक मौका नहीं मिला। यदि मौका मिला भी तो वह असफल ही साबित हुए। इसके बावजूद कोच और कप्‍तान ने सूर्य कुमार यादव पर भरोसा जताया। इनका मानना था कि फाइनल मैच में सूर्य कुमार यादव को शामिल रखने से भारत की बल्‍लेबाजी मजबूत होगी। लेकिन उनका विचार गलत साबित हुआ। फाइनल मैच में टीम को जब सूर्य कुमार यादव की जरूरत पड़ी, उस समय वह बेहतर प्रदर्शन करने से चूक गए। उनके पास बड़ा स्‍कोर करने और अपने आलोचकों को करारा जवाब देने का बेहतर मौका था। लेकिन सूर्य कुमार यादव फाइनल जैसे बड़े मैच का दबाव नहीं झेल सके।

कप्‍तान रोहित शर्मा ने गेंदबाजों का सही इस्‍तेमाल नहीं किया

भारत ने पहले बल्‍लेबाजी करते हुए आस्‍ट्रलिया जैसी मजबूत टीम के सामने महज 240 जैसा साधारण स्‍कोर बनाया था। इसके बावजूद भारतीय पेसर बुमराह और शमी ने आस्‍ट्रेलियाई बल्‍लेबाजों की नाक में दम कर दिया। जब आस्‍ट्रलिया का स्‍कोर दस ओवर में महज 47 रन और तीन विकेट हो चुका था तो प्रतीत हो रहा था कि भारत मैच में वापसी कर चुका है। लेकिन तभी रोहित शर्मा ने दोनों ओर से पेस अटैक को हटाकर स्पिन अटैक शुरू कर दिया। दोनों छोर से रविन्‍द्र जड़ेजा और कुलदीप यादव को लगा दिया। यहीं से आस्‍ट्रलियाई बल्‍लेबाज ट्रेविस हेड और लाबुबुशेन को आंख जमाने का मौका मिल गया। इसके बाद दोनों ने जबरदस्‍त बल्‍लेबाजी की। मोहम्‍मद सिराज को बहुत देर से गेंदबाजी पर लगाना भी रोहित शर्मा का गलत फैसला रहा।

Related Articles

Back to top button