आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा को लेकर हिन्दू और सिख संगठन हुए आमने सामने, जानिए क्या है पूरा मामला ?
Hindu and Sikh organizations came face to face with Aamir Khan's film Lal Singh Chaddha, know what is the whole matter?
Panchayat 24 : बॉलीवुड स्टार आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिरी रही है। गुरूवार को रिलीज होते ही इस फिल्म को लेकर पंजाब में नया विवाद शुरू हो गया। दरअसल, इस फिल्म को लेकर पंजाब के जालंधर में हिन्दू और सिख संगठन आमने सामने आ गए। जहां हिन्दू संगठन इस फिल्म का विरोध कर रहे थे, वहीं सिख संगठन फिल्म को सिनेमा घरों और मॉल में दिखाए जाने के समर्थन में आ गए। माहौल तनावपूर्ण हो गया। मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थित को काबू में किया।
दरअसल, हिन्दूवादी संगठन आमिर खान पर हिन्दू देवी देवताओं का अपमान करने का आरोप लगाते हुए उनकी फिल्म लाल सिंह चड्ढा का विरोध कर रहे हैं। विवाद के बीच ब्रहस्पतिवार को यह फिल्म रिलीज हो गई। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जालंधर स्थित एमबीडी मॉल केे PVR सिनेमा में यह फिल्म लगी । डेढ़ बजे फिल्म का शो शुरू होते ही शिवसेना और दूसरे हिंदू संगठनों ने मॉल के बाहर जमकर हंगामा किया। माहौल तनावपूर्ण हो गया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। काफी देर तक माहौल शांत नहीं होने पर पीवीआर प्रबंधन ने फिल्म का शो बंद करने का आश्वासन दिया। इसके बाद हिन्दू वादी संगठन वहां से लौट गए।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस और पीवीआर प्रबंधन ने अभी चेन की सांस ली भी नहीं थी कि सिख तालमेल समिति के सदस्य यहां पहुंच गए और मॉल में घुसकर फिल्म का शो शुरू करने की जिद पर अड़ गए। पीवीआर प्रबंधन ने लोगों को समझाया कि आज शो बंद कर दिया गया है। लेकिन सिख तालमेल समिति के सदस्यों ने फिल्म किसी भी कीमत पर रूकनी नहीं चाहिए। समिति ने अपनी जिम्मेवारी पर सुरक्षा का आश्वासन देकर फिर से फिल्म को शुरू कराया।
SGPC ने फिल्म देखकर दी क्लीन चिट
इस फिल्म को अमिर खान की उपस्थिति में गुरूद्वारा प्रबंधक समिति की रिसर्च समिति के सदस्यों ने देखा था। आमिर खान ने सिख संगठनों ने फिल्म को स्वीकृति दिलाने के लिए जालंधर के एक मॉल में बीते 3 अगस्त को विशेष शो की व्यवस्था की थी। एसजीपीसी की ओर से कहा गया है कि फिल्म में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। सिख संगठनों की ओर से कहा गया यदि हिन्दूओं को 2016 में पीके फिल्म का विरोध करना चाहिए था।