बड़ी खबर, होगी चिंता दूर : यूपी में नहीं करने पड़ेंगे राशन कार्ड सरेंडर, खाद्य विभाग ने दी सफाई
Big news, worries will go away: Ration card will not have to be surrendered in UP, food department clarified
Panchayat 24: उत्तर प्रदेश में सरकार की एक योजना को लेकर पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा जोरो पर है। यह योजना उत्तर प्रदेश में भाजपा की योगी आदित्यनाथ सरकार की वापसी का एक महत्वपूर्ण कारण भी रही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं मुफ्त राशन योजना की। लेकिन पिछले कुछ दिनों से कुछ मानक तय करते हुए खबर चल रही थी कि जो लोग इन मानकों पर खरे नहीं उतर रहे हैं, वह जल्द से जल्द अपने राशन कार्ड सरेंडर कर दे अन्यथा सरकार द्वारा ऐसे उपभोक्ताओं से रिकवरी की जाएगी। लोगों ने अपने राशन कार्ड सरेंडर करने भी शुरू कर दिए थे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने राशन कार्ड सरेंडर करने की खबर पर अपना रूख स्पष्ट कर दिया है। प्रदेश के खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त सौरभ बाबू ने कहा है कि प्रदेश में राशन कार्ड सरेंडर करने एवं निरस्तीकरण का कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है। 8 साल पूर्व जो नियम था वही जारी रहेगा। राशन कार्ड सत्यापन एक सामान्य प्रक्रिया है जो समय समय पर जारी रहती है।
यह उपभोक्ता नहीं होगे अपात्र
विभाग द्वारा जारी पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि राशन योजना के अन्तर्गत पक्का मकान, विधुत कनेक्शन, एक मात्र शस्त्र लाइसेंस धारक, मोटर साईकिल स्वामी, मुर्गी पालन, गौपालन के आधार पर किसी भी कार्ड धारक को अपात्र घोषित नहीं किया जाएगा।
नहीं होगी वसूली
विभाग की ओर से स्पष्ट किया गया है कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 तथा अन्य प्रचलित शासनादेशों में अपात्र कार्डधारकों से वसूली जैसी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। रिकवरी के सम्बन्ध में शासन स्तर से अथवा विभागीय स्तर से कोई दिशा निर्देश एवं आदेश नहीं दिए गए हैं।

सस्त्यापन की क्यों पड़ी आवश्यकता
खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त सौरभ बाबू ने कहा कि विभाग नियमानुसार कार्डधारकों को उनकी योग्यता के आधार पर नए राशन कार्ड जारी करता है। बीते दो सालों में विभाग ने लगभग 29 लाख 53 हजार पात्र लाभार्थियों को नए राशन कार्ड जारी किए गए हैं।
राशन कार्ड निरस्तीकरण एवं सरेंडर करने को लेकर सरकार को घेरा
राशन कार्ड को सरेंडर करने, राशन की कुल कीमत की वसूली और राशन कार्ड के निरस्तीकरण की खबर पर जहां भाजपा के नेता और सांसद वरूण गांधी ने सरकार को घेरा था। वहीं कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी, आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सांसद संजय सिंह, और पूर्व आईएएस अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने भी उत्तर प्रदेश सरकर, केन्द्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा था।
सरकार ने सोशल मीडिया पर विरोधियोंं की पोस्ट को भ्रामक बताया है
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रही विरोधी नेताओं और भाजपा नेताओं द्वारा राशन कार्ड सरेंडर करने वाली खबरों को भ्रामक बताया है। इसे विरोधियों की साजिश बताया गया है।