गर्व की बात : संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी से जुड़े प्रस्ताव को मिली मंजूरी, भारत के लिए बड़ी कूटनीतिक जीत
It is a matter of pride: the proposal related to Hindi has been approved in the United Nations, a big diplomatic victory for India
Panchayat24.com : भारत के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ में वह पल गर्व की अनुभूति करने वाला था जब पहली बार संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा में हिन्दी गूंजायमान हुई। अब अन्तराष्ट्रीय मंचों पर अंग्रेजी और फ्रेंच सहित छ: अन्य भाषाओं को प्राप्त है। हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र संघ की अधिकारिक कामकाजी भाषा का दर्ज मिल गया है। संयुक्त राष्ट्र संघ ने बीते शुक्रवार को भारत के हिन्दी भाषा सम्बन्धी प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए घोषणा कर दी।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र संघ के पहले सत्र में 1946 को एक प्रस्ताव पारित किया गया था। प्रस्ताव संख्या 13 (1) के अन्तर्गत स्पष्ट तौर पर कहा गया था कि संयुक्त राष्ट्र संघ अपने उद्देश्यों को तब तक प्राप्त नहीं कर सकता जब तक दुनिया भर के लोग उसके उद्देश्यों और कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं कर सकेंगे। इसके लिए लोगों तक सूचनाएं पहुंचनी चाहिए। यह सूचनाएं अधिक से अधिक बहुभाषावाद पर आधारित होनी चाहिए।
भारत लम्बे समय से कर रहा था प्रयास
भारत ने लंबे समय से हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र संघ में उसका सम्मान दिलाने के लिए लम्बे समय से प्रयास कर रहा था। भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रस्ताव भी पेश करते हुए कहा गया था कि दुनिया में बड़ी आबादी द्वारा हिन्दी बोली जाती है। हिन्दी भाषी संयुक्त राष्ट्र संघ के कार्यों से प्रभावित होते हैं और अन्तरार्ष्ट्रीय मंचों को प्रभावित भी करते हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा द्वारा प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारिक एवं गैर अधिकारिक कामकाजों के प्रस्ताव अब हिन्दी में भी प्रसारित किए जाएंगे। प्रस्ताव में उर्दू और बांग्ला भाषाओं का भी जिक्र है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र के इस फैसले की भूरी भूरी प्रशंसा की है।
संयुक्त राष्ट्र संघ की अधिकारिक भाषाएं
संयुक्त राष्ट्र संघ के अधिकारिक भाषाओं में चीनी (मैंडरिन), अरबी, फ्रंच, अरबी, रूसी और स्पेनिश सहित 6 भाषाएं शामिल हैं। इनमें अंग्रेजी और फ्रेंच मुख्य हैं। अब सातवीं भाषा के तौर पर हिन्दी को भी शामिल करने का मतलब है कि संयुक्त राष्ट्र के कामकाज, उद्देश्यों और अभियानों की जानकारी संयुक्त राष्ट्र संघ की अधिकारिक वेबसाइट पर हिन्दी में भी उपलब्ध होगी।
क्या है हिंदी @ UN’ परियोजना, जिसे भारत ने साल 2018 में शुरू किया
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने जानकारी देते हुए कहा कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिंदी को बढ़ावा के लिए 2018 में ‘हिंदी @ यूएन’ परियोजना आरंभ की गई थी। इसका उद्देश्य संयुक्त राष्ट्र की सार्वजनिक सूचनाएं हिंदी में देने को बढ़ावा देना और दुनियाभर के करोड़ों हिंदी भाषी लोगों के बीच वैश्विक मुद्दों के बारे में अधिक जागरूकता लाना है। भारत 2018 से संयुक्त राष्ट्र के वैश्विक संचार विभाग (DGC) के साथ साझेदारी कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र के समाचार और मल्टीमीडिया कंटेंट को हिंदी भाषा में प्रसारित करने और मुख्य बनाने के लिए फंड भी दे रहा है। इतना ही नहीं भारत ने इसके लिए आठ लाख डॉलर का सहयोग भी दिया था।