नोएडा प्राधिकरण

नोएडा के सेक्‍टर-50 में सड़क धंसने का मामला : नोएडा प्राधिकरण का एक और भ्रष्‍टाचार जमीन फाड़कर बाहर निकल आया है !

Case of road collapse in Noida's Sector-50: Another corruption of Noida Authority has come out from the ground!

Panchayat 24 : नोएडा के सेक्‍टर-50 स्थित ओवरसीज अपार्टमेंट के पास अचानक सड़क धसने से बड़ा गड्ढा बन गया। इस घटना से लोगों के लिए नई तरह का खतरा पैदा कर दिया है। सूचना पाकर प्राधिकरण की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्‍थल का मुआयना किया। प्राधिकरण के अनुसार यह हादसा भूमिगत जल रिसाव होने अथवा सीवर लाइन में किसी तरह की रूकावट अथवा क्षतिग्रस्‍त होने से हुआ है।

सेक्‍टर-50 में हुई घटना नोएडा प्राधिकरण के लिए चिंता का विषय है। घटना के बाद इन संड़कों की सुरक्षा पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। खुली सीवर एवं सप्‍लाई लाइन का रख रखाव संभव है, लेकिन भूमिगत लाइनों के बारे में कुछ भी कहना संभव नहीं है। अधिकांश मामलों में हादसों के बाद ही इनसे होने वाले जल रिसाव के बारे में पता चलता है और उस समय काफी देर हो चुकी होती है ? वैसे भी नोएडा में सांप निकलने के बाद लकीर पीटने की पूरानी परंपरा है।

ऐसे मामलों में नोएडा की सड़कें उतनी ही टिकाऊ हैं जितनी भूमिगत सीवर अथवा सप्‍लाइ लाइन सुरक्षित हैं। वरना किस सड़क में कब, कहां और कितना गहरा गड्ढा हो जाए ? कौन इसकी चपेट में आ जाए ? इस बारे में पहले कुछ भी नहीं कहा जा सकता। यदि यह घटना बरसात के मौसम में घटी होती तो यह पता लगाना मुश्किल था कि इसके पीछे क्‍या कारण है ? आसपास होने वाले जलभराव को इसके लिए जिम्‍मेवार ठहरा कर इतिश्री कर ली जाती। हालांकि जलभराव भी प्राधिकरण की व्‍यवस्‍था पर ही प्रश्‍नचिन्‍ह लगाता है। प्राधिकरण इस बात को भलीभांति जानता है।

इस लिए समय रहते शहर के नालों की सफाई शुरू कर दी है। लगभग आठ करोड़ रूपये नालों की सफाई पर खर्च होंगे। नालों की सफाई ने भी प्राधिकरण की उदासीनता एवं लापरवाही से पर्दा उठा दिया है। नालों से होकर सीवर एवं पानी सप्‍लाई लाइन गुजर रही हैं। सूत्रों के अनुसार कई स्‍थानों पर क्षतिग्रस्‍त होने के कारण इनसे जल रिसाव हो रहा है। ऐसे में नोएडा में सीवर लाइन और जल आपूर्ति लाइन के बारे में क्‍या ही कहा जा सकता है ?

मूल सवाल अभी भी अपने स्‍थान पर ही खड़े हुआ हैं। क्‍या सेक्‍टर-50 में हुई घटना का मुख्‍य कारण भूमिगत सीवर एवं सप्‍लाई लाइनें ही हैं ? यदि ऐसा है तो यह माना जा सकता है कि केवल सेक्‍टर-50 में ही यह लाइनें क्षतिग्रस्‍त है, शहर में दूसरे स्‍थानों पर इनकी हालत दुरूस्‍त है ? यदि यह घटना भूमिगत लाइनों के क्षतिग्रस्‍त होने से हुई है तो क्‍या इस बात से इंकार किया जा सकता है कि शहर में अन्‍य स्‍थानों पर ऐसी घटनाएं नहीं होंगी ?

क्‍या सीवर एवं जल आपूर्ति लाइनों के रख रखाव में लापरवाही बरती जा रही है ? क्‍या सेक्‍टर-50 में हुई घटना किसी लापरवाही का परिणाम है अथवा कोई भ्रष्‍टाचार जमीन फाड़कर बाहर निकल आया है ? भूमिगत लाइनों के जल रिसाव के कारण  जमीन धंसने से कोई अन्‍य घटना हो, इससे पूर्व ऐसी किसी भी अनहोनी की आशंका पर विराम लगाने के लिए पर्याप्‍त प्रयास किए जाने चाहिए। जिम्‍मेवार लोगों पर कठोर कार्रवाई होनी चाहिए।

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