मैनपुरी में मिले 4000 साल पुराने हथियार, महाभारतकालीन होने की संभावनाएं
Mahabharata era weapons found in Mainpuri
Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में लगभग 4000 हजार साल पुराने हथियार मिले है। इससे पता चलता है कि उस समय की सभयता कितनी उन्नत थी। इनमें तलवार, भाला, कटार, त्रिशूल जैसे प्रतीत होने वाले हथियार शामिल हैं। जानकारों की माने तो खुदाई में मिले ये हथियार महाभारतकालीन बताए जा रहे हैं। यहां मिले इन हथियारों को पुरात्तव विभाग ने अपने कब्जे में लेकर इनकी जांच शुरू कर दी है। इस साइट को भी पुरात्तव विभाग ने अपने कब्जे में ले लिया है। पुरात्व विभाग की टीम इन हथियारों के मिलने को काफी अहम मान रहे हैं।
क्या है पूरा मामला ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मैनपुरी जिले के गणेशपुर गांव निवासी फौजी उर्फ बहादुर सिंह नामक एक किसान 9 जून को अपने खेत को समतल करा रहा था। उसका खेत टीले पर स्थित है। इस दौरान खेत में तांबे से निर्मित हथियार बड़ी मात्रा में निकलने लगे। मौके पर मौजूद लोगों को लगा कि यह सोने और चांदी के हथियार हैं। इनको लेकर आपस में छीना झपटी मची। कुछ लोग इन हथियारों को अपने साथ ले गए। कुछ हथियारों को वहीं छोड़ गए। सूचना मिलने पर 16 जून को कुरावली उपजिलाधिकारी ने इन्हें अपने कब्जे में ले लिए। साथ ही गांव में मनादी कराई गई कि यह राष्ट्रीय सम्पदा है। जिसके भी पास यह हथियार हैं इन्हें पुरातत्व विभाग को सौंप दे। इन हथियारों की संख्या लगभग 80 है।
साइट को पुरातत्व विभाग ने लिया कब्जे में
जिस स्थान पर यह हथियार मिले हैं उस साइट को एएसआई ने अपने कब्जे में ले लिया है। आगरा और दिल्ली पुरातत्व विभाग की टीम यानी ASI ने मौके पर पहुंचकर साइट का सर्वे भी किया है। इन हथियारों में तीर कमान, कटारी, छुरी हैं। इनमें कुछ हथियार लगभग 4 फीट लम्बे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इन हथियारों को ताम्र पाषाण युग का बताया जा रहा है। पुरातत्वविद राजकुमार पटेल के अनुसार आगरा, मैनपुरी और गंगा बेल्ट इस तरह की ताम्रनिधियों की संस्कृति वाले क्षेत्र हैं। पूर्व में भी इस तरह की चीजें देश के अल-अलग राज्यों में मिल चुकी हैं। मैनपुरी में मिले हथियार समूह में मिले हैं। यह गैरिक मृदभांड़ संस्कृति से मेल खाते हैं। हालांकि अभी इस पर हमारी जांच चल रही है।