उत्तर प्रदेश

घोर लापरवाही : कक्षा में बंद हो गई मासूम बच्चियां, स्‍कूल में ताला लगाकर घर लौट गया स्‍टॉफ, जानिए क्‍या है पूरा मामला

Gross Negligence: Innocent girls locked in class, staff returned home after locking school, know what is the whole matter

Panchayat24 : दो मासूम बच्चियां स्‍कूल के स्‍टॉफ की लापरवाही से घंटों स्‍कूल में बंद रही। बाद में तलाशी के बाद बच्चियों को स्‍कूल में ही मिल गई। विभागीय अधिकारियों ने स्‍कूल के स्‍टॉफ तथा सम्‍बन्धित लोगों से जवाब तलब किया है। इनमें एक मामला उत्‍तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले का है, जबकि दूसरा मामला उत्‍तर प्रदेश के ही बरेली जिले का है।

क्‍या है मुदाराबाद जिले की घटना ?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्‍तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कुंदरकी ब्‍लॉक क्षेत्र के गुरेर गांव निवासी नासिर की 6 साल की मासूम बेटी शानबी गांव के ही परिषदीय स्‍कूल में कक्षा एक में पढ़ रही है। मासूम के परिजनों ने बताया कि हर दिन की तरह शानबी शुक्रवार सुबह स्‍कूल गई थी। दोपहर 2 बजे स्‍कूल की छुट्टी होने पर शानबी के साथ के सभी बच्‍चे घर लौट आए, लेकिन वह घर नहीं लौटी तो उन्‍हें चिंता हुई। मासूम की तलाश करते हुए परिजन स्‍कूल के पास भी पहुंचे। स्‍कूल के पास खेल रहे बच्‍चों ने बताया कि स्‍कूल के अंदर से किसी बच्‍चे के रोने की आवाजें आ रही हैं। परिजनों ने तुरन्‍त स्‍कूल के करीब जाकर देखा तो शानबी कक्षा में रो रही थी। तुरन्‍त स्‍कूल में पढ़ाने वाली एक शिक्षामित्र को फोन कर स्‍कूल बुलाया और स्‍कूल का ताला खुलवाकर मासूम बच्‍ची को कक्षा से बाहर निकलवाया। मौक पर ग्रामीणों की भीड़ भी एकत्रित हो गई। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पूछने पर बच्‍ची ने बताया कि उसे कक्षा में नींद आ गई थी और कक्षा में ही सो गई। सूचना पाकर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।

क्‍या है बरेली जिले की घटना ?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्‍तर प्रदेश के बरेली जिला के फरीदपुर ब्‍लॉक के निवडिया गांव निवासी संजीव मिश्र की पांच साल की बेटी निहारिका गांव के ही परिषदीय स्‍कूल में स्थित आंगनवाड़ी केन्‍द्र में पढती है। बीते शुक्रवार सुबह को निहारिका रोजाना की तरह स्‍कूल गई थी। दोपहर को छुट्टी के बाद निहारिका घर नहीं लौटी तो परिजनों को चिंता हुई। परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। परिजन स्‍कूल पहुंचे तो स्‍कूल कर्मचारियों ने बताया कि सभी बच्‍चे छुट्टी के बाद घर जा चुके हैं। परिजन वापस घर लौट गए और गांव में बच्‍ची की तलाश शुरू कर दी, लेकिन निहारिका का कही पता नहीं चला। परिजन दोबारा बच्‍ची को तलाश करते हुए स्‍कूल पहुंचे और स्‍कूल का गेट खुलवाकर अंदर गए। परिजनों ने आंगनवाड़ी केन्‍द्र का गेट भी खुलवाया तो देखा की मासूम निहारिका आंगनवाड़ी केन्‍द्र के एक कमरे में डरी हुई बैठी हुई थी।
दोनों घटनाओं में मांगा गया जवाब ?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुदरकी ब्‍लॉक के एबीएसए विष्णु शर्मा और फरीदपुर ब्‍लॉक के एबीएसए शशांक मिश्रा ने इन घटनाओं के बारे में कहा है कि घटना संज्ञान में आई है। मामले में स्कूल के सभी अध्‍यापक और अध्‍यापिकाओं सहित पूरे स्‍टॉफ से स्पष्टीकरण लिया जाएगा। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर मामले में कार्रवाई की जाएगी।

Related Articles

Back to top button