Panchayat 24 : दिल्ली एनसीआर के दिल्ली और दिल्ली से सटे हरियाणा और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए अच्छी खबर आ रही है। ईस्टर्न पेरीफैरल एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करने वाले लोग अब एक्सप्रेस-वे के साथ रेलवे का भी आनंद उठा सकेंगे। हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकार ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के साथ आर्बिटल रेल चलाने पर मंथन चल रहा है। आज लखनऊ में मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड यूपी परिक्षेत्र की स्टीयरिंग कमेटी के सामने इस महत्वाकांक्षी परियोजना का ड्राफ्ट पेश किया जाएगा। हरियाणा सरकार के प्रयासों के बाद उत्तर प्रदेश सरकार का रूख भी इस परियोजना को लेकर सकारात्मक दिख रहा है। ऐसे में लखनऊ में होने वाली बैठक के बाद इस प्रोजेक्ट की फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार करने की मंजूरी मिलने की संभावना है। इसका प्रोजेक्ट का लाभ दिल्ली एनसीआर के लोगों को मिलेगा।
बता दें कि दिल्ली के चारों ओर एक रिंग रोड़ बनाया गया है। इसका एक हिस्सा हरियाणा के अंतर्गत आता है। इसको वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के नाम से जाना जाता हे। वहीं इस रिंग रोड़ का दूसरा हिस्सा उत्तर प्रदेश के अन्तर्गत आता है। इसको ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के नाम से जाना जाता है। हालांकि हरियाणा सरकार ने इस दिशा में काफी तेजी से कदम बढ़ा दिए हैं, लेकिन उत्तर प्रदेश के के सहयोग के बिना हरियाणा की परियोजना परवान नहीं चढ़गेगी। ऐसे में हरियाणा सरकार उत्तर प्रदेश सरकार से इस परियोजना पर काम करने के लिए प्रेरित कर रहा है। इसके बाद उत्तर प्रदेश ने भी इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है।
हरियाणा ने शुरू की वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेस-वे के समानांतर ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर के निर्माण की तैयारियां
हरियाणा सरकार ने ऑर्बिटल रेल प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर दिया है। हरियाणा ने ऑर्बिटल रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड नाम से एक कंपनी का भी गठन कर लिया है। हरियाणा सरकार ने इस प्रोजेक्ट के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। बता दें कि हरियाणा सरकार वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के साथ साथ लगभग 126 किमी लंबा रेल कॉरिडोर बनाने जा रही है। यह सोनीपत से शुरू होकर मानेसर होते हुए पलवल तक जाएगा। इसके निर्माण के बाद सड़कों पर माल वाहनों की आवाजाही कम होगी, इससे प्रदूषण में भी कमी आएगी।
हरियाणा से बड़ा होगा उत्तर प्रदेश में बनने वाला ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर
उत्तर प्रदेश में ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के समानांतर चलेगा। यह कॉरिडोर हरियाणा में बनने वाले कॉरिडोर से बड़ा होगा। इसकी लंबाई लगभग 135 किमी होगी। यह यमुना नदी को पार करके उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश करेगा और बागपत की सीमा को निकलकर हरियाणा के सोनीपत से मिलोगा। इस दौरान ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के दनकौर, ग्रेटर नोएडा और दादरी, गाजियाबाद के डासना और दुहाई, तथा बागपत जिले के खेकड़ा होते हुए हरियाणा की सीमा में प्रवेश करेगा। उत्तर प्रदेश में यह कॉरिडोर दादरी के अतिरिक्तअन्य लॉजिस्टिक हब, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर, औद्योगिक क्षेत्रों और जेवर एयरपोर्ट तथा यमुना एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटी को ध्यान में रखकर बनाने का सुझाव है। इससे हरियाणा में आईएमटी और तमाम लॉजिस्टिक हब को कनेक्ट किया जाएगा। इससे औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इसलिए इसकी लागत भी करीब 6500 करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है। हरियाणा के हिस्से में परियोजना की लागत 5618 करोड़ रुपये आंकी गई है। दोनों कॉरिडोर पलवल और सोनीपत में एक दूसरे से आपस में मिलेंगे।
घटेगा यातायात का दबाव, तेज होगी मालढुलाई
दिल्ली एनसीआर के चारों ओर ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे और वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे का उद्देश्य दिल्ली एनसीआर में तेजी से बढ़ते दबाव को कम करना और दिल्ली से होकर हरियाणा और उत्तर प्रदेश जाने वाले भारी वाहनों के दिल्ली में प्रवेश को रोकना था। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे और वेर्स्टन पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे बनने के बाद यह समस्या कम हुई है। ऑर्बिटल एक्सप्रेस-वे के निर्माण के बाद इस दिशा में बढ़ी कामयाबी मिलेगी। फिजिबिलिटी स्टडी के आधार पर तैयार होने वाली डीपीार में इस प्रोजेक्ट की लंबाई, स्टेशनों की सही संख्या आदि का पता चल सकेगा।