हाथरस में दर्दनाक हादसा : सत्संग के दौरान मची भगदड़, सौ से अधिक लोगों की मौत, मरने वालों महिला और बच्चे शामिल
Tragic accident in Hathras: Stampede during satsang, more than a hundred people died, women and children were among the dead

Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में दर्दनाक हादसे में सौ से अधिक लोगों की मौत हो गई है। हादसा एक सत्संग कार्यक्रम में मची भगदड़ के बाद हुआ है। मरने वालों में महिला और बच्चों की संख्या अधिक है। जानकारी के अनुसार मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है। सूचना पाकर पुलिस एवं प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंच गई है। घायलों को उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं, मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। शासन ने आला अधिकारियों को मौके पर रवाना कर दिया है।
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, हाथरस जिले की सिकंदराराऊ तहसील के ग्राम फूलरई मुगलगढ़ी, नेशनल हाईवे के पास सत्संग कार्यक्रम चल रहा था कार्यक्रम में क्षमता से अधिक भक्त सत्संग में शामिल होने के लिए पहुंच गए थे। सत्संग में नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा द्वारा प्रवचन दिया जा रहा था। इस सत्संग में हजारों की संख्या में लोग जुटे थे। इस हादसे का कारण प्रशासन की लापरवाही को माना जा रहा है। यहां पर पुख्ता बंदोबस्त नहीं किए गए थे। एटा के एसएसपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि सत्संग के दौरान मची भगदड़ के कारण यह हादसा हुआ है। पोस्टमार्टम के लिए अभी तक 27 शव लाए गए हैं। इनमें 23 महिलाएं, 3 बच्चे और एक पुरूष है। हादसे की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। एडीजी आगरा जोन के नेतृत्व में यह कमेटी जांच करेगी। अलीगढ़ के कमिश्नर भी इस जांच को करेंगे।
कौन है नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा ?
जानकारी के अनुसार, नारायण साकार हरि एटा जिले के बहादुर नगरी गांव के रहने वाले है। अध्यात्म की दुनिया में आने से पहले वह गुप्तचर विभाग में कार्यरत थे। नारायण साकार अपनी पत्नी के साथ सत्संग करते है। इनके सत्संग को ‘मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम’ का नाम दिया जाता है। इस बार यह सत्संग 2 जुलाई हाथरस के फूलरई मुगलगढ़ी गांव में आयोजित किया गया था।
साकार हरि को पटियाली वाले बाबा नारायण साकार हरि के नाम से भी जाना जाता है। इनके सत्संग में हमेशा ही हजारों की संख्या में लोग शामिल होते हैं। न्यूज 18 की खबर के अनुसार जब देश में दो साल पहले भी जब देश में कोराना की लहर चल रही थी, उस समय उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में इनके सत्संग का आयोजन किया गया था। जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कानून को ताक पर रखते हुए यहां पचास हजार लोग पहुंचे थे। इससे शहर की यातायात व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। जिला प्रशासन ने आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर जताया दुख मंत्रियों को हाथरस भेजा, जांच टीम का गठन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की घटना पर दुख प्रकट करते हुए कहा है कि जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं। संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी और संदीप सिंह घटना स्थल के लिए रवाना हो चुके हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव व पुलिस महानिदेशक को घटना स्थल पर पहुंचने हेतु निर्देशित किया है। एडीजी, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें।