सुखपाल हत्याकांड : ससुराल में चल रहे विवाद में सुखपाल था अहम पैरोकार, सुराल पक्ष की पैरवी पड़ गई सुखपाल को भारी ?
Sukhpal murder case: Sukhpal was an important advocate in the dispute going on in the in-laws' house, did the advocacy of the Sural side prove to be too much for Sukhpal?

Panchayat 24 : नोएडा जोन के दादरी कोतवाली क्षेत्र में हुए सुखपाल हत्यकांड़ में पुलिस बड़ा खुलाया कर सकती है। सूत्रों की माने तो सुखपाल हत्याकांड़ के पीछे ससुराल पक्ष में चल रहा एक विवाद है। इस विवाद में ही सुखपाल की हत्या को अंजाम दिया गया है। सूत्रों की माने तो पुलिस ने कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है।
क्या है सुखपाल हत्याकांड़ ?
दरअसल, कासना गांव निवासी सुखपाल सिंह परिवार के साथ गांव में रहता था। वह खेतीबाड़ी और प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। बीती 11 जनवरी को वह अपनी बाइक पर सवार होकर दादरी कोतवाली क्षेत्र में घोड़ी बछैड़ा गांव के करीब स्थित काशीराम कॉलोनी में किसी परिचित के पास मुलाकात के लिए जा रहा था। रास्ते में अज्ञात हमलावरों ने उसको गोली मार दी। वारदात को अंजाम देकर हमलावर मौके से फरार हो गए। घायल अवस्था में सुखपाल को उपचार के लिए ग्रेटर नोएडा स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई। मामले को लेकर ग्रेटर नोएडा पुलिस पर कई सवाल भी उठे थे। जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह मृतक के परिजनों से मिलने उनके घर पर भी गए थे।
साला जेल में, ससुर पर हुआ जानलेवा हमला, सुखपाल कर रहा था पैरवी : सूत्र
मृतक सुखपाल की ससुराल ईकोटेक-तीन कोतवाली क्षेत्र के सुनपुरा गांव में है। सुखपाल के साले रोहित की गांव के ही प्रवीण नामक एक युवक से दोस्ती थी। रोहित और प्रवीण अपराधिक घटनाओं को अंजाम देते थे। सूत्रों के अनुसार साल 2018 में रोहित और प्रवीण ने एक घटना साल 2018 में अंजाम दिया था। घटना को अंजाम देकर मौके से फरार होते समय भीड़ ने प्रवीण को पकड़ लिया था। भीड़ ने उसकी जमकर पिटाई कर दी जिससे उसकी मौत हो गई। इस घटना के बाद मृतक प्रवीण का भाई नीशू रोहित को प्रवीण की हत्या के लिए जिम्मेवार मानता है। फिलहान रोहित जेल में है और नीशू के डर से वह जमानत पर बाहर नहीं आ रहा है। नीशू ने भाई का बदला लेने के लिए लगभग दो साल पूर्व गांव में ही रोहित के पिता रामकिशोर पर फायरिंग कर दी थी। फायरिंग में वह बाल बाल बच गए थे। इसके बाद नीशू ने बाद में रामकिशोर पर चाकू से हमला भी किया था। उपचार के लिए पीडित को करीब के अस्पताल में भर्ती कराया गया था जहां से उन्हें गंभीर हालत में उन्हें दिल्ली रेफर किया गया था। आरोपी नीशू के खिलाफ ईकोटेक-3 कोतवाली में मुकदमा भी दर्ज है। इस पूरे प्रकरण में सुखपाल पैरवी कर रहा था। बताया जाता है कि दोनों पक्षों के बीच आपसी बातचीत एवं सहमति से समझौते के भी प्रयास हुए थे। समझौते में सुखपाल के ससुराल पक्ष से पांच लाख रूपये मांगे गए थे। सूत्रों के अनुसार सुखपाल ने यह कहते हुए समझौते से इंकार कर दिया था कि इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि फैसला की रकम देने के बाद दूसरा पक्ष से पीडित पक्ष की जान को खतरा नहीं होगा। इसके चलते दूसरा पक्ष सुखपाल से रंजिश रखता था। सूत्रों की माने तो यही रंजिश सुखपाल हत्याकांड़ की वजह भी बनी।
कई विवादों से रहा सुखपाल का पाला, हर एंगल से जांच पुलिस के लिए बनी सिरदर्द
सुखपाल हत्याकांड़ के बाद पीडित पक्ष ने जमीनी रंजिश में हत्या की आशंका व्यक्त की थी। वहीं, जांच में जुटी दादरी पुलिस को पता चला था कि सुखपाल के कई तरह के लोगों से विवाद हैं। जांच में पुलिस को जमीनी रंजिश, परिवारिक विवाद, अवैध संबंध तथा मुकदमेबाजी जैसे विवादों का पता चला था। इतने सारे विवादों को आधार बनाकर हत्याकांड़ की जांच करना पुलिस के लिए चुनौती थी। सूत्रों की माने तो इसी बीच पुलिस को कुछ ऐसी जानकारी हाथ लगी जिसने पुलिस को हत्याकांड़ के खुलासे के करीब ला दिया है।