यूपी सरकार फिर से शुरू करेगी गुरूकुल पद्धति के विद्यालय, संस्कृत विद्यालयों में तेज होगी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया
UP government will restart Gurukul system of schools, teacher recruitment process will be accelerated in Sanskrit schools

Panchayat 24 : उत्तर प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में गुरूकुल पद्धति के आवासीय संस्कृत विद्यालयों को फिर से जल्द शुरू करेगी। यह बात यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में रविवार को प्रदेश के संस्कृत विद्यार्थियों के लिए छात्रवृति योजना के शुभारंभ के मौके पर कही।उन्होंने संस्कृत भाषा को विज्ञान और तकनीकी शिक्षा की भाषा के रूप में उभरने की संभावना पर जोर दिया और छात्रों से इसे गंभीरता से अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जो मानवता का पक्षधर है वह संस्कृत का भी हिमायती है। सीएम योगी ने पिछली सरकारों में संस्कृत शिक्षा को उपेक्षित रखे जाने की बात कही। इस मौके पर 12 विद्यार्थियों को छात्रवृति के चेक भी प्रदान किए गए।
विज्ञान की भाषा है संस्कृत
कार्यक्रम के दौरान योगी आदित्यनाथ ने संस्कृत को देववाणी बताते हुए कहा कि यह विज्ञान की भाषा है, जो कंप्यूटर साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक तकनीकों में उपयोगी है। संस्कृत की विशेषताएं इसे तकनीकी दृष्टिकोण से सरल और सहज बनाती हैं। हम संस्कृत के संरक्षण और संवर्धन के लिए नए प्रयासों की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
सभी विद्यार्थियों का खुले बैंक अकाउंट
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले संस्कृत के केवल तीन सौ विद्यार्थियों को ही छात्रवृत्ति मिलती थी। उसमें भी आयु सीमा तय करके रखा गया था। हमारी सरकार ने इसे सभी छात्रों तक पहुंचाने का संकल्प लिया है। प्रदेश में संस्कृत के 69,195 विद्यार्थियों को इस योजना के तहत लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने सभी विद्यार्थियों का बैंक खाता खुलवाने का निर्देश भी दिया, जिससे उन्हें छात्रवृत्ति का लाभ सीधा और सुरक्षित रूप से मिल सके।
नि:शुल्क छात्रावास और भोजन की व्यवस्था करने वाले विद्यालयों को मिलेगी विशेष सहायता
संस्कृत और भारतीय संस्कृति के महत्व को रेखांकित करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गुरुकुल शिक्षा पद्धति को फिर से प्रदेशभर में लागू करने की योजना है। उन्होंने कहा कि यह परंपरा ही हमारी वास्तविक शक्ति है। यही भारत विश्वगुरु के रूप में उभर सकता है। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि गुरुकुल संस्थानों को अतिरिक्त सुविधाएं दी जाएंगी, जिसमें छात्रों के लिए नि:शुल्क छात्रावास और भोजन की व्यवस्था करने वाले संस्थानों को सरकार की ओर से विशेष सहायता मिलेगी। ऐसे संस्थानों को अच्छे आचार्यों की नियुक्ति की भी स्वतंत्रता दी जाएगी।
संस्कृत में विशिष्ट शोध को बढ़ावा दे रही सरकार
संस्कृत भाषा को और अधिक बढ़ावा देने के लिए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में स्थापित वैदिक विज्ञान केंद्र के माध्यम से संस्कृत के विशिष्ट शोध को प्रोत्साहित कर रही है। इस केंद्र में शोध करने वाले छात्रों के लिए विशेष छात्रवृत्ति भी दी जाएगी ताकि वे आर्थिक चिंता किए बिना अपने शोध को आगे बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म और भारत का समय आ गया है। भारत के समय को नेतृत्व देने के लिए संस्कृत विद्यार्थियों को स्वयं को तैयार करना होगा।
सांस्कृतिक विरासत को संजोने का दायित्व सरकार और समाज का
उन्होंने कहा कि जब भौतिकवाद और चकाचौंध वाली दुनिया में हर व्यक्ति भौतिकता के पीछे भाग रहा है, तब भी यूपी में डेढ़ लाख बच्चे अपना जीवन संस्कृत और भारतीय संस्कृति के साथ समर्पित करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। यह सरकार और समाज का दायित्व है कि इस विरासत को संजोए रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में तेजी लाई जाएगी। जिन स्थानों पर अभी तक शिक्षक नहीं हैं, वहां मानदेय के आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी और उनके अनुभव को वरीयता दी जाएगी।