कम होगा ट्रेफिक का दबाव, प्रदूषण का स्तर होगा तेजी से कम, जानिए क्या है नितिन गड़करी की योजना ?
Traffic pressure will reduce, pollution level will reduce rapidly, know what is Nitin Gadkari's plan?
Panchayat24 : दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे ट्रेफिक के दबाव तथा प्रदूषण को कम करने के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने इएक परियोजना पर काम करने की इच्छा जाहिर की है। यदि नितिन गड़करी की यह योजना अमल में आती है तो दिल्ली का ट्रेफिक दबाव और प्रदूषण तो कम होगा ही, साथ ही देश के किसानों की खेती भी फायदे का सौदा साबित होगी।
क्या है पूरा मामला ?
मीडिया रिपेार्ट के अनुसार बोस्टन कंस्लटिंग ग्रुप के एक कार्यक्रम में बोलते हुए बीते सोमवार को नितिन गड़करी ने कहा कि वह चाहते हैं कि दिल्ली में तेजी से बढ़ते ट्रेफिक के दबाव और प्रदूषण को कम करने के विकल्पों पर विचार होना चाहिए। वह दिल्ली तथा हरियाणा के कुछ स्थानों पर स्काई बस चलाना चाहते हैं। इससे ईंधन की खपत भी कम होगी। नितिन गड़करी ने अपनी योजना के प्रथम चरण के लिए दिल्ली के धौलकुआं से हरियाणा के मानेसर तक के रूट को चिन्हित किया है। अगले फेस में इस बढ़ाकर सोहना तक करने की भी बता कही।
प्रदूषण की कीमत पर आर्थिक विकास अच्छी रणनीति नहीं
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नितिन गड़करी ने तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन की ओर इशारा करते हुए कहा कि प्रदूषण की कीमत पर आर्थिक विकास किसी भी देश के लिए एक अच्छी रणनीति नहीं हो सकती है। प्रदूषण को हर कीमत पर काबू किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मेरा सपना है कि आने वाले दिनों में ईंधन का आयात शून्य हो जाए। इसके लिए उन्होंने स्वदेशी, सस्ते, प्रदूषणमुक्त एवं बेहतर विकल्प के तौर पर ईथेनोल के उपयोग पर जोर दिया। ईथेनोल के साथ सरकार तेजी से पानी से हरित हाइड्रोजन पर भी काम कर रही है।
ईंधन के रूप में इथेनोल के उपयोग से कृषि विकास को मिलेगी गति
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नितिन गड़करी ने कहा कि सरकार ईंधन के रूप में तेजी से इथेनोल के उपयोग पर काम कर रही है। जितना हम चावल से ईथेनोल बनाकर इ को ईंधन के विकल्प के तौर पर प्रयोग किया जाएगा, उतना ही देश में कृषि विकास को गति मिलेगी। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि थर्मल पावर प्लांटों को वर्तमान परिस्थितियों में एक दम से प्रतिबंधित करना संभव नहीं है। ऐसा करने से देश की अर्थव्यवस्था पर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।