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बहराइच हिंसा पर बड़ी खबर : दंगों के आरोपी मोहम्‍मद सरफराज उर्फ रिंकू और मोहम्‍मद ताबिल उर्फ सबलू को मुठभेड़ में लगी गोली

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Panchayat 24 : उत्‍तर प्रदेश के बहराइच जिले में दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुई हिंसा में नवयक रामगोपाल मिश्रा के हत्‍यारोपियों के साथ बइराइच पुलिस और एसटीएफ की मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में दो आरोपियों मोहम्‍मद सरफराज उर्फ रिंकू और मोहम्‍मद तालिब उर्फ सबलू के दोनों पैर में गोली लगी है। पुलिस ने दोनों घायल आरोपियों सहित कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घायलों को उपचार के लिए करीब के अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। यहां से घायलों को बहराइच मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।

बहराइच पुलिस के अनुसार आरोपी भारत छोड़कर नेपाल भागने की फिराक में थे। पुलिस को इस बारे में सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने नेपाल सीमा से लगभग 50 किमी की दूरी पर नानपारा कोतवाली क्षेत्र के हांडा बसेहरी नहर के पास आरोपियों को घेर लिया। एसटीएफ और बहराइच पुलिस टीमों ने सभी आरोपियों  से आत्‍मसमर्पण कर खुद को पुलिस के हवाले करने के लिए कहा था। लेकिन आरोपियों ने सीधे पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस टीमों ने भी जवाबी कार्रवाई की। इस दौरान सरफराज और तालिब के दोनों पैरों में पुलिस की गोली लगी और जमीन पर गिर पड़े। पुलिस ने दोनों आरोपियों सहित सरफराज के भाई फहीम, पिता अब्‍दुल हमीद और उसके एक अन्‍य साथी अफजल को भी गिरफ्तार कर लिया है।

इस संबंध में एसपी बहराइच वृंदा शुक्‍ला ने कहा है कि जब पुलिस टीम हत्या के हथियार की बरामदगी के लिए नानपारा क्षेत्र में गई थी, तो मोहम्मद सरफराज उर्फ ​​रिंकू और मोहम्मद तालिब उर्फ ​​सबलू ने हत्या के हथियार को लोड करके रखा। इसका इस्तेमाल उन्होंने पुलिस पर फायरिंग करने के लिए किया। आत्मरक्षा में, पुलिस ने जवाबी फायरिंग की, जिसमें दोनों घायल हो गए। उनका इलाज चल रहा है। हमने अन्य तीन आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है। सभी 5 को आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया गया है। उन सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। उनका इलाज चल रहा है और वे जीवित हैं।

एनकाउंटर पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू

बहराइच घटना पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था का बुरा हाल है। कानून व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है।  भाजपा में उत्तर प्रदेश में इतना भीतरघात है कि योगी आदित्यनाथ की कुर्सी खतरे में है। वह केवल उसी को बचाने में लगे हुए है।. जिस प्रदेश में ADG कानून-व्यवस्था को दंगा होने के 48 घंटे बाद बंदूक लेकर सड़क पर चलना पड़े, वहां की कानून-व्यवस्था क्या होगी  ?आप समझ सकते हैं। उत्तर प्रदेश में हम बार-बार शांति बहाल करने की अपील कर रहे हैं। बहराइच के हालात सामान्य होने चाहिए लेकिन वह बद से बदतर होते जा रहे हैं। यह सच है कि उत्तर प्रदेश की जो पुलिस एक रूट पर व्यवस्था तक नहीं कर सकी, वह एनकाउंटर करने में सबसे आगे रहती है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि लगातार इस प्रकार की घटनाएं हो रही हैं और ये घटनाएं सरकार की नाकामी के कारण हो रही हैं। सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए एनकाउंटर कर रही हैं। एनकाउंटर, हाफ एनकाउंटर, और भी कई परिभाषाएं हैं जो सरकार ने बनाई है। अगर एनकाउंटर से ही कानून-व्यवस्था बेहतर हो रही होती तो अभी उत्तर प्रदेश कई आंकड़ों में दूसरे प्रदेशों से अच्छा हो।. यह प्रशासनिक विफलता थी कि जब वहां(बहराइच) कार्यक्रम पुलिस की जानकारी में था तो आखिरकार पुलिस शांतिपूर्ण तरीके से कार्यक्रम संपन्न क्यों नहीं करवा पाई ? एनकाउंटर करना और नफरत को बढ़ावा देना, यह इस सरकार के काम करने का नया तरीका है। यह कहां की न्याय व्यवस्था है ?

वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री ओ.पी. राजभर ने कहा कि जब पुलिस किसी को पकड़ने जाएगी और उनके ऊपर कोई गोलियों की बौछार करेगा तो क्या पुलिस उसे माला पहनाएगी ? या उस पर फूलों की वर्षा करेगी? जिंदा या मुर्दा, उन्हें(अपराधियों को) पकड़ना है। अपराध अगर किया है तो जमीन के अंदर रहना पड़ेगा या जेल में। देश-प्रदेश में व्यवस्था रहनी चाहिए।

मृतक राम गोपाल मिश्रा के पिता क्‍या बोले ?

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मृतक रामगोपाल मिश्रा के पिता ने आरोपियों के एनकाउंटर पर कहा है कि उन्‍हें पुलिस की कार्रवाई और योगी आदित्‍यनाथ के आश्‍वासन पर पूरा भरोसा है। वह कार्रवाई से संतुष्‍ट है। उन्‍होंने कहा कि वह योगी जी को धन्‍यवाद देते हैं। सारी जिंदगी मैं उनका आभारी रहूंगा।

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