ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

मॉर्डन गौशाला : जलपुरा स्थित गौशाला में गौवंश के लिए बनाए जा रहे हैं आधुनिक शेड, बनेगा आधुनिक सुवि‍धाओं से लैस पशु अस्‍पताल

Modern Gaushala: Modern sheds are being built for cows in the Gaushala located in Jalpura, an animal hospital equipped with modern facilities will be built

Panchayat 24 : गौतम बुद्ध नगर में गौवंश की दुर्दशा की खबरों के बाद पंचायत 24 ने जिले में संचालित गौशलाओं का स्‍थलीय निरीक्षण किया जा रहा है। इसकी शुरूआत नोएडा सेक्‍टर-135 स्थित गौ आश्रय स्‍थल गौशाला से की गई। इस अभियान के अगले पड़ाव में हम ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा संचालित जलपुरा स्थित कान्‍हा गौशला पहुंचे। बता दें कि यह वही गौशला है जिससे संबंधित कई वी‍डियो और खबरें पिछले दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी। कुछ ऐसी ही खबरों के कारण हमारे मन में इस गौशाला का स्‍थालीय निरीक्षण करने की जिज्ञासा भी हुई।

कान्‍हा गौशाला को अत्‍याधुनिक बनाने में जुटा ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण

दरअसल, जलपुरा स्थित कान्‍हा गौशाला को लेकर मीडिया में आई खबरों के बाद ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने गौशाला को पूरी तरह से हाईटेक और अत्‍याधुनिक सुविधाओं से लेस बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। प्राधिकरण ने कान्‍हा गौशाला में रह रहे लगभग 27 सौ गौवंश की देखभाल के लिए यहां अत्‍याधुनिक गौशाला और सुविधाओं के विकास की तैयारियां तेज कर दी है। गौशाला के निरीक्षण के दौरान कई बड़े और सकारात्‍मक बदलाव दिखाई दिए। जहां कभी कीचड़ में फंसी हुई की वी‍डियों सामने आई थी, वहां आज पूरी तरह से हालात बदल गए हैं। कान्‍हा गौशाला की तस्‍वीर बदलने के लिए जहां सीएसआर के माध्‍यम से फंड जुटाया जा रहा है। वहीं, प्राधिकरण की ओर से भी करोड़ का बजट खर्च किया जा रहा है। इस बजट से गौशाला को अत्‍याधुनिक रूप देने का काम पूर्व में शुरू हो गया था। रूके हुए कार्यों को पूरा करने के लिए तेजी से काम किए जा रहे हैं।

कान्‍हा गौशाला में अत्‍याधुनिक पशु अस्‍पताल को होगा निर्माण, होगा विस्‍तार 

ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण जलपुरा स्थित कान्‍हा गौशाला में अत्‍याधुनिक सुवधिाओं से लैस पशु अस्‍पताल का निर्माण कराएगा। यहां पशुओं के एक्‍सरे सहित कई आधुनिक चिकित्‍सा सुविधाओं का विस्‍तार किया जाएगा। गौशाला में गायों के लिए तीन शेड तैयार किए जा रहे हैं। वहीं एक शेड नन्‍दी के लिए बन चुका है। दूसरे शेड़ का निर्माण किया जा रहा है। तीन चिकित्‍सक एवं नौ पेरामेडिकल स्‍टाफ तैनात किया गया है। हालांकि गौवंश के अनुपात में गौसेवकों की संख्‍या काफी कम है। इनकी संख्‍या महज 28 है। गौशाला प्रबंधन की ओर से इसकी संख्‍या को जल्‍द बढ़ाए जाने की बात कही जा रही है।

गौवंश के लिए हर शेड़ में तैयार की जा रही हैं आरामदायक सुविधाएं

गौशाला के प्रत्‍येक शेड के नीचे जमीन को पक्‍का एवं आरामदायक बनाया जा रहा है। पक्‍की जमीन पर बालू रेत डालकर इसको गौवंश के लिए आरामदायक बनाया जाएगा। दलदली हो चुकी जमीन से कीचड़ को जेसीबी मशीनों से हटाकर वहां मि‍ट्टी डलवाई जा रही है। गायों के शेड़ की सफाई के लिए प्रेशर पाइप लगाए गए हैं। इसके लिए कई बोरिंग किए गए हैं। साफ सफाई के लिए प्रेशर पाइप के लगभग सौ से अधिक प्‍वाइंट बनाए जा रहे हैं। गौशाला में हर शेड़ में पर्याप्‍त प्रकाश एवं गर्मियों में पंखों की व्‍यवस्‍था की जा रही है। सर्दियों में धूप सेकने के लिए खुले मैदान की भी व्‍यवस्‍था की गई है। दुधारू गायों के लिए अलग से बाड़ा बनाया जा रहा है। आहार लेने के बाद इनके टहलने के लिए अलग से जमीन की व्‍यवस्‍था की गई है। कान्‍हा गौशाला के प्रबंधन ने बताया कि यहां बनने वाले अस्‍पताल में सड़क पर हादसों का शिकार होने वाली गायों के उपचार के लिए पूरी व्‍यवस्‍था की गई है। इन गायों के उपचार के बाद गौशाला में रखा जाता है। यदि सड़क पर हादसे का शिकार हुई गायों के संबंध में गौशाला प्रबंधन को कोई सूचना मिलती है तो उन्‍हें यहां लिफ्ट कर लाए जाने की भी व्‍यवस्‍था है। गायों के गोबर का उपयोग बायोगैस के लिए किया जाता है।

गौवंश के लिए पर्याप्‍त एवं पोष्टिक आहार की सम्‍पूर्ण व्‍यवस्‍था

जलपुरा स्थित कान्‍हा गौशाला में कुल 27 सौ गौवंश की देख रेख की जा रही है। इनमें कुल 18 सौ गायें और 8 सौ नंदी हैं। गौशाला में गौवंश के पर्याप्‍त एवं पोष्टिक आहार की सम्‍पूर्ण व्‍यवस्‍था है। गौशाला प्रबंधन के लिए प्रत्‍येक गौवंश के लिए खाने में 6 से 8 किग्राम हरा चारा, 2 से 4 किग्राम भूसा और 1 से दो किग्रा चोकर की व्‍यवस्‍था की जाती है। गायों के लिए शुद्ध पेयजल की भी यहां व्‍यवस्‍था की गई है।

गौशाला के लिए अनुभवी अधिकारी की तैनाती

ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से जलपुरा स्थित कान्‍हा गौशाला के बेहर प्रबंधन के लिए अनुभवी अधिकारी को तैनात किया गया है। सीईओ एनजी रवि कुमार ने महाप्रबंधक आर के भारती को इसकी जिम्‍मेवरी सौंपी है। आर के भारती को जीएएम प्रभारी गौशाला बनाया गया है। गौशालाओं के बेहतर संचालन का उन्‍हें अच्‍छा खासा अनुभव प्राप्‍त है। आर के भारती ने बताया कि आगामी दो महीनों में कान्‍हा गौशाला अपने अत्‍याधुनिक स्‍वरूप में आ जाएगी। यहां पर गौवंश की देखभाल के लिए कर्मचारियों और गौसेवकों की संख्‍या को भी बढ़ाया जाएगा।

कान्‍हा गौशाला में गौवंश की देखभाल के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। आगामी कुछ महीनों में यहां एक अत्‍याधुनिक सुविधाओं से युक्‍त एक गौशाला बनकर तैयार हो जाएगी। यहां गौवंश की देखभाल के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्‍पताल, आरामदायक शेड, विचरण के लिए खुला मैदान औ पोष्टिक आहार की सम्‍पूर्ण व्‍यवस्‍था है।

——— आर के भारती, प्रभारी जीएम, गौशाला, ग्रेटर नोएडा

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