जानिए किस राज्य में 10वीं के छात्र पढ़ेंगे हेडगेवार के बारे में। विपक्ष ने लगाया शिक्षा के भगवाकरण का आरोप
Know in which state 10th class students will study about Hedgewar. Opposition alleges saffronisation of education
Panchayat24.com : देश में लंबे समय से इतिहास में देश के महानायकों की अनदेखी करने के आरोप लगते रहे हैं। आरोप है कि देश का इतिहास लिखने वालों ने विदेशी आक्रांताओं और लुटैरोंं को महिमा मंडित किया है, जबकि देश के लिए महानायकों को अनदेखा किया है। देश की युवा पीढी को उनके वास्तविक महानायकों से अपरिचित रखना ठीक नहीं है। इससे छात्र अपने महानयकों के बारे में सत्य जान सकेंगे। इससे उनके मन में अपनी विरासत के प्रति सम्मान जागृत होगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इसी कड़ी में कर्नाटक सरकार ने निर्णय लिया है कि राज्य के स्कूल बोर्ड में 10वीं के छात्रों को आरएसएस के संस्थापक और हिन्दू राष्ट्र् के जन्मदाता केशव बलिराम हेडगेवार से सम्बन्धित सामग्री के बारे में शिक्षा दी जाएगी। विपक्ष ने सरकार के इस निर्णय की आलोचना शुरू कर दी है। विपक्ष का आरोप है कि भाजपा शिक्षा का भगवाकरण करना चाहती है।
विपक्ष इसको लेकर विरोध कर रहा है। विपक्ष का कहना है कि सरकार जहां केशव बलिराम हेडगेवार को पाठ्ययक्रम में शमिल कर रही है, वहीं स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी भगसिंह एवं टीपू सुल्तान को पाठ्ययक्रम से बाहर कर रही है। जनसत्ता की खबर के अनुसार ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन ने आरोप लगाया है कि भगत सिंह को पाठ्ययक्रम से बाहर किया गया है। पाठ्यपुस्तक समीक्षा समिति ने इससे इंकार किया है।
समिति के अध्यक्ष रोहित चक्रवर्ती ने कहा है कि पाठ्यक्रम में हेडगेवार के केवल एक भाषण का ही जिक्र किया गया है। कर्नाटक टेक्स्टबुक सोसाइटी ने मंगलवार को एक बयान जारी कर कहा कि भगत सिंह पर 10वीं कक्षा की कन्नड़ पाठ्यपुस्तकों के पाठों को आरएसएस के विचारक केबी हेडगेवार के भाषणों से बदला नहीं गया है। केवल हेडगेवार का पाठ बढ़ाया गया।