मुख्यमंत्री को जहां करना है सोलर प्लांट का भूमि पूजन, वहां अवैध निर्माण चरम पर है, अवैध निर्माण की नेताजी कर रहे हैं सिफारिस
Where the Chief Minister has to do Bhoomi Pujan, illegal construction is at its peak there, Netaji is recommending illegal construction

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सामने विकट समस्या खड़ी हो गई है। दरअसल, मुख्यमंंत्री योगी आदित्यनाथ को जिस प्रोजेक्ट के भूमि पूजन के लिए आमंत्रण मिला है, वहां अवैध निर्माण अपने चरम पर है। प्राधिकरण अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने के बारे में विचार कर रहा है। यह इतना आसान नहीं है। जानकारी के अनुसार इस अवैध निर्माण के तार सत्ताधारी पार्टी के नेताओं और उनके समर्थकों से जुड़ रहे हैं। कुछ नेता अवैध निर्माण के पक्ष में प्राधिकराण के अधिकारियों से सिफारिस भी कर रहे हैं। ऐसे में अधिकारी अवैध निर्माण पर कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं।
दरअसल, ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में बड़ा नाम माने जाने वाले अवाडा ग्रुप को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित किए जाने वाले सेक्टर ईकोटेक-16 में 50 एकड के दो भूखंड आवंटित किए जाने हैं। अवाडा ग्रुप यहां जल्द ही पांच गीगा वाट के एकीकृत सोलर कारखाना लगाएगा। अवाडा ग्रुप के अध्यक्ष विनीत मित्तल ने बीते 7 दिसंबर को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकत करके ग्रेटर नोएडा में लगने वाले सोलर कारखाने के शिलान्यास के लिए निमंत्रण दिया है। संभवत: मुख्यमंत्री इस कारखाने के शिलान्यास में शामिल हो सकते हैं। इस तरह की जानकाीर मिलते ही ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण सक्रिय हो गया है। यहां हो रहे अवैध निर्माण के पक्ष में नेताओं की सिफारिसें और दबाव अधिकारियों का सिरदर्द बढ़ा रही हैं।
सूत्रों की माने तो प्राधिकरण पर आवाडा ग्रुप को जल्द से जल्द इन दोनों भूखंडों को कब्जा देने और यहां तक सड़क निर्माण का भारी दबाव है। वर्तमान में यहां पर सघन अवैध निर्माण हो चुका है। अवैध कॉलोनियां एवं विला बनाए जा रहे हैं। अवैध निर्माण करने वालों को इसकी भनक लग चुकी है कि प्राधिकरण अवैध निर्माण पर कार्रवाई कर सकता है। ऐसे में अवैध निर्माणकर्ता दिल्ली और लखनऊ दरबार से अपने संबंधों का अधिकारियों के सामने दबाव बनाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कुछ स्थानीय नेता भी इनकी सिफारिस कर रहे हैं। वहीं, सेक्टर ईकोटेक-16 में हालात इतने जटित हो गए हैं कि प्राधिकरण को यहां पर सड़क बनाने तक के लिए जमीन नहीं मिल पा रही है। संभवत: ईकोटेक-16 में पड़ने वाले सुनपुरा तथा खेड़ी गांवों के चकरोड़ मार्ग पर सड़क बनाने के लिए प्रयोग किया जा सकता है।
अधिसूचित क्षेत्र में अवैध निर्माण का ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण का सम्पूर्ण सेक्टर ईकोटेक-16 में बुरा हाल है। इसके अतिरिक्त जीटी रोड़ और दिल्ली हावड़ा रेवले लाइन के बीच में आमका, डेरी स्कनर, डेरी मच्छा, धूम मानिकपुर, सादौपुर, कैलाशपुर और श्यौराजपुर सहित ग्रेटर नोएडा फेस-टू के मुहत्वपूर्ण दादरी बाइपास के आसपास अवैध कॉलोनियों का जाल बिछ चुका है। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के पास इन अवैध कॉलोनियों और विला को बचाने के लिए आए दिन नेताओं की सिफारिसें पहुंच रही हैं। सवाल उठता है कि गौतम बुद्ध नगर की जमीन की आसमान छूती कीमतें और यहां बढ़ती व्यवसायिक एवं औद्योगिक गतिविधियों के कारण दिल्ली और लखनऊ दरबार के नेताओं और उनके समर्थकों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है ?