स्पेशल स्टोरी

परदेश तो परदेश होता है, अपना देश कभी नहीं हो सकता, फिर परदेश की इतनी लालसा क्‍यों ?

A foreign country is always a foreign country, it can never be our own country, then why this longing for a foreign country?

Panchayat 24 : साल 1986 में आई हिन्‍दी फिल्‍म नाम को लोगों ने काफी पसंद किया था। यह फिल्‍म अपने म्‍यूजिक के कारण लोगों के दिलों में जगह बनाने में सफल रही थी। यह फिल्‍म की कहानी विदेश जाकर अपार धन कमाने के सपने देखने वाले युवक के ऊपर आधारित है। यह युवक अवैध रूप से विदेश पहुंचता है और कई तरह की परेशानियों का सामना करता है। अवैध रूप से विदेश जाने वाले लोगों के सामने आने वाली परेशानियों को दर्शाने वाली कई फिल्‍में बनी है, लेकिन नाम एक शानदार फिल्‍म है। फिल्‍म में पंकज उधास द्वारा गाया गाना ‘चिट्टी आई है आई है चिट्टी आई’ आज भी लोगों के मन को सुकून देता है। गाने को सुनते ही लोग गुनगुनाने लगते हैं। आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि आज अचानक लगभग 40 साल पुरानी एक फिल्‍म को लेकर क्‍यों चर्चा कर रहा हूं ?

दरअसल, इसका एक विशेष कारण है। संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका में सत्‍ता परिवर्तन होते ही इस बात की अटकलें लगाई जा रही थी कि ट्रंप प्रशासन अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर सख्‍ती से कार्रवाई करेगा। कुछ ऐसा ही हुआ है। अमेरिका अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को उनके देश डिपोर्ट कर रहा है। कार्रवाई का प्रभाव भारत पर भी पड़ा है। बुधवार को अमेरिकी एयफोर्स का विमान अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीय नागरिकों को लेकर अमृतसर स्थित श्री गुरू रामदाश इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचा। इनमें हरियाणा के कुल 34 लोग डिपोर्ट होकर लौटे हैं। इसके बाद गुजरात के 33 लोग और पंजाब के 30 लोग अमेरिका से डिपोर्ट किए गए हैं। वहीं, महाराष्ट्र के 3, उत्तर प्रदेश के 2 और चंडीगढ़ के 2 लोग शामिल हैं। जिला प्रशासन की ओर से इन सभी भारतीय को डिटेन किया गया। एयरपोर्ट पर इनके दस्तावेज की जांच करने के बाद इन सभी को इनके घरों की तरफ रवाना किया जाएगा। भारतीय नागरिकों को लेकर आए अमेरिकी एयर फोर्स के विमान के अमृतसर में उतारे जाने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। एक वजह इस विषय पर बहुत अधिक चर्चा न किए जाना भी प्रतीत होता है।

अमेरिका से आ रहे अधिकारियों व भारत के मिनिस्ट्री ऑफ होम अफेयर्स के अधिकारियों के बीच बैठक होगी। बैठक में अवैध तरीके से अमेरिका जाने वाले लोगों को रोकने पर बातचीत होगी। अवैध रूप से किसी भी देश में प्रवेश करना कानून अपराध है। इसके बावजूद यूरोप, अमेरिका और कई अन्‍य देशों में विकासशील देशों से बड़ी संख्‍या में लोग हर साल प्रवेश करते हैं। भारत से भी बहुत से लोग हर साल एजेंटों के माध्‍यम से लाखों रूपये खर्च करके जान जोखिम में डालकर अपार धन कमाने के लिए विदेश जाते हैं। इनमें से बहुत से लोगों को अपनी जान तक गंवानी पड़ती है। अवैधध रूप से विदेश जाकर धन कमाने का सपना देखने वालों को यह बात समझनी चाहिए कि विदेशी नागरिकों को लेकर कोई भी देश बहुत संवेदनशील नहीं होता है। अवैध रूप से रह रहे लोग हमेशा से किसी भी देश की सुरक्षा व्‍यवस्‍था के लिए खतरा होते हैं। ऐसे में इनकी स्‍वीकारोक्ति कतई नहीं हो सकती।

वर्तमान परिदृश्‍य में ब्रिटेन, फ्रांस, स्‍वीडन, नार्वे और अमेरिका आदि देशों में विदेशी नागरिक, विशेषकर अवैध रूप से खाडी देशों से आए नागरिक परेशानी का सबब बन गए हैं। ऐसे में इस समस्‍या से निपटने के लिए संयुक्‍त राज्‍य अमेरिका की तरह दूसरे देश भी अवैश रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को लेकर कार्रवाई कर रहे हैं। इतना ही नहीं इन देशों के लोग बाहरी लोगों को अपने रोजगार के लिए खतरा भी मान रहे हैं। भारत सरकार को भी इन देशों से सीख लेते हुए घुसपैठियों और अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं, जान जोखिम में डालकर अवैध रूप से विदेश जाकर धन कमाने का सपना देखने वालों को समझना चाहिए कि उनके परिवारों के लिए धन दौलत जरूरी जरूर है लेकिन इतना भी नहीं कि इसकी कीमत आपको जान देकर चुकानी पड़े। परदेश तो परदेश ही होता है। वह अपने देश की जगह कभी नहीं ले सकता। भारत की अर्थव्‍यवस्‍था तेजी से आगे बढ़ रही हैं। यहां संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। अवैध रूप से विदेश जाकर धन कमाने का सपना देखने वालों भारतीय नागरिकों को अपने देश में ही संभावना तलाशनी चाहिए। यही बेहतर भी है। यहां नाम फिल्‍म में पंकज उधास द्वारा गाए गाने के बोल ‘…..आजा उमर बड़ी है छोटी, अपने घर में भी है रोटी’ प्रासंगिक है।

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