ग्रेटर नोएडा जोन

गौतम बुद्ध नगर भाजपा में हिस्‍ट्रीशीटर को सम्‍मान, सोशल मीडिया पर लोग पूछ रहे सवाल

Respect to the history sheeter in Gautam Buddha Nagar BJP, people are asking questions on social media

Panchayat 24 : उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री अपराध और अपराधियों के प्रति कड़ा रूख अपनाए हुए हैं। उनका साफ कहना है कि अपराधिक प्रवृति के लोगों को ना पार्टी में सहन किया जाएगा और न ही व्‍यवस्‍था में। इसके बावजूद जिला गौतम बुद्ध नगर भाजपा में बाकायदा एक हिस्‍ट्रीशीटर को जिला इकाई में न केवल शामिल किया गया है, बल्कि अहम जिम्‍मेवारी भी दी गई है। ऐसे में विरोधी पार्टियों के लोगों के साथ साथ पार्टी के अन्‍दर से भी इसको लेकर आवाजें उठी हैं। लोग सोशल मीडिया पर भाजपा के वरिष्‍ठ नेताओं को टैग कर सवाल भी पूछ रहे हैं।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, कुलैसरा गांव निवासी पवन त्‍यागी वर्तमान में पार्टी की जिला ईकाई में सह-मीडिया प्रभारी के पद पर कार्यरत हैं। पार्टी की जिला कार्यकारणी के गठन की शुरूआत से ही वह इस पद पर विराजमान है। पार्टी की जिला इकाई में महत्‍वपूर्ण जिम्‍मेवारी होने के कारण उनका पार्टी के जिम्‍मेवार लोगों से मुलाकात होना सामान्‍य बात है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उनके पोस्‍ट तथा फोटो से भी इस बात की पुष्टि होती है। पवन त्‍यागी के खिलाफ सूरजपुर तथा ईकोटेक-3 थाने में कई संगीन मामले दर्ज हैं।

ऐसे में पार्टी के अन्‍दर तथा बाहर से ऐसे सवाल उठ रहे हैं क्‍या जिले के नेताओं को इस प्रकरण के बारे में जानकारी नहीं है, यदि जानकारी है तो क्‍या संगठन के अपराधिकरण को इनके द्वारा स्‍वीकार कर लिया गया है ? पार्टी के उच्‍च स्‍तर पर जिला पार्टी संगठन की‍ स्थिति के बारे में सही सही रिपोर्ट क्‍यों नहीं दी जाती है ?

पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिले के सभी छोटे बड़े नेताओं को प्रकरण की जानकारी है। पूर्व में भी मामला शीर्ष नेतृत्‍व के सामने आ चुका है। कुछ हलचल के बाद मामला शांत हो गया। पार्टी के लोगों का कहना है कि  निजी सम्‍बन्‍धों और रसूख के सामने सभी जिम्‍मेवार लोग प्रत्‍यक्ष या अप्रत्‍यक्ष रूप से चुप्‍पी साधे हुए हैं।

ऐसे ही एक निक के ट्विटर यूजर ने अपने ट्वीट पूरे प्रकरण पर लिखा है कि जिस तरह से भाजपा में अपराधिक पृष्‍ष्‍ठभूमि के लोगों को प्‍लेटफार्म मुहैया कराया जा रहा है, उससे सवाल खड़ा होता है कि क्‍या भाजपा भी सपा की राह पर चल निकली है ?

यूजन ने अपने ट्वीट को भाजपा के केन्‍द्रीय संगठन एवं नेतृत्‍व, उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ, गृहमंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी, उत्‍तर प्रदेश के पूर्व प्रदेश अध्‍यक्ष एवं वर्तमान में योगी केबिनेट के हिस्‍सा स्‍वतंत्रदेव सिंह और प्रदेश में पार्टी के संगठन मंत्री सुनील बंसाल को अपना सवाल ट्विटर पर टैग किया है।

अपने ही लोग भाजपा पर लगा रहे परिवारवादी होने का आरोप

भाजपा जिला भाजपा परिवारवाद को लेकर भी विरोधी दलों के साथ साथ अपनी ही पार्टी के लोगों से घिरी रही है। भाजपा के कार्यकर्ताओं की माने तो जहां सभी मानकों को ताक पर रखकर अपराधिक छवि वाले पवन त्‍यागी को पार्टी की जिला इकाई में न केवल समायोजित किया गया हे, बल्कि अहम पद देकर पुरस्‍कृत भी किया गया है।

इसके अतिरिक्‍ त पवन त्‍यागी के बेटे रोबिन त्‍यागी को जिला भारतीय जनता युवा मोर्चा की जिला कार्यकरणी में बतौर उपाध्‍यक्ष पद पर नियुक्‍त किया गया है। पार्टी के लोगों को कहना है कि जहा पार्टी से जुड़े हुए मेहनती कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर संगठन में शामिल नहीं किया जाता, वहीं पवन त्‍यागी और उनके बेटे को पार्टी संगठन में अहम जिम्‍मेवारी दी गई है। पार्टी के लोगों ने बताया कि रोबिन त्‍यागी को केवल इस लिए भाजयुमो में जिला उपाध्‍यक्ष बनाया गया है कि वह पवन त्‍यागी के पुत्र हैं। इससे अधिक उनकी कोई योग्‍यता नहीं है।

पार्टी जिलाध्‍यक्ष के करीबी होने का उठा रहे लाभ

पार्टी सूत्रों का कहना है कि पवन त्‍यागी गौतम बुद्ध नगर जिलाध्‍यक्ष विजय भाटी के करीबी है। इसी का परिणाम है कि पवन त्‍यागी को पार्टी की जिला ईकाई में और उनके बेटे रोबिन त्‍यागी को जिले की युवा मोर्चा ईकाई में अहम पदों पर नियुक्‍त किया गया है। पार्टी के कुछ लोगों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि पार्टी के अन्‍दर जमीन से जुड़े हुए ऐसे कार्यकर्ता भी हैं जिनकी पार्टी की सेवा करते हुए उम्र निकल गई, लेकिन कभी उनकी मेहनत को तवज्‍जो नहीं दी गई।

धर्मेन्‍द्र कोरी के स्‍थान पर पवन त्‍यागी को महासचिव बनाने की चर्चा सामने आई थी

हाल ही में जिला भाजपा में महासचिव धर्मेन्‍द्र कोरी के स्‍थान पर पवन त्‍यागी को महासचिव बनाए जाने की चर्चा भी तेजी से चली थी। चर्चा में कहा गया था कि जिलाध्‍यक्ष विजय भाटी धर्मेनद्र कोरी को खराब स्‍वास्‍थ्‍य के चलते उनके स्‍थान पर पवन त्‍यागी को जिला महासचिव बना रहे हैं। लेकिन जब हमने जिलाध्‍यक्ष विजय भाटी से इस संबंध में बात की तो उन्‍होंने इसे चर्चा को कोरी अफवाह करार दिया। उन्‍होंने स्‍पष्‍ट तौर पर कहा कि धर्मेन्‍द्र कोरी को किसी भी कीमत पर पद से नहीं हटाया जा रहा है। उनका स्‍वास्‍थ्‍य खबरब जरूर है, लेकिन पार्टी एवं संगठन उनके साथ है।

पवन त्‍यागी आरोपी हैं, दोषी नहीं : विजय भाटी

पंचायत24 ने पूरे प्रकरण की सत्‍यता जानने के लिए गौतम बुद्ध नगर भाजपा के जिलाध्‍यक्ष विजय भाटी से बात की। उन्‍होंने कहा कि यह बात सही है कि पवन त्‍यागी पर कई मुकदमें दर्ज हैं। लेकिन अभी तक वह वह किसी भी मुकदमें में कोर्ट से दोषी सिद्ध नहीं हुए हैं। मुकदमें दर्ज होना अपराधी होने का प्रमाण नहीं है।

विरोधी दलों की सरकारों में सत्‍ता के दबाव में दर्ज हुए मुकदमें : पवन त्‍यागी

पूरे प्रकरण में हमने पवन त्‍यागी का भी पक्ष जानने का प्रयास किया। पवन त्‍यागी ने स्‍वीकार किया कि उनके ऊपर मुकदमें दर्ज हैं। लेकिन जो मुकदमें दर्ज हैं, वह भाजपा के कर्मठ कार्यकर्ता होने के कारण ही दर्ज हुए हैं। सभी मुकदमें पूर्व की बसपा और सपा सरकारों में दर्ज हुए हैं। उस समय कई लोग सरकारी जमीनों पर अवैध कब्‍जा करने की चेष्‍टा करते थे। हमने उनका विरोध किया। जिसके चलते मुकदमें दर्ज हुए। उनका कहना है कि सभी मुकदमें सत्‍ता के दबाव में दर्ज कराए गए हैं।

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