ग्रेटर नोएडा जोन

मेंटेनेंस कार्य में लापरवाही पर कम्‍पनी पर लगाया 3.91 लाख का जुर्माना, ग्रेटर नोएडा ने की कार्रवाई

Company was fined 3.91 lakh for negligence in maintenance work, Greater Noida took action

Panchayat24 : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जलापूर्ति कार्य की जिम्‍मेवारी निभा रही एक कम्‍पनी पर 3.91 लाख रूपये का जुर्माना लगाया है। कार्रवाई टयूबेल के रखरखाव में कम्‍पनी की लापरवाही सामने आई है। प्राधिकरण द्वारा कम्‍पनी को किए जाने वाले भुगतान की रकम में से जुर्माने की कटौती की जाएगी। कम्‍पनी पर यह कार्रवाई सात अलग-अलग स्‍थानों पर लापरवाही सामने आने पर की गई है।

क्‍या है पूरा मामला ?

ग्रेटर नोएडा प्राधिकण के जल विभाग के प्रभारी व वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह के अनुसार बीते 07 जून को सेक्टर ईटा वन की नलकूप खराब हुई, लेकिन इसके रखरखाव के लिए नियुक्‍त कम्‍पनी ने इसे समय से ठीक नहीं किया। कम्‍पनी की लापरवाही से लोगों को काफी परेशानी हुई। इस कारण कम्‍पनी पर 37500 रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसी तरह सेक्टर पी-6 की ग्रीन बेल्ट में लगा नलकूप का मोटर खराब हो गया, जिससे सप्लाई बाधित रही। कम्‍पनी पर इसके लिए 16 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। टेकजोन-4 स्थित अपर जलाशय के निकट लगे नलकूप के खराब होने पर उसे निर्धारित समयावधि में ठीक नहीं कराने पर कम्‍प्‍नी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया।  छह जून को सेक्टर चाई फोर में लगे नलकूप का मोटर के खराब होने पर समय से ठीक नहीं किया गतो कम्‍पनी पर 66 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसी तरह ओमीक्रॉन थ्री व चाई फोर में लगे नकलूप की मोटर को दुरुस्त करने में भी लापराही सामने आई। सेक्टर पी-6 व पी 7 स्थित नलकूप में किटकैट और पी -5 व नॉलेज पार्क टू के नलकूप पर डोजन न मिला, जिसके सर्वेश बिल्डर्स एंड इंजिनियर्स पर जुर्माना लगाया गया है। इस तरह कम्‍पनी की सात स्‍थानों पर सामने आई लापरवाही के कारण 3.91 लाख का जुर्माना लगाया गया।

शहर को जलापूर्ति के लिए आठ जोन में बांटा गया है

जल विभाग के प्रभारी व वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह के अनुसार शहर में बेहतर जलापूर्ति व्यवस्था के लिए ग्रेटर नोएडा को आठ जोन में बांट रखा है। जोन दो, चार, पांच व छह में जलापूर्ति का जिम्मा सर्वेष बिल्डर्स एंड इंजीनियर्स पर है। लापरवाई सामने आने पर कम्‍पनी पर 3.91 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है। जुर्माने की यह रकम कम्‍पनी को होने वाले भुगतान में से काटी जाएगी।

 

Related Articles

Back to top button