ग्रेटर नोएडा जोन

यूटयूब पर जाना कार हैक करने का नायाब तरीका, चोरी की 3 कारों सहित गिरोह के 5 सदस्‍य गिरफ्तार

A unique way to hack a car on YouTube, 5 gang members including 3 stolen cars arrested

Panchayat24 : पुलिस ने एक ऐसे शातिर कार चोर गिरोह का खुलाया किया है जो कार चोरी के लिए यूटयूब से तरीके खोजता था। यूटयूब से जानकारी कर यह गिरोह कारों को हैक कर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। पुलिस टीम ने इस गिरोह के पांच सदस्‍यों को दनकौर क्षेत्र के बिलासपुर रोड़ से गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्‍जे से शहर से चोरी की गई। तीन कारों को भी बरामद किया है। गिरोह में शामिल कई सदस्‍यों का लम्‍बा अपराधिक इतिहास है। पुलिस इस गिरोह के अन्‍य सदस्‍यों की तलाश कर रही है। मामला ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 क्षेत्र का है।

यूटयूब पर सर्च किया कार हैक करने वाले डिवाइस पैड

पुलिस के अनुसार आरोपियों ने यूटयूब की मदद से एक एक्‍स टूल डिवाइस के बारे में जानकारी हासिल की। फिर इसे ऑनलाइन खरीदा। इस टूल की मदद से यह गिरोह चार पहिया कारों, विशेषकर स्विफ्ट कारों के सिस्‍टम को हैक कर कारों को चोरी करने की वारदातों को अंजाम देता था। पुलिस गिरोह के पांच सदस्‍यों, दीपक, गब्‍बर और रोहित निवासी दनकौर, भानु निवासी जिला मथुरा और इरफान निवासी इंदौर को गिरफ्तार किया है। गिरोह का सरगना दीपक है जो गाजियाबाद के विजयनगर का रहने वाला है। वह गैंगस्‍टर है और उसके ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस दीपक की तलाश कर रही है।

आरोपियों के कब्‍जे से बरामद सामान 

पुलिस ने आरोपियों के कब्‍जे से चार मोबाइल, चाबियों का गुच्‍छा, चार माइक्रो चिप, पलास, पेचकस, टी, रेती, एक्‍सटूल डिवाइस के साथ कई तरह के उपकरण, दो फर्जी नम्‍बर प्‍लेट और चोरी की गई तीन कारें बरामद की है।

पुलिस ने 500 सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद ली

इस गिरोह ने बीती 30 मई देर रात शहर के सेक्‍टर अल्‍फा-2 से तीन स्विफ्ट कारों को चोरी करने का प्रयास किया था। लेकिन वह केवल दो कारों को ही ले जाने में कामयाब हो सके थे। पुलिस ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए सर्विलांस और लगभग 500 सीसीटीवी कैमरे खंगले जिसके बाद यह गिरोह पुलिस के रडार पर आ गया।

गिरोह का पीछा करते हुए पुलिस इंदौर पहुंच गई

सीसीटीवी कैमरों और सर्विलांस की मदद से पुलिस इस गिरोह का पीछा करते हुए मध्‍यप्रदेश के इंदौर शहर भी पहुंच गई थी। यहां पर भी पुलिस को इनके बारे में कई अहम सुराग मिले थे। यहां पुलिस को इरफान की लोकेशन मिली। पुलिस इरफान का पीछा करती रही। एक अन्‍य कार की डिलीवरी लेने इरफान दनकौर आया था जहां पुलिस ने जाल बिछाकर सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

मध्‍य प्रदेश में 50 हजार में बेचते थे कार

पुलिस के अनुसार यह गिरोह दिल्‍ली एनसीआर से कारें चोरी कर इंदौर निवासी इरफान को देता था। डिलीवरी के बाद इरफान कारों को आगे 50 हजार रूपये में बेच देता था। इरफान की मदद से ही कारों को दिल्‍ली एनीसीआर से बाहर निकाला जाता था।

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