ग्रेटर नोएडा जोनयमुना प्राधिकरण

यमुना एक्‍सप्रेस-वे : बढ़ते हादसों पर मुख्‍यमंत्री सख्‍त, प्राधिकरण अधिकारियों में हड़कम्‍प, निरीक्षण पर निकली सीईओ की टीम

Yamuna Expressway: Chief Minister strict on increasing accidents, stir among authority officials, CEO's team on inspection

Panchayat24.com : यमुना एक्‍स्‍प्रेस-वे पर तेजी से बढ़ रहे सड़क हादसों का मुख्‍यमंत्री योगीआदित्‍यनाथ ने संज्ञान लेते हुए सड़क हादसोंं को काबू करने के निर्देश दिए हैं। मुख्‍यमंत्री के कड़े तेवरों के बाद यमुना एक्‍सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हड़कम्‍प मच गया। शुक्रवार को प्राधिकराण की टीम के साथ सीईओ डॉ अरूणवीर सिंह ने यमुना एक्‍सप्रेस-वे का दौरा किया। इस दौरान एक्‍सप्रेस-वे का रखरखाव करने वाली कम्‍पनी जेपी इंफ्राटेक के अधिकारी भी मौजूद थे।

दरअसल, बीती 11 मई को यमुना एक्‍सप्रेस-वे पर भीषण सड़क हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे पर मुख्‍यमंत्री योगीआदित्‍यनाथ ने गहरा शोक प्रकट किया था। इससे लगभग एक सप्‍ताह पूर्व मथुरा क्षेत्र में भी भीषण हादसा हुआ था जिसमें सात लोगों की मौत हो गई थी। बता दें कि यमुना एक्‍सप्रेस-वे भीषण हादसों के लिए काफी बदनाम हैं। वहीं प्रदेश भर में हुए हादसों के बाद मुख्‍यमंत्री योगीआदित्‍यनाथ ने इसे गंभीरता से लेते हुए सम्‍बन्धित विभागों के अधिकारियों से विस्‍तृत चर्चा की थी। इसके बाद उन्‍होंने हर उस कारण के निवारण पर जोर दिया जिसके चलते हादसे हो रहे हैं।

परिणामस्‍वरूप प्राधिकरण की टीम ने यमुना एक्‍सप्रेस-वे का निरीक्षण कर हादसों के कारणों के कारणों की बारीकी से पड़ताल की।अपने निरीक्षण में जेपी द्वारा किए गए सभी कार्यों को दिखाया गया। यह देखा गया कि यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम के दोनों ओर रेलिंग लगाने के कार्य को छोड़कर सुरक्षा संबंधी कार्य पूर्ण हैं। सीईओ ने आईआईटी दिल्ली सुरक्षा ऑडिट द्वारा अनुशंसित कार्यों का निरीक्षण किया। यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने के लिए आइआइटी दिल्ली ने 17 सुझाव दिए थे। इसमें 16 सुझावों पर काम पूरा होने का जेपी इंफ्राटेक ने दावा किया है। एक्सप्रेस-वे पर हादसे रोकने के लिए किए गए सुरक्षा उपायों की जांच के लिए सीईओ ने जीरो प्वाइंट से लेकर 140 किलोमीटर तक निरीक्षण किया।

स्‍पीड कैमरों और थ्री लेजर स्‍पीड गन की संख्‍या बढ़ाकर दो गुनी की जाएगी

सीईओ के अनुसार एक्‍सप्रेसवे पर हादसों का मुख्‍य कारण वाहनों की तेज गति है। ऐसे में वाहनों की ओवरस्‍पीड को काबू करने के लिए एक्‍ससप्रेस-वे पर स्‍पड कैमरों और थ्री लेजर स्‍पीडगन की संख्‍या को बढ़ाकर दो गुना किया जाएगा। अर्थात स्पीड गन की संख्या 03 से बढ़ाकर 06 और स्पीड कैमरों की संख्या 40 से बढ़ाकर 80 करने के निर्देश दिए। जेवर टोल प्लाजा पर चालान प्रक्रिया का निरीक्षण करने के बाद एक्सप्रेस-वे के साॅफ्टवेयर का यातायात विभाग के साफ्टवेयर के साथ इंटीग्रेशन करने का निर्देश दिया। सीईओ ने बताया कि ओवरलोड वाहनों के वजन की टोल प्लाजा पर व्यवस्था है।

प्रदेश में सड़क हादसों में कमी के लिए मुख्‍यमंत्री योगीआदित्‍यनाथ द्वारा दिए गए निर्देश

 

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के अनुसार साल 2021 में प्रदेश में 21227 मौतें हुई हैं। यह एक गंभीर मामला है। मुख्‍यमंत्री योगीआदित्‍यनाथ ने पर यमुना एक्‍सप्रेस-वे पर हादसों को काबू करने के लिए दिए गए दिशा निर्देशों के अनुसार लोगों को जागरूक करने के लिए पैम्‍पलेट का वितरण किया जाएगा। औसत गति में वाहनों के चित्र संलग्‍न होने चाहिए। एनआईसी को चालन के लिए औसत गति डेटा भेजा जाना, पर्याप्‍त चालन के लिए यातायात पुलिस और चालान के लिए अधिक वजन वाले वाहनों का डेटा पुलिस और आरटीओ से भी साझा किया जाए।

 

Related Articles

Back to top button