गौतम बुद्ध नगर में सांपों के बाद कछुओं के अवैध कारोबार का खुलासा, कछुओं के साथ मां-बेटी गिरफ्तार, क्या है पूरा मामला ?
After snakes, illegal trade of turtles exposed in Gautam Buddha Nagar, mother and daughter arrested with turtles, what is the whole matter?

Panchayat 24 : गौतम बुद्ध नगर में प्रतिबंधित वन्य जीवों के अवैध कारोबार का खुलासा हो रहा है। सांपों के काले कारोबार के बार इस बार संरक्षित प्रजाति के कछुओं के अवैध कारोबार का खुलाया हुआ है। नोएडा जोन पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी दो मां-बेटी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके कब्जे से 14 कछुएं भी बरामद किए हैं। मामला फेज-वन कोतवाली क्षेत्र का है। बता दे कि कुछ महीने पूर्व नोएडा पुलिस ने मशहूर यूटयूबर एल्विश यादव से जुड़े लोगों को सांपों और उनके वेनम के खरीद फरोख्त के आरोप में गिरफ्तार किया था। सापों के इस कारोबार के तार एल्विश यादव से भी जुड़े हुआ है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
क्या है पूरा मामला ?
नोएडा पलिस के अनुसार फेज-वन कोतवाली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि क्षेत्र में कुछ महिलाएं कछुओं को अवैध तरीके से बेच रही हैं। पुलिस ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए दोनों महिलाओं को हिरासत में ले लिया। तलाशी के बाद पुलिस ने उनके कब्जे से कछुओं को भी बरामद कर लिया। आरोपी महिलाओं की पहचान मथुरा निवासी कमलेश उर्फ कन्नर तथा ज्योति के रूप में हुई है। आरोपी महिलाएं आपस में मां बेटी हैं। दोनों के ही पतियों का देहांत हो चुका है। पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
प्रतिबंधित प्रजाति के हैं कछुएं
पुलिस के अनुसार आरोपी महिलाओं के कब्जे से बरामद कछुए इंडियान फलेप्शेल टर्टल प्रजाति के हैं। इनका वैज्ञानिक नाम लिसेमाईस पंकटाटा है। कछुओं की यह प्रजाति वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अन्तर्गत अनुसूची प्रथम में संरक्षित है और अनुसूची दो में शासकीय सम्पत्ति के रूप में चिन्हित हैं। इनका खरीदना, बेचना, परिवहन करना तथा शिकार करना पूर्णत: प्रतिबंधित है। वहीं, पुलिस के अनुसार मामले में विधिक कार्रवाई के बाद बरामद कछुओं को गंगनहर में छोड़ दिया जाएगा।
कछुओं का किस काम में उपयोग किया जाना था ?
गिरफ्तार आरोपी मां-बेटी महिलाओं से पूछताछ में पुलिस को कई आवश्यक जानकारियों हाथ लगी। पुलिस के अनुसार आरोपी महिलाओं ने बताया कि दीपावली पर कछुओं की पूजा होती है। ऐसे में कछुओं की काफी मांग होती है। कछुओं को ऊंचे दामों पर बेचने पर उन्हें काफी लाभ होता है। वहीं, कुछ लोग कछुओं का मीट बनाने के लिए खरीदते हैं। ऐसे में आरोपी मां बेटी ग्राहकों की जरूरत के हिसाब से कछुआ मुहैया कराती थी। दोनों महिलाएं कछुओं को पकड़कर नोएडा सेक्टर-10 के आसपास के रिहायसी इलाकों के आसपास रहने वाले लोगों को बेचती थी।
बरामद शुदा कछुओ का वैटनरी ट्रीटमेन्ट कराने के बाद प्राकृतिक गंगनहर में छोड़ा जायेगा।
———- उपनिरीक्षक, वन विभाग