जिला प्रशासन

प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए जारी की एडवाइजरी, यमुना एवं हिंडन के डूब क्षेत्र में रहने वालों के लिए महत्‍वपूर्ण

Administration issued advisory for flood prevention, important for people living in flood areas of Yamuna and Hindon

Panchayat 24 : मौसम विभाग द्वारा जारी बारसात को लेकर जारी किए गए अलर्ट के बाद जिला जिला प्रशासन सक्रिय हो गया है। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सतर्कता बरतते हुए लोगों को समय रहते हुए एडवाइजरी जारी कर दी है। इस एडवाइजरी का पालन कर लोग बाढ़ की आपात स्थिति में अपना और दूसरे लोगों का बचाव कर सकते हैं। यह एडवाइजरी विशेष तौर पर यमुना और हिंडन नदी के डूब क्षेत्र और जिले के दूसरे निचले हिस्‍सों में रहने वाले लोगों के लिए महत्‍वपूर्ण है।

क्‍या है पूरा मामला ?

बता दें कि बीते साल गौतम बुद्ध नगर से होकर बह रही हिंडन और यमुना नदियों में कई दशक बाद बाढ़ के हालात पैदा हो गए थे। जिला प्रशासन ने बड़े पैमाने पर इन क्षेत्रों से लोगों को अभियान चलाकर रेस्‍क्‍यू किया था। बाढ़ के कारण लोगों को भारी तकलीफों का सामना करना पड़ा था। इतना ही नहीं, लोगों को घरों में पानी भरने के कारण सामान छोड़कर दूसरे स्‍थानों पर जाना पड़ा था।

इस बार सितंबर के मौसम में बरसात जमकर हो रही है। पहाड़ों पर हो रही भारी बरसात के कारण नदियों का जलस्‍तर बढ़ रहा है। बांधों में जलस्‍तर बढ़ने पर नदियों में पानी छोड़ा जा रहा है। वहीं, जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिस के कारण डूब क्षेत्र और निचले हिस्‍सों में जल स्‍तर तेजी से बढ़ने की आशंका है। मौसम विभाग की भविष्‍यवाणी जिला प्रशासन की आशंका को बढ़ा रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन ने समय पूर्व तैयारियां शुरू कर दी है। जिला आपदा प्राधिकरण ने बाढ़ से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी ने बताया कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा बाढ़ से बचाव हेतु बिंदुवार एडवाइजरी जारी की गई है ताकि जन सामान्य प्रशिक्षित रहे सुरक्षित रहे।

बाढ़ से बचाव हेतु एडवाइजरी

1. अचानक बाढ़ आने वाले क्षेत्र से दूर रहे।
2. पक्के मकान के अंदर सुरक्षित आश्रय लेन
3. अस्थायी और असुरक्षित संरचनाओं को ठीक से सुरक्षित किया जाना चाहिए या खाली कर दिया जाना चाहिए।
4. बिजली व्यवस्था का बैकअप प्लान बनाना चाहिए।
5. यातायात में अपेक्षित देरी से बचने के लिए पूर्व योजना बनाएं।
6. नालों और मौसमी वर्षा आधारित जल्द धाराओं से दूर रहें।
7. तेज बारिश के दौरान फिसलन भरी सड़क और खराब दृश्यता की स्थिति में वाहन चलाते समय सावधानी बरतें एवं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में वाहन न चलाएं।
8. ओवर फ्लो पूलो और जलमग्न अंडरपास से बचें।
9. प्रायः यह देखा जा रहा है कि जल भराव की स्थिति में लोग जल भराव में जाते हैं एवं बच्चे खेलने के लिए जाते हैं, जो अत्यंत खतरनाक है। बाढ़ के पानी में प्रवेश करने से बचे। बच्चों को बारिश में नहाने एवं बाहर या छतो पर खेलने व नहाने से रोके।
10. कंक्रीट के फर्श पर न लेटे एवं कंक्रीट की दीवारों के सामने न झाके।
11. बिजली संचालित करने वाली सभी वस्तुओं एवं उपकरणों से दूर रहें।
12. सड़कों पर जल भराव की स्थिति में पानी में न चले।
13. आकाशीय बिजली/वज्रपात की स्थिति होने पर पेड़ों के नीचे, बिजली के खंभों के पास एवं खुले स्थानों में रहने से बचें। साथ ही सुरक्षित स्थानों पर आश्रय ले।
14. उबले हुए पानी या क्लोरीन युक्त पानी का सेवन करें।

नाव दुर्घटना/स्वयं एवं अन्य पानी में डूब रहे लोगों को बचाव के तरीके

1. लाइफ जैकेट पहनकर ही नाव से यात्रा करें।
2. नाव पर प्राथमिक उपचार बॉक्स रखें।
3. नाव पर प्लास्टिक ट्यूब, रस्सी आदि भी रखें।
4. उचित नाव निरीक्षण और सर्वेक्षण की सुविधा के लिए मास्टर सर्वेक्षक और नाव मालिकों के बीच प्रभावी संचार का होना।
5. जिस नाव पर 15 से 30 सवारी हो, उसमें दो नाविक व जिस नाव पर 30 से अधिक सवारी हो, उसमें तीन नाविक रखें।

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