शाहीन बाग पहुंचा बुलडोजर, स्थानीय लोगों ने किया विरोध
Bulldozer reached Shaheen Bagh, local people protested
Panchayat24.com : दिल्ली में जहांगीरपुर के बाद दिल्ली एमसीडी ने दक्षिण दिल्ली में अतिक्रमण हटाने की योजना को अमल में लाना शुरू कर दिया है। सोमवार सुबह अतिक्रमण हटाने के लिए एमसीडी का दस्ता भारी पुलिस बल के साथ लगभग 11:15 बजे शाहीन बाग पहुंच गया है। जैसे ही शाहीन बाग में बुलडोजर पहुंचा वैसे ही वहां गहमागहमी शुरू हो गई। दिल्ली पुलिस भी भारी संख्या बल में मौके पर मौजूद थी। एमसीडी के अधिकारियों ने जैसे ही अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर की कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया तभी स्थानीय लोग और राजनीतिक दलों के लोग बुलडोजर के सामने बैठ गए और जोर से नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी शुरू करने वालों में राजनीतिक दलों के लोग भी शामिल थे। इनमें कई लोग कांग्रेस के नारे लगा रहे थे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि बुलडोजर असंवैधानिक तरीके से चलाया जा रहा है। लोगों का आरोप है कि एसीडी इस कार्रवाई को बिना किसी नोटिस के कर रही है। वहीं, एमसीडी ने कहा है कि कार्रवाई से पूर्व सभी तरह की कानूनी प्रक्रिया के को पूरा किया गया है।
बता दें कि एमसीडी ने ओखला, जैतपुर और शाहीन बाग सहित उन क्षेत्रों का सर्वे किया जहां पर अतिक्रमण हो हटाया जाना है। दक्षिणी दिल्ली के कुल 12 इलाकों को चिन्हित किया गया है, जहां कार्रवाई की जानी तय हुई थी। इनमें जैतपुर, नजफगढ़, पालम, मदनपुर खादर ईस्ट, ओखला, शाहीन बाग सरिता विहार, विष्णु गार्डन, शाहीन बाग शामिल है। प्रदर्शनकारियों के बुलडोजर के सामने बैठने के बाद दिल्ली पुलिस द्वारा परिस्थितियों को भांपते हुए अतिरिक्त पुलिस बल एवं पेरामिलीटरी फोर्स भी बुलाया गया है। सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा स्थिति को संभालने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन हालात तनावपूर्ण बन गया है।
दरअसल, एमसीडी का मानना है कि दक्षिण दिल्ली के कई क्षेत्रों में बड़ी संख्या में रोहिंग्या और बंग्लादेशियों ने अवैध कब्जा एवं अतिक्रमण किया हुआ है। दक्षिणी दिल्ली के मेयर के अनुसार शाहीन बाग में सरकारी जगहों पर अतिक्रमण है। सरिता विहार, कालिंदीकुंज में लोगों ने कॉलोनी काटकर अवैध कब्जा कर लिया है। दक्षिण दिल्ली नगर निगम के मेयर मुकेश सूर्यान कह चुके हैं कि कई जगहों को चिन्हित किया गया है। जरूरत पड़ेगी तो वहां बुलडोजर चलेगा, नहीं तो सामान्य रूप से अतिक्रमण को हटाया जाएगा। ओखला, शाहीन बाग, मदनपुर खादर और कालिंदीकुंज मेट्रो स्टेशन के पीछे अवैध कॉलोनियां बसाई जा रही हैं। सरकारी जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। जैतपुर के आई-ब्लॉक के अंदर पार्ट-2 नई कॉलोनी बनाई जा रही है। यमुना के क्षेत्र में कॉलोनी बनाई जा रही है। इस तरह का अतिक्रमण दिल्ली के आम नागरिकों के सामने परेशानी का कारण बन रहा है। ऐसे में इस अतिक्रमण को हटाना आवश्यक हो गया है।
भारी पुलिस बल के पहुंने पर प्रदर्शनकारियों को मौके से हटाया गया
बुलडोजर को रोकने के लिए कई राजनीतिक दलों के साथ स्थानीय लोगों द्वारा प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। स्थिति को संभालने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और पेरामिलीटरी फोर्स को बुलना पड़ा। इसके बाद पुलिस बल ने प्रदर्शनारियों को बुलडोजर के सामने से उठाया। कार्रवाई का विरोध कर रही महिलाओं को महिला पुलिस द्वारा हटाया गया। इसके बाद पुलिस एवं पेरामिलिटरी फोर्स की उपस्थित में बुलडोजर को अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए गए है। लेकिन भारी भीड के कारण बुलडोजर को आगे बढने में दिक्कत आ रही है। वहीं पुलिस द्वारा कार्रवाई में व्यवधान पैदा कर रहे प्रदर्शनकारियों को बसों में बैठाकर अन्य स्थान पर ले जाया गया है। अब देखा है कि कि तरह से चिन्हित अतिक्रमण को हटायाा जाता है।
अतिक्रमण हटाओ अभियान में राजनीति हुई शुरू
एमसीडी द्वारा सर्वे कर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई सोमवार से शुरू की गई। लेकिन अभियान शुरू होने से पूर्व ही यहां कार्रवाई का विरोध शुरू हो गया। इस कार्रवाई पर राजनीति भी शुरू हो गई है। कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस सहित कुछ अन्य राजनीति दलों के कार्यकर्ता भी नारेबाजी करते हुए बुलडोजर के सामने बैठ गए हैं। वहीं, एमसीडी को इस बात का अनुमान था कि शाहीन बाग में इस कार्रवाई का विरोध हो सकता है ऐसे में एससीडी के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के हाथों पर लाल पट्टी बांधी गई थी, जिससे किसी असामान्य स्थिति में अपने लोगों को पहचाना जा सके। आम आदमी पार्टी के स्थानीय विधायक अमानातुल्ला खान भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए। उनका भी कहना है कि शाहीन बाग में कोई भी अतिक्रमण नहीं है। एमसीडी उन्हें अवैध निर्माण हटाने के दस्तावेज नहीं दिखाए हैं।