नशा के जाल में फंसी जवानी, सिगरेट से शुरू हुआ शौक ई-सिगरेट तक पहुंंची कहानी, एक करोड़ की ई-सिगरेट बरामद
Youth caught in the trap of addiction, hobby started with cigarettes, story reached e-cigarettes, e-cigarettes worth one crore recovered

Panchayat 24 : दिल्ली एनसीआर सहित गौतम बुद्ध नगर में युवा नशे के दलदल में फंस रहा है। शौक बतौर सिगरेट से शुरू हुई यह लत अब ई-सिगरेट तक पहुंच गई है। पुलिस कार्रवाई से पता चलता है कि स्कूल एवं कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों को नशे के कारोबारी निशाना बना रहे हैं। शुक्रवार को नोएडा पुलिस ने बड़ी मात्रा में ई-सिगरेट और 4 किग्रा गांजे को जब्त किया है। पुलिस ने इन नशीले पदार्थों की तस्करी करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने एक ऑटो भी बरामद किया है। इससे ही गांजा और ई-सिगरेट की तस्करी की जा रही थी। पुलिस गिरोह के सरगना की तलाश कर रही है। मामला सेक्टर-20 कोतवाली क्षेत्र का है।
क्या है पूरा मामला ?
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार पुलिस को सूचना मिल रही थी कि क्षेत्र में नशीले पदार्थों की तस्करी की जा रही है। सेक्टर-20 कोतवाली पुलिस एवं सीआरटी को मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर देर रात कार्रवाई करते हुए ई-सिगरेट और गांजा सप्लाई करने वाले गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों रवि कुमार और शहनवाज को सेक्टर-17ए और सेक्टर-18 तिराहे के पास मल्टीलेवल पार्किंग के करीब गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से चार किलो गांजा और 2408 ई-सिगरेट बरामद की है।
पुलिस के अनुसार रवि कुमार और शहनवाज ने पूछताछ में पता चला कि गांजा और ई- सिगरेट का मालिक गुरूग्राम निवासी जितेन्द्र वालिया उर्फ केडी उर्फ सोनू है। वह गिरु्तार आरोपियों को सप्लाई के लिए ई-सिगरेट, गांजा और अन्य नशे का सामान उपलब्ध कराता था। आरोपी दिल्ली नोएडा एनसीआर में स्कूल, काॅलेजों व यूनिवर्सिटी व पीजी में रहकर पढनें वालें छात्र छात्राओ कों फुटकर में बेचते है। इनकी तस्करी के बाद मिलने वाली रकम को आरोपी आपस में बराबर में बांट लेते थे। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ
विदेशों से मंगाते थे ई-सिगरेट
डीसीपी ने बताया कि ई-सिगरेट भारत के पड़ोसी देशों से मंगाते थे। इनमें पूर्वी सीमा से सटे हुए देश शामिल हैं। आरोपी गुरूग्राम से दिल्ली होते हुए नोएडा लाकर तस्करी करते थे। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों के कब्जो से बरामद ई-सिगरेट की बाजार में कीमत लगभग चार हजार रूपये प्रति ई-सिगरेट है। इनकी बाजार में कीमत एक करोड़ रूपया से अधिक आंकी गई है। डीसीपी के अनुसार पुलिस इस गिरोह के सरगना जितेन्द्र वालिया की तलाश कर रही है।