उत्तर प्रदेशदिल्ली

बहुजन समाज पार्टी के लिए पार्टी के गुर्जर चेहरे ने कह दी बहुत बड़ी बात, छोड़ दी पार्टी, जानिए क्‍या है पूरा मामला ?

Gurjar face of the party said a big thing for Bahujan Samaj Party, left the party, know what is the whole matter?

Panchayat 24 : लोकसभा चुनाव के दौरान देश के गुर्जर नेता ने बहुजन समाज पार्टी के लिए बहुत बड़ी बात कह दी है। यह गुर्जर नेता देश के गुर्जर समाज के बड़े चेहरों में गिने जाते हैं। इस गुर्जर नेता का बहुजन समाज पार्टी से लंबा नाता रहा है। इतना ही नहीं, गुर्जर नेता ने पार्टी से इस्‍तीफा भी दे दिया है। निकट भविष्‍य में यह नेता किसी अन्‍य राजनीतिक दल के लिए राजनीति करते हुए दिखाई देंगे।

क्‍या है पूरा मामला ?

उत्‍तर प्रदेश की बिजनौर लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी के लोकसभा सांसद मलूक नागर के पिछले कुछ समय से पार्टी शीर्ष नेतृत्‍व से संबंध मधुर नहीं बताए जा रहे थे। हाल ही में पार्टी ने बिजनौर लोकसभा सीट से मलूक नागर को का टिकट काट दिया है। बसपा ने यहां से राष्‍ट्रीय लोकदल छोड़कर बसपा ज्‍वाइन करने वाले चौधरी बिजेन्‍द्र सिंह को पार्टी प्रत्‍याशी बनाया है। बिजेन्‍द्र सिंह ने लगभग चार महीने पूर्व ही राष्‍ट्रीय लोकदल से अपनी राजनीतिक पारी शुरू की थी। राष्‍ट्रीय लोकदल ने उन्‍हें पार्टी का राष्‍ट्रीय महासचिव बनाया था।

मलूक नागर ने बसपा से त्‍याग पत्र देकर राष्‍ट्रीय लोकदल का थामा दामन

मलूक नागर पश्चिम उत्‍तर प्रदेश में गूर्जर समाज का बड़ा चेहरा माने ताजे हैं। वह बसपा के टिकट पर साल 2019 में सांसद चुने गए थे। टिकट काटे जाने के बाद मलूक नागर ने बसपा से त्‍याग पत्र देकर राष्‍ट्रीय लोकदल का दामन थाम लिया है। राष्‍ट्रीय लोकदल के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष ज्‍यंत चौधरी की उपस्थिति में उन्‍होंने राष्‍ट्रीय लोकदल की सदस्‍यता गृहण कर ली। उन्‍होंने कहा कि वर्तमान परिवेश में मोदी और एनडीए के नेतृत्‍व में, विशेषकर आरएलडी देश के मजदूरों, किसानों और कमजोर वर्ग के लिए काम करती आई है। बिना किसी लाग लपेट उन्‍होंने आरएलडी की सदस्‍यता ग्रहण करने की बात कही।

मलूक नागर ने बसपा पर लगाया गंभीर आरोप

मलूक नागर ने राष्‍ट्रीय लोकदल का दामन थामने के बाद कहा कि मैं बसपा में साल 2006 से काम कर रहा हूं। मैं पिछले 18 सालों से मैं और मेरा परिवार बसपा में लगातार बने हुए हैं। यह एक रिकार्ड है। वरना कोई भी व्‍यक्ति इतने लंबे समय तक नहीं रहा है। या तो लोग पार्टी छोड़कर चले जाते हैं या फिर पार्टी से निकाल दिए जाते हैं। मैं, मेरा भाई विधायक रहे लखीराम नागर और मेरी पत्‍नी जो जिला चेयरमैन रही थी, लगातार बसपा से रिकार्ड समय से जुड़े हुए हैं।

घर में बैठकर देश के लिए काम नहीं करना स्‍वीकार नहीं

मलूक नागर ने कहा कि पिछले 39 साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि हमने विधायक का चुनाव नहीं लड़ा। इस बार सांसद का चुनाव भी नहीं लड़ रहे हैं। वहीं, पार्टी ने ऐसे लोगों को स्‍टार प्रचारक बना दिया है जो राजनीतिक अनुभव में हमारे सामने बहुत छोटे हैं। घर में बैठकर देश के लिए काम न करें, यह स्‍वीकार नहीं है।

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