ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में फूट गया हल्‍द्वानी मोड़ मार्ग की दुर्दशा का गुब्‍बारा, सुपरवाइजर सहित छ: पर गिरी गाज

The bubble of the plight of Haldwani Mor Marg burst in Greater Noida Authority, 6 people including the supervisor were suspended

Panchayat 24 : ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन चुके हल्‍द्वानी मोड़ मार्ग की दुर्दशा का गुब्‍बारा आखिरकार वीरवार को फूट पड़ा। प्राधिकरण के वरिष्‍ठ अधिकारियों ने मामले का संज्ञान लेते हुए जिम्‍मेवार वर्क सर्किल-3 के फील्‍ड स्‍टॉफ के खिलाफ कार्रवाई की है। तकनीकी सुपरवाइजर एवं सुपरवाइजर सहित कुल छ: लोगों पर गाज गिरी है। माना जा रहा है कि जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में हल्द्वानी मोड़ मार्ग की दुर्दशा की वीडिया एवं फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इससे ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर सवाल उठा है। ऐसे में प्राधिकरण कुछ अन्‍य जिम्‍मेवार लोगों पर भी गाज गिर सकती है। इन्‍हें हटा दिया गया है। वहीं, दो अधिकारियों का वेतनमान भी रोक दिया गया है।

क्‍या है पूरा मामला ?

दरअसल, ग्रेटर नोएडा के दादरी-सूरजपुर-छलैरा मार्ग (डीएससी) पर स्थित हल्‍द्वानी मोर्ड मार्ग पर पिछले लगभग एक साल से जलभराव के कारण गहरे गड्डे बन गए हैं। कई बार यहां पर बडे हादसे हो चुके हैं। यहां से गुजरने वाले यात्रियों और स्‍थानीय निवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हल्‍द्वानी मोड़ मार्ग की समस्‍या कई बार मीडिया की सुखियों में रहा है। हाल ही में एक वाहन यहां से गुजरते समय पानी में पलट गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। मीडिया ने इस खबर को प्रमुखता से उठाया। वहीं, स्‍थानीय लोगों ने भी सोशल मीडिया पर इस वीडियो को वायरल किया और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से तीखे सवाल कर रहे थे।

लखनऊ ने लिया मामले का संज्ञान तो मची हलचल

दरअसल, सोशल मीडिया पर कई लोगों ने हल्द्वानी मोड मार्ग घटना की वीडियो और फोटों मुख्‍यमंंत्री और कई मंत्रियों और अधिकारिसों को भी टैग किया था। इस घटना के सहारे ग्रेटर नोएडा के विकास कार्यों पर लोगों ने सवाल उठाया था। वहीं, उत्‍तर प्रदेश सरकार के विकास मॉडल पर भी सवालिया निशान लगाया था। जानकारों की माने तो इस प्रकरण ने सरकार की छवि पर सवाल उठाया था। ऐसे में सरकार के लोग इस घटना पर नाराजगी जाहिर की थी। इसके बाद ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण में हलचल मच गई। बताया जा रहा है कि वीरवार को ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार सुबह ही अपने कार्यालय पहुंच गए थे। वह इस घटना को लेकर काफी नाराज थे। वीरवार को घटना के जिम्‍मेवार लोगों के प्रति कार्रवाई की गई।

घटनास्‍थल के निरीक्षण में वर्क सर्किल-3 के फील्‍ड स्‍टॉफ की लापरवाही आई सामने, इन पर हुई कार्रवाई 

महाप्रबंधक परियोजना ए के सिंह ने बताया कि हल्‍द्वानी मोड़ मार्ग से संबंधित सोशल मीडिया पर पिछले तीन दिनों से वायरल वीडियो और फोटो का संज्ञान लेते हुए बीते 6 और 7 नवंबर को घटनास्‍थल का स्‍थलीय निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान वर्क सर्किल-3 के फील्‍ड स्‍टॉफ की घोर लापरवाही सामने आई है। तकनीकी सुपरवाइजर नीरज बंसल और धीरज सिंह, सुपरवाइजर सुरेश, बलराज, फूल मियां और तफ्फरूख अली को दोषी पाया गया। इन्‍होंने संबंधित फर्म और सहायक प्रबंधक, प्रबंधक और वरिष्‍ठ प्रबंधक से समन्‍वय न करते हुए अपने कर्तव्‍य पालन में घोर लापरवाही बरती है। इससे प्राधिकरण की छवि भी धूमिल हुई है। इसके चलते इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए इन्‍हें इनकी एजेंसी को वापस लौटा दिया है। वहीं,  जानकारी यह भी आ रही है कि मामले में प्रभारी वरिष्‍छ  प्रबंधक नरोत्‍तम सिंह, प्रबंधक नीतीश कुमार एवं सहायक प्रबंधक मनोज कुमार का नवंबर माह का वेतन भी रोक दिया गया है।

Related Articles

Back to top button